KIET ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस ने लॉन्च किया इलेक्ट्रिकल और कंप्यूटर इंजीनियरिंग प्रोग्राम
Santosh Kumar | June 27, 2024 | 03:45 PM IST | 1 min read
यह कोर्स छात्रों को इलेक्ट्रिकल और कंप्यूटर इंजीनियरिंग के मुख्य विषयों में गहन ज्ञान और व्यावहारिक अनुभव देने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
नई दिल्ली: KIET ग्रुप ऑफ इंस्टिट्यूशंस ने 2024-25 शैक्षणिक सत्र के लिए नया इलेक्ट्रिकल और कंप्यूटर इंजीनियरिंग प्रोग्राम लॉन्च किया है। यह प्रोग्राम छात्रों को इलेक्ट्रिकल और कंप्यूटर इंजीनियरिंग के क्षेत्र में ज्ञान और व्यावहारिक अनुभव प्रदान करेगा। संस्थान के अनुसार, यह कोर्स मेक इन इंडिया पहल और आत्मनिर्भर भारत मिशन में रुचि रखने वाले छात्रों और अपने करियर को आगे बढ़ाने के इच्छुक कामकाजी पेशेवरों के लिए बहुत फायदेमंद होगा।
यह कोर्स छात्रों को इलेक्ट्रिकल और कंप्यूटर इंजीनियरिंग के मुख्य विषयों में गहन ज्ञान और व्यावहारिक अनुभव देने के लिए डिज़ाइन किया गया है। इसमें प्रोग्रामिंग, डेटा स्ट्रक्चर, डेटाबेस मैनेजमेंट और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और मशीन लर्निंग (ML) के लिए एल्गोरिदम के डिजाइन और विश्लेषण जैसे मुख्य क्षेत्र शामिल हैं।
पाठ्यक्रम में इलेक्ट्रिकल मशीन, पावर सिस्टम, पावर इलेक्ट्रॉनिक्स, इंस्ट्रूमेंटेशन, एम्बेडेड सिस्टम, सिग्नल प्रोसेसिंग और दूरसंचार जैसे महत्वपूर्ण विषयों को भी शामिल किया गया है। प्रेस नोट के अनुसार, यह पाठ्यक्रम उन छात्रों के लिए उपयुक्त है जो दूरसंचार, बिजली उत्पादन, स्वचालन, रोबोटिक्स, मेडिकल इंस्ट्रूमेंटेशन और इलेक्ट्रॉनिक्स जैसे विभिन्न क्षेत्रों में करियर बनाना चाहते हैं।
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KIET ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस के विभागाध्यक्ष, नीरज कुमार गुप्ता ने कहा, "हमें अपने समय के सबसे नवीन पाठ्यक्रमों में से एक को डिजाइन और लॉन्च करने पर गर्व है। हमने महसूस किया कि सिस्टम ऑटोमेशन, इंडस्ट्री ऑटोमेशन, स्मार्ट और इंटेलिजेंट कंज्यूमर गुड्स, इंटेलिजेंट डिफेंस प्रोडक्ट्स और एम्बेडेड सिस्टम के डिजाइन के लिए इलेक्ट्रिकल और कंप्यूटर इंजीनियरिंग दोनों का ज्ञान होना आवश्यक है।"
नीरज गुप्ता ने आगे कहा, "यह प्रोग्राम सैद्धांतिक ज्ञान और व्यावहारिक अनुप्रयोग का एक आदर्श मिश्रण है, जिसे अत्याधुनिक प्रयोगशालाओं और उद्योग सहयोग द्वारा समर्थित किया गया है। इस डिग्री के माध्यम से, हम छात्रों को वास्तविक दुनिया की समस्याओं को हल करने वाली परियोजनाओं और शोध में भाग लेने का अवसर देंगे, जिससे वे प्रतिस्पर्धी और उद्योग के लिए तैयार होंगे।"
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