यूपी के एक निजी विश्वविद्यालय से फर्जी अंकपत्र और डिग्रियां बरामद, चेयरमैन समेत 12 लोग हिरासत में लिए गए

UP Fake Degree Racket: एसटीएफ की टीम ने पिलखुवा स्थित मोनाड विश्वविद्यालय पहुंचकर कंप्यूटर और दस्तावेज जब्त कर लिया।

यूपीएसटीएफ की छापेमारी में 1,500 से अधिक फेक डिग्रियां जब्त की गई। (प्रतीकात्मक-फ्रीपिक)

Press Trust of India | May 18, 2025 | 03:45 PM IST

नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश पुलिस के विशेष कार्यबल (एसटीएफ) ने हापुड़ जिले में एक निजी विश्वविद्यालय में छापेमारी कर बड़ी संख्या में फर्जी अंकपत्र और डिग्रियां बरामद की हैं। इस मामले में यूपी एसटीएफ ने मोनाड यूनिवर्सिटी के चेयरमैन समेत 12 लोगों को हिरासत में लिया है। पुलिस ने रविवार (18 मई, 2025) को यह जानकारी दी है।

पुलिस के अनुसार, एसटीएफ टीम ने महत्वपूर्ण दस्तावेज, कंप्यूटर और अन्य सामान जब्त कर विश्वविद्यालय के चेयरमैन विजेंद्र सिंह हुड्डा समेत कई कर्मचारियों को हिरासत में ले लिया। पुलिस ने बताया कि एसटीएफ की टीम ने शनिवार देर शाम पिलखुवा स्थित मोनाड विश्वविद्यालय पहुंचकर कंप्यूटर और दस्तावेज जब्त कर लिए और संस्थान के मालिक और कर्मचारियों से पूछताछ की।

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पुलिस के मुताबिक, हिरासत में लिए गए लोगों में विश्वविद्यालय के चेयरमैन विजेंद्र सिंह हुड्डा, कर्मचारी कमल बत्रा, इमरान, गौरव, मुकेश ठाकुर, एनके सिंघल, विपुल चौधरी, अभिषेक पांडे शामिल हैं। सूत्रों ने बताया कि बच्चों ने पीएचडी और अन्य डिग्रियां न दिए जाने की भी शिकायत की और जांच करीब पांच घंटे तक चली।

इस बीच, शनिवार को लखनऊ में जारी एक बयान में एसटीएफ के अपर पुलिस महानिदेशक (एडीजी) अमिताभ यश ने बताया, “एक शिकायत की जांच के क्रम में एसटीएफ लखनऊ मुख्यालय टीम ने हापुड़ स्थित मोनाड विश्वविद्यालय में कार्रवाई की, जिसमें बड़ी संख्या में फर्जी अंकपत्र, डिग्री आदि बरामद की गई। करीब एक दर्जन लोगों को हिरासत में लिया गया, जिसमें विश्वविद्यालय के चेयरमैन और मुख्य आरोपी विजेंद्र सिंह हुड्डा भी शामिल हैं।”

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