Press Trust of India | July 27, 2025 | 12:31 PM IST | 1 min read
मंत्री नागर सिंह चौहान ने वीडियो में दावा किया कि महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारी इस गिरोह में शामिल हो सकते हैं।
नई दिल्ली: मध्यप्रदेश के अनुसूचित जाति कल्याण मंत्री नागर सिंह चौहान ने आरोप लगाया कि बिचौलिए ‘आंगनवाड़ी’ कार्यकर्ता की नौकरी दिलाने के लिए पैसे मांग रहे हैं। वहीं, मध्यप्रदेश की भाजपा सरकार में मंत्री नागर सिंह चौहान के इस आरोप का उनकी मंत्रिपरिषद सहयोगी निर्मला भूरिया ने खंडन किया है।
निर्मला भूरिया के नेतृत्व वाले महिला एवं बाल विकास (डब्ल्यूसीडी) विभाग ने 23 मई से आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के 17,477 पदों और सहायिकाओं के 2,077 पदों के लिए ऑनलाइन भर्ती अभियान शुरू किया है। आंगनवाड़ी राज्य द्वारा संचालित पूर्व-प्राथमिक विद्यालय हैं, जो ज्यादातर आदिवासी इलाकों में होते हैं।
चौहान ने एक वीडियो में दावा किया कि बिचौलिए आदिवासी उम्मीदवारों से नौकरी दिलाने के लिए पैसे मांग रहे हैं और महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारी इस गिरोह में शामिल हो सकते हैं।
अलीराजपुर निर्वाचन क्षेत्र (अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित) से 4 बार विधायक रहे चौहान ने आदिवासी उम्मीदवारों से किसी को भी पैसे न देने की अपील की।
महिला एवं बाल विकास मंत्री भूरिया ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि भर्ती प्रक्रिया पूरी तरह से ऑनलाइन और पारदर्शी है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश देश का पहला राज्य है जिसने आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं की भर्ती के लिए ऑनलाइन प्रणाली लागू की है।
उन्होंने आगे कहा कि, “हमारे विभाग के ऑनलाइन भर्ती मॉडल का अन्य राज्य भी अध्ययन कर रहे हैं। अगर चौहान को कोई शिकायत मिली है, तो वे उसे उचित मंच पर प्रस्तुत कर सकते हैं। मुझे ऐसी कोई शिकायत नहीं मिली है।”