नीट यूजी परीक्षा परिणाम 2024 पर राजनीति भी जमकर हो रही है। कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी दलों ने नीट यूजी 2024 के मामले में सरकार पर हमला बोला है।
Santosh Kumar | June 10, 2024 | 07:24 PM IST
नई दिल्ली: मेडिकल क्षेत्र में नीट यूजी परीक्षा 2024 को लेकर हंगामा शांत होने की बजाय हर गुजरते दिन के साथ बढ़ता जा रहा है। इस बीच परीक्षा में कथित अनियमितताओं को लेकर छात्र संघ का विरोध प्रदर्शन शिक्षा मंत्रालय के कार्यालय के करीब पहुंच गया है। छात्रों का आरोप है कि एजेंसी द्वारा स्नातक प्रवेश परीक्षा में धांधली की गई है। सभी छात्र संगठन एनटीए से दोबारा निष्पक्ष तरीके से परीक्षा आयोजित करने की मांग कर रहे हैं।
नीट यूजी परीक्षा परिणाम 2024 पर राजनीति भी जमकर हो रही है। कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी दलों ने नीट यूजी 2024 के मामले में सरकार पर हमला बोला है। उनके बाद कांग्रेस से जुड़ा छात्र संगठन एनएसयूआई भी इसका कड़ा विरोध कर रहा है। इतना ही नहीं, भाजपा की छात्र इकाई एबीवीपी भी इस मामले में सीबीआई जांच की मांग कर रही है।
दूसरी ओर, नीट परीक्षा आयोजित करने वाली राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) ने शनिवार को कहा कि शिक्षा मंत्रालय ने परीक्षा में 1,500 से अधिक उम्मीदवारों को दिए गए ग्रेस मार्क्स की समीक्षा के लिए चार सदस्यीय पैनल का गठन किया है।
सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर कर नीट के नतीजों को रद्द करने और नए सिरे से परीक्षा आयोजित करने की मांग की गई है। याचिका में नीट के नतीजों में बड़े पैमाने पर अनियमितताओं का आरोप लगाया गया है। सुप्रीम कोर्ट में दायर एक अन्य याचिका में छात्रों को ग्रेस मार्क्स देने के एनटीए के फैसले को भी चुनौती दी गई है।
साथ ही मांग की गई है कि परीक्षा में अनियमितताओं के आरोपों की एसआईटी जांच कराई जाए और 4 जून 2024 को जारी नतीजों के आधार पर काउंसलिंग रोकी जाए। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, नीट परीक्षा को लेकर यह याचिका तेलंगाना के अब्दुल्ला मोहम्मद फैज ने दायर की है।
बता दें कि नीट रिजल्ट 2024 में 67 छात्रों ने 720 में से 720 अंक हासिल किए, जबकि 1563 छात्रों को ग्रेस मार्किंग दी गई। यह ग्रेस मार्किंग 100 से 150 अंकों की थी, जिसके कारण कई छात्र मेरिट लिस्ट से बाहर हो गए और मेधावी छात्रों को सरकारी कॉलेजों में दाखिला मिलना मुश्किल हो गया। इसके कारण परीक्षा रद्द करने की मांग की जा रही है।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने नीट परीक्षा परिणामों को लेकर रविवार (9 जून) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला करते हुए कहा कि परीक्षा में कथित "अनियमितताओं" ने उनके शपथ ग्रहण से पहले ही 24 लाख से अधिक छात्रों को परेशान कर दिया है। गांधी ने देश के छात्रों को आश्वासन दिया कि वह संसद में उनकी आवाज बनेंगे और उनके भविष्य से जुड़े मुद्दों को मजबूती से उठाएंगे।
राहुल गांधी ने कहा, "आज मैं देश के सभी छात्रों को भरोसा दिलाता हूं कि मैं संसद में आपकी आवाज बनूंगा और आपके भविष्य से जुड़े मुद्दों को मजबूती से उठाऊंगा।’ उन्होंने कहा कि युवाओं ने इंडिया गठबंधन पर भरोसा जताया है और इंडिया उनकी आवाज को दबने नहीं देगा। कांग्रेस ने नीट में अनियमितताओं की सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में उच्च स्तरीय जांच की मांग की है।