इस कार्यक्रम में प्रवेश के लिए पात्रता 10+2 या समकक्ष योग्यता है। इस पाठ्यक्रम की न्यूनतम अवधि छह महीने और अधिकतम दो वर्ष है।
Santosh Kumar | June 17, 2025 | 04:28 PM IST
नई दिल्ली: इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू) ने विश्व स्वास्थ्य संगठन (डबल्यूएचओ), दक्षिण-पूर्व एशिया क्षेत्र के सहयोग से हेल्थ केयर वेस्ट मैनेजमेंट (सीएचसीडबल्यूएम) में एक नया प्रमाणपत्र कार्यक्रम शुरू किया है। यह कार्यक्रम स्वास्थ्य सेवाओं से निकलने वाले खतरनाक अपशिष्टों के सुरक्षित और प्रभावी प्रबंधन के लिए ज्ञान और कौशल प्रदान करने के लिए डिजाइन किया गया है।
इस कार्यक्रम का उद्देश्य लोगों को यह सिखाना है कि अस्पतालों और स्वास्थ्य सेवाओं से निकलने वाले खतरनाक कचरे को सुरक्षित और उचित तरीके से कैसे संभालना और उसका निपटान करना है। इससे न केवल बीमारियों का खतरा कम होगा।
बल्कि आस-पास का वातावरण भी सुरक्षित रहेगा। यह कोर्स भारत सरकार के जैव-चिकित्सा अपशिष्ट प्रबंधन नियमों और डब्ल्यूएचओ के दिशा-निर्देशों पर आधारित है, जिससे शिक्षार्थियों को व्यावहारिक और महत्वपूर्ण जानकारी मिल सके।
हेल्थ केयर वेस्ट मैनेजमेंट में सर्टिफिकेट प्रोग्राम के उद्देश्य इस प्रकार हैं-
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इस कार्यक्रम में प्रवेश के लिए पात्रता 10+2 या समकक्ष योग्यता है। इस पाठ्यक्रम की न्यूनतम अवधि छह महीने और अधिकतम दो वर्ष है। यह कार्यक्रम वर्ष में दो बार - जनवरी-जून और जुलाई-दिसंबर सत्रों में पेश किया जाता है।
यह एक मिश्रित शिक्षण प्रणाली पर आधारित है, जो स्व-निर्देशन सामग्री (SIM), लाइव वेब कॉन्फ्रेंसिंग, निर्देशात्मक वीडियो, प्रश्नोत्तर मंचों और एक समर्पित ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म के माध्यम से अध्ययन की सुविधा प्रदान करता है।
छात्रों को सैद्धांतिक पाठ्यक्रमों के साथ-साथ कार्यशालाओं या प्रोजेक्ट कार्य का विकल्प दिया जाता है। मूल्यांकन प्रक्रिया में असाइनमेंट और टर्म-एंड परीक्षाएं शामिल हैं। इस कार्यक्रम को केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा समर्थित किया जाता है।
इग्नू के हेल्थ केयर वेस्ट मैनेजमेंट कार्यक्रम के लिए प्रवेश शुरू हो गए हैं। इच्छुक उम्मीदवार समर्थ पोर्टल के माध्यम से ignouadmission.samarth.edu.in/ लिंक के माध्यम से ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।