नीट यूजी में न्यूनतम कटऑफ अंक हासिल करने वाले उम्मीदवार ही नीट यूजी काउंसलिंग में भाग लेने के लिए पात्र होंगे।
Abhay Pratap Singh | April 28, 2025 | 04:07 PM IST
नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश में कुल 76 एमबीबीएस (बैचलर ऑफ मेडिसिन, बैचलर ऑफ सर्जरी) कॉलेज हैं, जिनमें 44 सरकारी और 32 निजी संस्थान शामिल हैं। शीर्ष एमबीबीएस कॉलेजों में एडमिशन लेना लगभग सभी छात्रों का सपना होता है, लेकिन सिर्फ चुनिंदा छात्रों को ही उनकी रैंक के आधार पर इन संस्थानों में प्रवेश दिया जाता है। एमबीबीएस कॉलेजों में प्रवेश के लिए नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट - अंडरग्रेजुएट (NEET UG) एक अनिवार्य मेडिकल प्रवेश परीक्षा है। नीट यूजी में न्यूनतम कटऑफ अंक हासिल करने वाले उम्मीदवार ही नीट यूजी काउंसलिंग में भाग ले सकते हैं।
चिकित्सा शिक्षा और प्रशिक्षण निदेशालय (DMET), उत्तर प्रदेश ऑनलाइन मोड में काउंसलिंग प्रक्रिया आयोजित करता है। डीएमईटी उत्तर प्रदेश में MBBS कॉलेजों में राज्य कोटे के तहत 85% सीटों और निजी मेडिकल कॉलेजों में 100% सीटों पर प्रदेश के लिए काउंसलिंग आयोजित करता है। वहीं, 15% अखिल भारतीय कोटा (AIQ) सीटों पर मेडिकल काउंसलिंग कमेटी (MCC) द्वारा आयोजित नीट काउंसलिंग के माध्यम से दाखिला दिया जाता है।
उत्तर प्रदेश में एमबीबीएस कॉलेजों में प्रवेश पाने के लिए उम्मीदवारों को नीट पात्रता मानदंड पूरा करना आवश्यक है, जिसकी जांच नीचे कर सकते हैं:
उम्मीदवार इस लेख में उत्तर प्रदेश के टॉप मेडिकल एमबीबीएस कॉलेजों और उनकी फीस की जांच कर सकते हैं:
किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी को डेंटल कैटेगरी के तहत NIRF 2024 में चौथा स्थान मिला है, जबकि केजीएमयू ‘ओवरऑल’ श्रेणी में 88वें स्थान पर है। KGMU मेडिकल कॉलेज MBBS, BDS और BSc नर्सिंग में पूर्णकालिक स्नातक कार्यक्रम प्रदान करता है। केजीएमयू लखनऊ में MBBS और BDS में प्रवेश के लिए NEET UG स्कोर आवश्यक है। केजीएमयू लखनऊ में कुल 250 एमबीबीएस सीटों पर योग्य छात्रों को प्रवेश दिया जाता है। एमबीबीएस की कुल ट्यूशन फीस 2.46 लाख रुपए है।
चिकित्सा विज्ञान संस्थान – बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (IMS-BHU) को एनआईआरएफ 2024 रैंकिग में ‘मेडिकल श्रेणी’ में 7वां और डेंटल श्रेणी में 17वां स्थान मिला है। आईएमएस-बीएचयू को मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया द्वारा मान्यता भी प्राप्त है। IMS BHU के यूजी स्तर के पाठ्यक्रमों में MBBS, BAMS, BSc नर्सिंग सहित अन्य कोर्स शामिल हैं। आईएमएस वाराणसी नीट यूजी के माध्यम से कुल 100 एमबीबीएस सीटों पर योग्य छात्रों को प्रवेश देता है। आईएमएस बीएचयू में एमबीबीएस की कुल ट्यूशन फीस 1.24 लाख रुपए है।
राजधानी लखनऊ में स्थित इंटीग्रल यूनिवर्सिटी एक निजी विश्वविद्यालय है। एनआईआरएफ 2024 रैंकिंग के अनुसार, इंटीग्रल यूनिवर्सिटी लखनऊ ‘फार्मेसी’ श्रेणी में 45वें स्थान पर है। इंटीग्रल यूनिवर्सिटी लखनऊ प्रतिवर्ष 150 सीटों पर पूर्णकालिक स्नातक एमबीबीएस पाठ्यक्रम प्रदान करता है। नीट यूजी में न्यूतम अंक प्राप्त करने वाले कैंडडिडे राज्य और राष्ट्रीय स्तर की काउंसलिंग प्रक्रिया के माध्यम से एमबीबीएस में दाखिला ले सकते हैं। इंटीग्रल विश्वविद्यालय में एमबीबीएस कार्यक्रम की कुल ट्यूशन फीस 81 लाख रुपए है। इंटीग्रल यूनिवर्सिटी में एमबीबीएस कार्यक्रम, लखनऊ स्थित इंटीग्रल इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज एंड रिसर्च (आईआईएमएसआर) के माध्यम से पेश किया जाता है।
जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज, अलीगढ़ में एमबीबीएस और बीडीएस पाठ्यक्रमों में नीट यूजी परीक्षा के माध्यम से प्रवेश दिया जाता है। यह एक सरकारी मेडिकल संस्थान है, जिसे एनएमसी द्वारा मान्यता प्राप्त है। एमबीबीएस प्रोग्राम की कुल ट्यूशन फीस 2.19 लाख रुपए है। जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज (जेएनएमसी) को 2023 में राष्ट्रीय संस्थागत रैंकिंग फ्रेमवर्क (एनआईआरएफ) द्वारा मेडिकल श्रेणी में 41वां स्थान दिया गया। अधिक जानकारी के लिए www.amu.ac.in/schools/jawaharlal-nehru-medical-college पर विजिट कर सकते हैं।
एराज लखनऊ मेडिकल कॉलेज द्वारा यूजी स्तर पर बैचलर ऑफ मेडिसिन और बैचलर ऑफ सर्जरी (एमबीबीएस) पाठ्यक्रम में नीट यूजी के माध्यम से प्रवेश दिया जाता है। एरा मेडिकल कॉलेज एक निजी संस्थान है। नीट यूजी और यूपी नीट प्रवेश परीक्षा के माध्यम से छात्र एराज मेडिकल संस्थान में दाखिला ले सकते हैं। एमबीबीएस कोर्स की कुल ट्यूशन फीस 74.7 लाख रुपए है। इसे, भारतीय चिकित्सा परिषद (MCI) से मान्यता प्राप्त है। अधिक जानकारी के लिए कैंडिडेट https://elmcindia.org/ पर विजिट कर सकते हैं।