Delhi NIOS: दिल्ली एनआईओएस 10वीं के लगभग 70% छात्र पिछले चार वर्षों में अनुत्तीर्ण- RTI में खुलासा
Press Trust of India | October 21, 2025 | 10:31 PM IST | 2 mins read
इस परियोजना के तहत, 9वीं और 10वीं कक्षा में अनुत्तीर्ण होने वाले और पढ़ाई में कमजोर छात्रों को राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान में पंजीकृत किया जाता है और उनके लिए अलग से कक्षाएं संचालित की जाती हैं।
नई दिल्ली : एनआईओएस परियोजना के तहत पिछले चार वर्षों में 10वीं कक्षा की परीक्षा देने वाले औसतन 70 प्रतिशत छात्र फेल हो गए हैं - यह खुलासा दिल्ली शिक्षा निदेशालय ने न्यूज एजेंसी पीटीआई द्वारा दायर सूचना के अधिकार (आरटीआई) आवेदन के जवाब में किया है।
दिल्ली शिक्षा निदेशालय (डीओई) द्वारा साझा किए गए आंकड़ों के अनुसार, 2024 में पंजीकृत 7,794 छात्रों में से केवल 37% यानी केवल 2,842 छात्र ही कक्षा 10 की परीक्षा पास कर पाए। पिछले कुछ वर्षों में यह खराब प्रदर्शन है, जिसमें हजारों छात्र परियोजना के तहत अतिरिक्त शैक्षणिक सहायता प्रदान किए जाने के बावजूद परीक्षा पास करने में असफल रहे हैं।
दिल्ली सरकार द्वारा 9वीं और 10वीं कक्षा में अनुत्तीर्ण होने वाले छात्रों की दर और स्कूल छोड़ने वाले छात्रों की संख्या को कम करने के लिए यह परियोजना शुरू की गई थी।
इस परियोजना के तहत, 9वीं और 10वीं कक्षा में अनुत्तीर्ण होने वाले और पढ़ाई में कमजोर छात्रों को राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान में पंजीकृत किया जाता है और उनके लिए अलग से कक्षाएं संचालित की जाती हैं।
NIOS: आरटीआई के आंकड़े
आरटीआई से प्राप्त जानकारी के अनुसार, वर्ष 2017 में केवल 3,748 छात्र, 2018 में 12,096, 2019 में 17,737, 2020 में 14,995, 2021 में 2,760, 2022 में 3,480 और 2023 में 7,658 छात्र ही परीक्षा पास कर पाए। इससे पता चलता है कि पिछले चार वर्षों में एनआईओएस के केवल 30% छात्र ही परीक्षा पास कर पाए हैं। इस योजना के तहत छात्रों का पंजीकरण संबंधित स्कूलों के प्रधानाचार्यों द्वारा कराया जाता है।
शिक्षा विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार, वर्ष 2024 में 'एनआईओएस परियोजना' के तहत 10वीं कक्षा के लिए 7,794 छात्र पंजीकृत हुए, जिनमें से केवल 37 प्रतिशत, यानी 2,842, ही परीक्षा में उत्तीर्ण हुए।
निदेशालय ने बताया कि परियोजना के तहत 2017 में 8,563, 2018 में 18,344, 2019 में 18,624, 2020 में 15,061, 2021 में 11,322, 2022 में 10,598 और 2023 में 29,436 बच्चों का पंजीकरण किया गया था।
NIOS Application Fee: परीक्षा शुल्क
एनआईओएस परियोजना के तहत पंजीकरण कराने वाले छात्रों के लिए प्रति विषय 500 रुपये का परीक्षा शुल्क निर्धारित किया गया है। यदि किसी विषय में प्रैक्टिकल शामिल हैं, जैसे चित्रकला, गृह विज्ञान या कंप्यूटर विज्ञान, तो प्रत्येक प्रैक्टिकल विषय के लिए 120 रुपये अतिरिक्त देने होंगे।
इसके अलावा, पांच विषयों के लिए पंजीकरण शुल्क 500 रुपये है, जिसमें प्रति विषय 200 रुपये अतिरिक्त है, तथा क्रेडिट ट्रांसफर के लिए प्रति विषय 230 रुपये अलग से लिया जाता है।
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