Abhay Pratap Singh | August 8, 2025 | 04:57 PM IST | 3 mins read
जनरेटिव एआई (GenAI) नामांकन में 107% की बढ़ोतरी, प्रोफेशनल सर्टिफिकेट्स में 23% की वृद्धि, और फुल-स्टैक डेवलपमेंट व डेवऑप्स स्किल्स पर शिक्षार्थियों का गहरा फोकस भारत के तकनीकी दक्षता की दिशा में बढ़ते कदमों को दर्शाता है।
नई दिल्ली: वैश्विक ऑनलाइन लर्निग प्लेटफॉर्म कोर्सेरा आईएनसी (NYSE: COUR) ने अपनी वार्षिक ग्लोबल स्किल्स रिपोर्ट जारी की है, जिसमें भारत में जनरेटिव एआई (GenAI) नामांकन में साल-दर-साल 107% की वृद्धि और अब तक 2.6 मिलियन से अधिक नामांकन दर्ज किए गए हैं, जो दुनिया भर के किसी भी देश की तुलना में सबसे अधिक है। भारत में Coursera के शिक्षार्थियों की संख्या तेजी से बढ़कर 3.1 करोड़ के पार पहुंच गई है, जिससे कोर्सेरा पर कुल शिक्षार्थियों की संख्या के मामले में भारत ने यूरोप को भी पीछे छोड़ दिया है।
यह रिपोर्ट कोर्सेरा के 17 करोड़ से अधिक वैश्विक शिक्षार्थियों के डेटा पर आधारित है और यह 100+ देशों में उभरते कौशल रुझानों को ट्रैक करती है। 7वें संस्करण के रूप में जारी 2025 की रिपोर्ट में भारत को समग्र कौशल दक्षता के लिए वैश्विक स्तर पर 89वें और एशिया पैसिफिक में 19वें स्थान पर रखा गया है।
रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय शिक्षार्थियों की दक्षता व्यापार में 18%, प्रौद्योगिकी में 22% और डेटा साइंस में 20% है। रिपोर्ट में इस बार पहली बार “एआई मैच्योरिटी इंडेक्स” (AI Maturity Index) भी जोड़ा गया है, जिसमें भारत को 46वां स्थान मिला है, जो एआई नवाचार और प्रतिभा विकास के क्षेत्र में एक बढ़ते लेकिन असमान परिदृश्य को दर्शाता है।
भारत की बढ़ती कौशल आकांक्षा को डिजिटल और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) प्रतिभा की तेज़ी से बढ़ती मांग का समर्थन मिल रहा है:
कोर्सेरा इंडिया की डायरेक्टर प्रशांति रस्तोगी ने कहा, “भारत की डिजिटल और एआई महत्वाकांक्षा नीतियों और शिक्षार्थियों के व्यवहार दोनों में साफ झलकती है। राष्ट्रीय एआई मिशन से लेकर स्किल-आधारित भर्ती और इंटरडिसिप्लिनरी शिक्षा मॉडल तक, हम एक भविष्य के लिए तैयार कार्यबल की नींव को बनते देख रहे हैं। Coursera इस परिवर्तन का हिस्सा बनकर गर्व महसूस करता है और भारत के आर्थिक लक्ष्यों के अनुरूप एक विस्तृत और समावेशी प्रतिभा तंत्र तैयार करने के लिए शिक्षा, उद्योग और सरकार के साथ मिलकर कार्य कर रहा है।”
आधिकारिक बयान के अनुसार, यह रिपोर्ट मार्च 2024 से फरवरी 2025 के बीच कोर्सेरा के डेटा पर आधारित है, जो व्यापार, प्रौद्योगिकी और डेटा साइंस के 274 कौशल पर शिक्षार्थियों की दक्षता के आधार पर 109 देशों को रैंक करती है। इसमें विश्व बैंक, IMF, WIPO और OECD जैसे स्रोतों से प्राप्त थर्ड-पार्टी डेटा का उपयोग भी शामिल है। पहली बार, AI Maturity Index भी पेश किया गया है।
आईआईटी के बीच सहयोग के लिए इस नोडल केंद्र की स्थापना का विचार लेफ्टिनेंट जनरल डॉ सुब्रत साहा (सेवानिवृत्त) और आईआईटी गुवाहाटी के प्रशासन के डीन प्रो सुकुमार नंदी द्वारा प्रस्तुत किया गया था।
Abhay Pratap Singh