NESTS: एनईएसटीएस ने समावेशी शिक्षा और आदिवासी युवाओं को सशक्त बनाने के लिए अवंती फेलोज के साथ एमओयू साइन किया

इस सहयोग का उद्देश्य एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालयों के विद्यार्थियों को जेईई मेन/एडवांस्ड और नीट जैसी राष्ट्रीय स्तर की परीक्षाओं के लिए कोचिंग प्रदान करना है।

एनईएसटीएस और अवंती फेलोज के बीच यह समझौता 5 वर्षों के लिए किया गया है। (स्त्रोत-पीआईबी)

Abhay Pratap Singh | July 22, 2025 | 06:11 PM IST

नई दिल्ली: राष्ट्रीय आदिवासी छात्र शिक्षा समिति (NESTS) ने आदिवासी छात्रों के लिए आईआईटी-जेईई और नीट परीक्षा की तैयारी के लिए कोचिंग सहायता प्रदान करने हेतु अवंती फेलोज के साथ एक समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए हैं। इस पहल का उद्देश्य समावेशी शिक्षा को बढ़ावा देना और देश भर के आदिवासी युवाओं को सशक्त बनाना है।

पीआईबी के अनुसार, “यह सहयोग औपचारिक रूप से लागू हो गया। इस एमओयू के तहत एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालयों (EMRS) के विद्यार्थियों को जेईई मेन (JEE Main), जेईई एडवांस्ड (JEE Advanced) और नीट (NEET) जैसी अत्यधिक प्रतिस्पर्धी राष्ट्रीय स्तर की परीक्षाओं के लिए व्यापक कोचिंग प्रदान करना है।”

नेशनल एजुकेशन सोसाइटी फॉर ट्राइबल स्टूडेंट्स (एनईएसटीएस) और अवंती फेलोज के बीच यह समझौता पांच वर्षों के लिए किया गया है, जो शैक्षणिक वर्ष 2025-26 से लागू होगा। यह समझौता आदिवासी छात्रों के लिए शैक्षिक अंतर को कम करने और प्रतियोगी प्रवेश परीक्षाओं में उनकी भागीदारी बढ़ाने की साझा प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

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पीआईबी के अनुसार, उत्कृष्टता केंद्र ईएमआरएस भोपाल, मध्य प्रदेश में स्थापित किया जाएगा, जहां कुल 80 छात्र एक संरचित प्रवेश परीक्षा के माध्यम से चुने जाएंगे। आने वाले वर्षों में ईएमआरएस भोपाल में मौजूदा उत्कृष्टता केंद्र के अलावा, विभिन्न क्षेत्रों और राज्यों में उत्कृष्टता केंद्र स्थापित करने की योजना है।

अवंती फेलोज के साथ साझेदारी आदिवासी शिक्षा की दिशा में एक बड़ा कदम है। इसका उद्देश्य ईएमआरएस छात्रों को उनकी वास्तविक क्षमता को पहचानने में मदद करना है। सही मार्गदर्शन और सहयोग से वे जेईई और नीट जैसी परीक्षाओं की आत्मविश्वास से तैयारी कर सकते हैं। यह प्रयास उनके भविष्य को आकार देने के साथ ही, एक मजबूत और समावेशी राष्ट्र के निर्माण में भी मदद करेगा।

बता दें, जनजातीय छात्रों के लिए राष्ट्रीय शिक्षा समिति (नेस्ट्स) जनजातीय मामलों के मंत्रालय के तहत एक स्वायत्त संगठन है। नेस्ट्स पूरे भारत में एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालयों (ईएमआरएस) के नेटवर्क के माध्यम से आदिवासी बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।

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