Teachers' Day: दिल्ली के पूर्व शिक्षा मंत्री सिसोदिया का बयान, शिक्षकों को मिलना चाहिए IAS से अधिक वेतन

पूर्व शिक्षा मंत्री ने जर्मनी और स्विटजरलैंड का उदाहरण देते हुए कहा, "विकसित देशों में शिक्षकों को आम तौर पर नौकरशाहों से अधिक वेतन मिलता है।"

सिसोदिया ने कहा, ‘‘पिछले डेढ़ साल में मैं अपने जीवन के सबसे कठिन हालात से गुजर रहा हूं।" (इमेज-X/@msisodia)

Santosh Kumar | September 5, 2024 | 04:33 PM IST

नई दिल्ली: दिल्ली के पूर्व शिक्षा मंत्री और आप नेता मनीष सिसोदिया ने गुरुवार (5 सितंबर) को शिक्षक दिवस के मौके पर अहम बयान दिया। सिसोदिया ने कहा कि अगर भारत को 2047 तक विकसित देश बनना है तो शिक्षकों का वेतन आईएएस अधिकारी से अधिक होना चाहिए। उन्होंने यह टिप्पणी दिल्ली नगर निगम द्वारा आयोजित 'शिक्षक सम्मान समारोह' में की।

सिसोदिया ने कहा, "आज 2047 के भारत के बारे में बहुत चर्चा हो रही है। आज यहां जो शिक्षक बैठे हैं, जो बच्चे आपके साथ हैं, वे 2047 के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं। 2047 का भारत इन बच्चों पर निर्भर करता है। लेकिन नीति निर्माताओं को भी उनके लिए कुछ करना होगा।"

पूर्व शिक्षा मंत्री ने जर्मनी, स्विट्जरलैंड और कुछ अन्य देशों का उदाहरण देते हुए कहा, "अधिकांश विकसित देशों में शिक्षकों को उनके नौकरशाहों से अधिक वेतन दिया जाता है। वहां 5 साल के अनुभव वाले शिक्षक को 5 साल की पोस्टिंग वाले आईएएस अधिकारी से अधिक वेतन मिलता है।"

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इसके अलावा तिहाड़ जेल में अपनी सजा के बारे में बात करते हुए दिल्ली के पूर्व शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि उन्होंने हर दिन 8-10 घंटे किताबें पढ़ने और विभिन्न देशों की शिक्षा प्रणाली के बारे में जानने में बिताए।

उन्होंने कहा, "पिछले डेढ़ साल में मैं अपने जीवन के सबसे कठिन हालात में था। जब हम मुश्किल हालात में होते हैं, तो शिक्षकों द्वारा सिखाई गई बातें सबसे ज्यादा काम आती हैं। मैंने इस दौरान खूब पढ़ाई की। मैं 8-10 घंटे किताबें पढ़ता था।"

उन्होंने कहा, "मैं भारतीय शिक्षा प्रणाली और विश्व शिक्षा प्रणाली के बारे में सबसे अधिक पढ़ता हूं।" बता दें कि आबकारी नीति से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में आप मंत्री मनीष सिसोदिया 17 महीने तक दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद रहे। पिछले महीने ही उन्हें जमानत पर रिहा किया गया था।

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