भारत में निजी और सरकारी MBBS कॉलेजों में नीट यूजी प्रवेश परीक्षा में छात्रों के प्रदर्शन के आधार पर एडमिशन दिया जाता है।
Abhay Pratap Singh | February 24, 2025 | 06:44 PM IST
नई दिल्ली: भारत के टॉप मेडिकल कॉलेजों में पढ़ाई करना लगभग सभी मेडिकल छात्रों का सपना होता है। नीट, हरियाणा नीट, आईएनआई सीईटी, केईएएम और केरल नीट सहित अन्य प्रवेश परीक्षाओं के माध्यम से छात्रों को मेडिकल प्रोग्रामों में एडमिशन दिया जाता है। हालांकि, भारत के शीर्ष मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश के लिए नीट एक राष्ट्रीय स्तर की मेडिकल प्रवेश परीक्षा है। नीट का आयोजन प्रत्येक वर्ष नेशनल टेस्टिंग एजेंसी द्वारा किया जाता है। NEET का फुल फॉर्म राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा है।
उम्मीदवार एनआईआरएफ रैंकिंग 2024 के अनुसार भारत के शीर्ष मेडिकल कॉलेजों की जांच इस लेख में कर सकते हैं:
एनआईआरएफ रैंकिंग 2024 में एम्स दिल्ली को ‘मेडिकल’ श्रेणी में पहला स्थान और समग्र श्रेणी में 7वां स्थान दिया गया है। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, दिल्ली चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विज्ञान, विज्ञान और नर्सिंग सहित अन्य क्षेत्रों में यूजी, पीजी, डिप्लोमा और सर्टिफिकेट पाठ्यक्रम प्रदान करता है। नीट स्कोर और एनआईटी सीईटी स्कोर के माध्यम से छात्र एम्स दिल्ली में प्रवेश ले सकते हैं। एम्स दिल्ली में एमबीबीएस सालाना फीस 6,870 है। प्रत्येक कोर्स के लिए पात्रता मानदंड और फीस अलग-अलग है।
पोस्टग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च, चंडीगड़ को एनआईआरएफ रैंकिंग 2024 में दूसरा स्थान मिला है। PGIMER चंडीगढ़ स्नातक, स्नातकोत्तर और डॉक्टरेट स्तर पर पाठ्यक्रम प्रदान करता है। पीजीआईएमईआर चंडीगढ़ में NEET MDS और INI CET में न्यूनतम कटऑफ अंक हासिल करने वाले छात्र प्रवेश ले सकते हैं। सभी पाठ्यक्रमों के लिए कॉलेज द्वारा ली जाने वाली फीस 1,000 रुपए से लेकर 19,50,000 रुपए के बीच है। पीजीआईएमईआर की फीस संरचना हर कोर्स के लिए अलग-अलग है।
क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज वेल्लोर एक स्वायत्त निजी संस्थान है। एनआईआरएफ रैंकिंग 2024 ‘मेडिकल’ श्रेणी में इसे तीसरे स्थान पर रखा गया है। एनएमसी द्वारा मान्यता प्राप्त सीएमसी विल्लोर स्नातक, स्नातकोत्तर, डिप्लोमा और डॉक्टरेट स्तर पर कार्यक्रमों में छात्रों को एडमिशन देता है। नीट/ नीट पीजी/ नीट एसएस जैसी प्रवेश परीक्षाओं के माध्यम से स्टूडेंट दाखिला ले सकते हैं। एमबीबीएस कोर्स के लिए कुल ट्यूशन फीस 13,500 रुपए है। सीएमसी विल्लोर में छात्रावास शुल्क सहित कुल फीस 2.48 लाख रुपए से 4.53 लाख रुपए तक है।
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ मेंटल हेल्थ एंड न्यूरो साइंसेज बैंगलोर को एनआईआरएफ रैंकिंग 2024 में चौथा स्थान मिला है। NIMHANS बैंगलोर में उपलब्ध पाठ्यक्रमों में डिप्लोमा, बीएससी, एमएससी, एमपीएच, एमडी, डीएम, एमसीएच, एमफिल और पीएचडी शामिल है। NIMHAN बैंगलोर के पाठ्यक्रमों की अवधि 1 से 6 वर्ष तक है। कैंडिडेट आईएनआई सीईटी परीक्षा में उत्तीर्ण होना चाहिए। कोर्स की फीस 9,480 रुपए से 1,56,350 रुपए के बीच है। निम्हांस बैंगलोर पाठ्यक्रम, शुल्क और अवधि प्रत्येक स्तर पर अलग-अलग होती है।
जवाहरलाल इंस्टीट्यूट ऑफ पोस्टग्रेजुएट मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च, पुडुचेरी को एनआईआकएफ 2024 रैंकिंग में 5वें स्थान पर रखा गया है। JIPMER पुदुचेरी UG, PG और डॉक्टरेट स्तर पर एमबीबीएस, बीएससी, एमएससी, एमडी और एमएस सहित अन्य डिग्री पाठ्यक्रम प्रदान करता है। MDS, MCh और MS प्रोग्राम के लिए JIPMER पुडुचेरी कोर्स की फीस 43,580 रुपए है। प्रत्येक जिपमर पाठ्यक्रम के लिए पात्रता मानदंड और शुल्क अलग-अलग है। JIPMER पाठ्यक्रम केवल पूर्णकालिक मोड में पेश किए जाते हैं।
भारत में मान्यता प्राप्त मेडिकल कॉलेजों की कुल संख्या लगभग 706 है। भारत में मेडिकल कॉलेजों के लिए औसत वार्षिक शुल्क सरकारी कॉलेजों के लिए 7,000 रुपसे से शुरू होकर निजी कॉलेजों के लिए 25 लाख रुपए तक है। उम्मीदवार नीचे दी गई सारणी में एनआईआरएफ रैंक के आधार पर देश के शीर्ष मेडिकल कॉलेजों की जांच कर सकते हैं:
क्रम संख्या | कॉलेज का नाम | एनआईआरएफ रैंकिंग 2024 |
---|---|---|
6 | एसजीपीजीआईएमएस लखनऊ | 6वीं रैंक |
7 | बनारस हिंदू विश्वविद्यालय, वाराणसी | 7वीं रैंक |
8 | अमृता विश्व विद्यापीठम, कोयंबटूर | 8वीं रैंक |
9 | कस्तूरबा मेडिकल कॉलेज (केएमसी), मणिपाल | 9वीं रैंक |
10 | मद्रास मेडिकल कॉलेज, चेन्नई | 10वीं रैंक |
11 | डीवाई पाटिल विद्यापीठ, पुणे | 11वीं रैंक |
12 | सविता इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एंड टेक्निकल साइंसेज, चेन्नई | 12वीं रैंक |
13 | श्री चित्रा तिरुनल इंस्टीट्यूट फॉर मेडिकल साइंसेज एंड टेक्नोलॉजी, त्रिवेंद्रम | 13वीं रैंक |
14 | एम्स ऋषिकेश | 14वीं रैंक |
15 | एम्स भुवनेश्वर | 15वीं रैंक |
आईआईटी संस्थानों में बीटेक कोर्स में प्रवेश के लिए उम्मीदवारों के पास वैध जेईई एडवांस स्कोर होना चाहिए। जेईई एडवांस परीक्षा में शामिल होने के लिए जेईई मेन में शीर्ष 2.5 लाख रैंक में शामिल होना अनिवार्य है।
Abhay Pratap Singh