AIForBharat Initiative: आईआईटी रोपड़, एनएसडीसी और मसाई स्कूल शुरू कर रहे एआई-एमएल में माइनर प्रोग्राम
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग में संयुक्त रूप से प्रमाणित लघु कार्यक्रम परिवर्तनकारी शैक्षिक अनुभव प्रदान करने के लिए तीन संस्थानों की विशेषज्ञता को एक साथ लाती है।
Abhay Pratap Singh | May 17, 2024 | 03:42 PM IST
नई दिल्ली: आईआईटी रोपड़, एनएसडीसी और मसाई स्कूल आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग (एआई/एमएल) में संयुक्त रूप से प्रमाणित लघु कार्यक्रम शुरू करने की घोषणा की है। एआई-एमएल में माइनर प्रोग्राम तकनीकी उद्योग में उत्कृष्टता प्राप्त करने के इच्छुक महत्वाकांक्षी पेशेवरों के लिए डिजाइन किया गया है।
पाठ्यक्रम में 7 मॉड्यूल प्रॉम्प्ट इंजीनियरिंग के मूल सिद्धांत, मशीन लर्निंग का परिचय, डेटा हैंडलिंग एंड प्रोसेसिंग, न्यूरल नेटवर्क एंड डीप लर्निंग, नेचुरल लैंग्वेज प्रोसेसिंग, फंक्शनिंग ऑफ लार्ज लैंग्वेज मॉडल (एलएलएम) एंड कैपस्टोन प्रोजेक्ट को शामिल किया गया है। एआई-एमएल में ज्वाइंट सर्टिफाइड माइनर प्रोग्राम परिवर्तनकारी शैक्षिक अनुभव प्रदान करने के लिए तीन संस्थानों की विशेषज्ञता को एक साथ लाती है।
एआई-एमएल माइनर प्रोग्राम के तहत आयोजित व्याख्यान में छात्र भाग लेंगे और आईआईटी रोपड़ के प्रोफेसरों द्वारा छात्रों का मूल्यांकन किया जाएगा। कार्यक्रम के दौरान आईआईटी रोपड़ के डायरेक्टर ने कहा कि हमारा लक्ष्य नवाचार और आत्मविश्वास के साथ उभरती चुनौतियों से निपटने के लिए दूरदर्शी सोच वाले लीडर को तैयार करना है।
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आईआईटी रोपड़ के डायरेक्टर राजीव अहूजा ने आगे कहा, “एआई और एमएल में माइनर प्रोग्राम छात्रों को समग्र शैक्षिक अनुभव प्रदान करने के साथ शैक्षणिक जटिलता को व्यावहारिक प्रयोग के साथ मिश्रित करने के हमारे समर्पण का प्रतीक है। हम सीमाओं को पार करने और तकनीकी शिक्षा में क्रांति लाने के लिए इस यात्रा पर निकल पड़े हैं।”
राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (एनएसडीसी) अकादमी के सचिव अतुल कुमार तिवारी ने कहा कि, “आधुनिक अर्थव्यवस्था की मांगों को पूरा करने के लिए इंटेलिजेंस (एआई) कौशल पाठ्यक्रम महत्वपूर्ण हैं। एआई सिर्फ एक तकनीकी प्रगति नहीं है। यह एक परिवर्तनकारी शक्ति है जो उद्योगों को नया आकार दे रही है, नवाचार को आगे बढ़ा रही है और हमारे युवाओं के लिए नए आर्थिक अवसर प्रदान कर रही है।”
मसाई स्कूल के सह-संस्थापक और सीईओ प्रतीक शुक्ला ने कहा कि, “हम सिर्फ शिक्षा में बदलाव नहीं कर रहे हैं, हम कौशल-आधारित शिक्षा में एक नया प्रतिमान गढ़ रहे हैं, वैश्विक सफलता के लिए एक गतिशील प्रतिभा क्षेत्र तैयार कर रहे हैं। यह आईआईटी मंडी और आईआईटी गुवाहाटी जैसे संस्थानों के साथ सफल साझेदारी के आधार पर तकनीकी शिक्षा में क्रांति लाने के हमारे प्रयासों को दर्शाता है।”
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