Wayanad Landslides: भूस्खलन के बाद प्रभावित इलाकों में जल्द खुलेंगे स्कूल, शिक्षा मंत्री का बयान

मंत्री ने आगे कहा कि श्रम बोर्ड ने भूस्खलन में घायल श्रमिकों और आपदा में मारे गए लोगों के परिवारों को वित्तीय सहायता प्रदान करने का निर्णय लिया है।

भूस्खलन प्रभावित क्षेत्रों में खोज और बचाव अभियान जारी है। (इमेज-पीटीआई)

Press Trust of India | August 6, 2024 | 01:56 PM IST

वायनाड: केरल में विनाशकारी भूस्खलन के बाद प्रभावित इलाकों के स्कूलों में अगले 10-15 दिनों में कक्षाएं फिर से शुरू होंगी। राज्य के सामान्य शिक्षा और श्रम मंत्री वी. शिवनकुट्टी ने मंगलवार (6 अगस्त) को इसकी घोषणा की। उन्होंने कहा कि वायनाड के स्कूलों में जल्द ही कक्षाएं फिर से शुरू होंगी। फिलहाल इन स्कूलों का इस्तेमाल राहत शिविरों के तौर पर किया जा रहा है। मंत्री ने यह भी बताया कि आपदा से प्रभावित श्रमिकों को वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी।

शिवनकुट्टी ने कहा कि कई स्कूल राहत शिविरों के रूप में काम कर रहे हैं और शिक्षकों, पीटीए और अन्य हितधारकों के साथ बैठक करने के बाद, 10-20 दिनों के भीतर कक्षाएं शुरू करने का निर्णय लिया गया है। कक्षाएं शुरू होने से पहले स्कूलों में सभी बुनियादी ढांचे में सुधार किया जाएगा।

सामान्य शिक्षा और श्रम मंत्री ने कहा कि यह मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन के निर्देशों के अनुरूप है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि भूस्खलन प्रभावित क्षेत्रों में बच्चों की शिक्षा किसी भी तरह से प्रभावित या बाधित न हो।

Wayanad Landslides: वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी

मंत्री ने आगे कहा कि श्रम बोर्ड ने भूस्खलन में घायल श्रमिकों और आपदा में मारे गए लोगों के परिवारों को वित्तीय सहायता प्रदान करने का निर्णय लिया है। प्रवासी श्रमिकों को उनके इलाज सहित अन्य वित्तीय सहायता भी प्रदान की जाएगी।

शिवनकुट्टी ने कहा कि भूस्खलन में मारे गए श्रमिकों के परिवारों को पहली किस्त के रूप में एक लाख रुपये दिए जाएंगे। बता दें कि भूस्खलन के कारण मरने वालों की संख्या सोमवार को 226 हो गई। भूस्खलन प्रभावित क्षेत्रों में खोज और बचाव अभियान जारी है।

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केरल सरकार ने कहा है कि 30 जुलाई को वायनाड जिले में हुए भीषण भूस्खलन के बाद लापता लोगों की पूरी सूची जल्द ही जारी की जाएगी। राजस्व मंत्री के राजन ने यहां संवाददाताओं से कहा कि सरकार लापता लोगों की सटीक सूची तैयार कर रही है।

उन्होंने कहा कि सरकार का लक्ष्य सभी प्रभावित लोगों का व्यापक पुनर्वास करना है। भूस्खलन प्रभावित चूरलामाला और मुंदक्कई क्षेत्रों का दौरा करने के बाद उन्होंने कहा, "वायनाड में पुनर्वास पहल पूरी दुनिया के लिए एक मॉडल होगी।" मंत्री ने कहा कि आपदा से हुई तबाही का आकलन करने के लिए जल्द ही कदम उठाए जाएंगे।

मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने मंगलवार को वायनाड में भूस्खलन से तबाह हुए गांवों में बचाव अभियान चलाने में केरल समाज द्वारा दिखाई गई एकता की प्रशंसा की। मुख्यमंत्री ने वायनाड भूस्खलन आपदा को राज्य के इतिहास की सबसे बड़ी त्रासदियों में से एक बताया।

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