NEET 2024: ग्रेस मार्क्स के खिलाफ फिजिक्स वाला ने सुप्रीम कोर्ट में दायर की याचिका; नहीं चलेगी NTA की मनमानी

सीईओ अलख पांडे ने NEET UG Paper Leak मामले पर एनटीए की चुप्पी पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि प्रेस कॉन्फ्रेंस में एनटीए डायरेक्टर को सब कुछ साफ-साफ कहना चाहिए था। उन्हें सच बताना चाहिए था।

एनटीए ने नीट 2024 का रिजल्ट 4 जून को जारी किया था। (इमेज-पीटीआई)

Santosh Kumar | June 12, 2024 | 02:38 PM IST

नई दिल्ली: एजुकेशनल टेक्नोलॉजी कंपनी फिजिक्स वाला ने नीट परीक्षा 2024 के नतीजों में राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) द्वारा छात्रों को दिए गए ग्रेस मार्क्स के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में नई याचिका दायर की है। सीईओ अलख पांडे ने नीट यूजी मेडिकल प्रवेश परीक्षा के नतीजों में धांधली को एनटीए की मनमानी बताया है। उन्होंने कहा कि अब नीट अभ्यर्थियों को सिर्फ सुप्रीम कोर्ट से ही उम्मीद है।

9 जून को फिजिक्स वाला ने एक रिट याचिका दायर की थी, जिसे उनके वकील जे साई दीपक ने 11 जून को सुप्रीम कोर्ट की अवकाश पीठ के समक्ष तत्काल सुनवाई के लिए पेश किया। जवाब में, न्यायमूर्ति विक्रम नाथ की अध्यक्षता वाली पीठ ने वकील से कहा कि वे मामले को रजिस्ट्री के समक्ष उल्लेख करें ताकि सूचीबद्ध करने का अनुरोध भारत के मुख्य न्यायाधीश के माध्यम से किया जा सके।

अलख पांडे के वकील ने कहा कि पांडे ने करीब 20,000 छात्रों से समर्थन हासिल किए हैं, जिससे पता चलता है कि कम से कम 1,500 छात्रों को ग्रेस मार्क्स के तौर पर करीब 70 से 80 अंक दिए गए हैं। उन्होंने तर्क दिया कि ग्रेस मार्क्स देने के लिए "सामान्यीकरण फॉर्मूला" केवल उन प्रश्नों की संख्या तक सीमित होना चाहिए जो समय की कमी के कारण अनुत्तरित रह गए हैं, क्योंकि सभी प्रश्नों का समान महत्व है और हर प्रश्न के लिए समान समय वितरण माना जा सकता है।

NEET 2024 Result: कोर्ट ने मांगा एनटीए से जवाब

सुप्रीम कोर्ट ने कल एक अन्य याचिका पर नोटिस जारी किया जिसमें कथित पेपर लीक के कारण 5 मई को आयोजित नीट यूजी 2024 परीक्षा को रद्द करने की मांग की गई थी। कोर्ट ने पेपर लीक के आरोपों पर एनटीए से 8 जुलाई तक जवाब मांगा है। हालांकि, कोर्ट ने काउंसलिंग प्रक्रिया पर रोक लगाने की खारिज कर दी है।

इसके अलावा, 9 जून को सुप्रीम कोर्ट में एक और याचिका दायर की गई, जिसमें NEET UG 2024 के नतीजों को रद्द करने और परीक्षा को फिर से आयोजित करने की मांग की गई। याचिकाकर्ताओं ने तर्क दिया कि कई छात्रों के लिए 720 में से 718 और 719 अंक प्राप्त करना "सांख्यिकीय रूप से असंभव" है। उन्होंने कहा कि नेशनल टेस्टिंग एजेंसी द्वारा ग्रेस मार्क्स देना कुछ छात्रों को "पिछले दरवाजे से प्रवेश" देना दुर्भावनापूर्ण है।

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NEET UG 2024 Result: अलख पांडे ने क्या कहा?

समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए अलख पांडे ने नीट-यूजी 2024 परीक्षा परिणाम विवाद पर बात करते हुए कोर्ट से अपनी अपेक्षाएं व्यक्त कीं और कहा, "हमें और छात्रों को अब सुप्रीम कोर्ट से उम्मीदें हैं। कोर्ट को छात्रों को भरोसा दिलाना चाहिए कि वे सही फैसला लेंगे। इतने सारे छात्र विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं... क्या आप उम्मीद करते हैं कि 18 साल का कोई युवक कोर्ट में अपील करेगा? मुझे लगता है कि विरोध प्रदर्शन को रोकने के लिए सबसे पहले सुप्रीम कोर्ट को कदम उठाना चाहिए।"

पांडे ने NEET UG Paper Leak मामले पर एनटीए की चुप्पी पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा, "बहुत सारे सवाल उठने के बाद एनटीए ने एक दस्तावेज जारी किया। दस्तावेज में उन्होंने उल्लेख किया कि उन्होंने 1563 छात्रों को ग्रेस मार्क्स दिए और छह छात्रों को 720 के पूरे अंक भी दिए। ये छात्र 4 राज्यों के केंद्रों से हैं... हमने एक जनहित याचिका (9 जून) दायर की। हमने सवाल किया कि एनटीए पेपर लीक मामले को क्यों छिपा रहा है। इसकी जांच क्यों नहीं की जा रही है? वे ग्रेस मार्क्स कैसे दे सकते हैं?"

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NEET UG 2024 Controversy: प्रश्नपत्र के पैटर्न पर सवाल

सीईओ ने छात्रों को ग्रेस मार्क्स देने के पीछे के फॉर्मूले का जवाब न दे पाने पर भी एजेंसी पर निशाना साधा। पांडे ने कहा, "विभिन्न राज्यों में सरकारी मेडिकल कॉलेजों में 610, 620, 630 अंकों पर छात्रों को एडमिशन मिला। लेकिन आज 650 अंकों पर भी कोई गारंटी नहीं है... इसके पीछे या तो पेपर लीक है या फिर बहुत सारे छात्रों को ग्रेस मार्क्स मिलना है।"

पांडे ने प्रश्नपत्र के पैटर्न पर भी सवाल उठाए और कहा, "पेपर इस तरह से क्यों सेट किया गया था, जिसमें पूरे अंक लाने के बाद भी छात्र को शीर्ष कॉलेज में सीट नहीं मिलेगी? एक चीज जो मुझे बहुत बुरी लगी, वह यह है कि प्रेस कॉन्फ्रेंस में, एनटीए निदेशक को सब कुछ स्पष्ट रूप से कहना चाहिए था। उन्हें सच बोलना चाहिए था।"

गौरतलब है कि 8 जून को, राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) और केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने इस साल की नीट (स्नातक) परीक्षा में बैठने के दौरान हुए "समय की हानि" की भरपाई के लिए "अनुग्रह अंक" दिए गए 1,500 से अधिक उम्मीदवारों के परिणामों की समीक्षा करने के लिए 4 सदस्यीय समिति के गठन की घोषणा की। नीट यूजी परिणाम 2024 4 जून को जारी किया गया था।

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