FMGE EC: एफएमजीई पात्रता सर्टिफिकेट के लिए पंजीकरण आज होगा शुरू, परीक्षा के लिए अनिवार्य
Saurabh Pandey | September 1, 2025 | 11:28 AM IST | 2 mins read
एनएमसी की आधिकारिक सूचना के अनुसार, हालांकि एनएमसी ने अभी तक एफएमजीई स्क्रीनिंग परीक्षा के कार्यक्रम की घोषणा नहीं की है, लेकिन इसके आने वाले महीने में आयोजित होने की उम्मीद है।
नई दिल्ली : नेशनल मेडिकल कमीशन (एनएमसी) विदेशी मेडिकल डिग्री वाले भारतीय छात्रों के लिए एफएमजीई पात्रता प्रमाणपत्र (ईसी) के लिए आवेदन विंडो आज यानी 1 सितंबर 2025 से खोलेगा। इच्छुक उम्मीदवार राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग (एनएमसी) की आधिकारिक वेबसाइट nmc.org.in के माध्यम से ऑनलाइन आवेदन कर सकेंगे।
एफएमजीई ईसी 2025 के लिए पंजीकरण करने के लिए ऑनलाइन आवेदन विंडो 30 सितंबर शाम 6 बजे तक खुली रहेगी। विदेशी फॉरेन मेडिकल ग्रेजुएट परीक्षा (एफएमजीई) स्क्रीनिंग परीक्षा में बैठने के इच्छुक उम्मीदवारों के लिए ईसी प्रमाणपत्र अनिवार्य है।
एनएमसी की आधिकारिक सूचना के अनुसार, हालांकि एनएमसी ने अभी तक एफएमजीई स्क्रीनिंग परीक्षा के कार्यक्रम की घोषणा नहीं की है, लेकिन इसके आने वाले महीने में आयोजित होने की उम्मीद है।
फोटो अफलोड करने के दिशा-निर्देश
एनएमसी के दिशानिर्देशों के अनुसार, यदि उम्मीदवार की वास्तविक समय की तस्वीर और अपलोड की गई तस्वीर में बहुत अंतर पाया जाता है, तो आवेदन अस्वीकार कर दिया जाएगा। उम्मीदवारों को सलाह दी जाती है कि वे किसी भी संभावित त्रुटि से बचने के लिए पिछले 3 महीनों में किसी फोटो स्टूडियो में खींची गई तस्वीरों का ही उपयोग करें।
FMGE Eligibility Certificate: हेल्प लाइन नंबर
सूचना के अनुसार, भारत में चिकित्सा का अभ्यास करने के इच्छुक विदेशी मेडिकल डिग्री धारक अपने आवेदन की स्थिति के बारे में किसी भी प्रश्न के लिए eligibility.regn@nmc.org.in या eligibility@nmc.org.in के माध्यम से एनएमसी से संपर्क कर सकेंगे।
FMGE Eligibility Certificate क्या है?
एफएमजीई पात्रता प्रमाणपत्र राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग (एनएमसी) द्वारा उन भारतीय छात्रों और प्रवासी भारतीय नागरिकों (ओसीआई) के लिए जारी किया जाने वाला एक आवश्यक दस्तावेज है, जिन्होंने किसी विदेशी चिकित्सा विश्वविद्यालय से एमबीबीएस की डिग्री प्राप्त की है। यह प्रमाणपत्र इस बात की पुष्टि करता है कि उम्मीदवार विदेशी चिकित्सा स्नातक परीक्षा (एफएमजीई) में बैठने के लिए एनएमसी द्वारा निर्धारित आवश्यक शैक्षिक और नियामक आवश्यकताओं को पूरा करता है, जो भारत में चिकित्सा लाइसेंस प्राप्त करने के लिए एक आवश्यक स्क्रीनिंग परीक्षा है।
इस प्रमाणपत्र के बिना, उम्मीदवारों को एफएमजीई के लिए पंजीकरण करने की अनुमति नहीं है, जिसका अर्थ है कि वे भारत में प्रैक्टिस करने के लिए चिकित्सा लाइसेंस के लिए आवेदन नहीं कर सकते हैं।
अगली खबर
]विशेष समाचार
]- दिल्ली का भलस्वा स्लम: आधार कार्ड और गंदगी से गुम हुई शिक्षा
- Nobel Prize in Economics 2025: जोएल मोकिर, फिलिप एगियन और पीटर हॉविट को मिलेगा अर्थशास्त्र का नोबेल पुरस्कार
- भारत में 33 लाख से अधिक छात्र एकल-शिक्षक स्कूलों पर निर्भर, उत्तर प्रदेश में सर्वाधिक नामांकन
- Nobel Peace Prize 2025: वेनेजुएला की मारिया कोरिना मचाडो को मिलेगा नोबेल शांति पुरस्कार, 10 दिसंबर को समारोह
- Nobel Prize in Chemistry 2025: सुसुमु कितागावा, रिचर्ड रॉबसन, उमर एम याघी को मिलेगा केमिस्ट्री का नोबेल प्राइज
- Nobel Prize in Physics 2025: जॉन क्लार्क, माइकल एच डेवोरेट और जॉन एम मार्टिनिस को मिला भौतिकी का नोबेल प्राइज
- CAT 2025: कैट परीक्षा 30 नवंबर को 3 पाली में; 2 महीने में कैसे करें तैयारी? जानें एग्जाम पैटर्न, चयन प्रक्रिया
- UP News: यूपी में वजीफा से वंचित 5 लाख से अधिक छात्रों को दिवाली से पहले मिलेगी छात्रवृत्ति, सीएम योगी ने कहा
- NIRF Ranking 2025: यूनिवर्सिटी श्रेणी में डीयू 5वें स्थान पर, टॉप 20 में दिल्ली विश्वविद्यालय के 10 कॉलेज
- NIRF MBA Ranking 2025: आईआईएम अहमदाबाद शीर्ष पर बरकरार, आईआईएम लखनऊ की टॉप 5 में वापसी, देखें लिस्ट