एनटीए महानिदेशक ने कहा कि दो उम्मीदवारों ने क्रमशः 718 और 719 अंक प्राप्त किए और 6 उम्मीदवार टॉपर बन गए। यह सवालों की संख्या के बारे में नहीं है, बल्कि स्केलिंग फॉर्मूला से होने वाले अंकों के अंतर के बारे में है।
Saurabh Pandey | June 8, 2024 | 05:00 PM IST
नई दिल्ली : नीट यूजी परीक्षा रिजल्ट 2024 जारी होने के बाद से ही लगातार विवादों में बना हुआ है। शिक्षा मंत्रालय की तरफ से NEET UG 2024 रिजल्ट्स के संबंध में छात्रों और हितधारकों की बढ़ती चिंताओं को दूर करने के लिए एक आधिकारिक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की गई। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस को एनटीए के महानिदेशक सुबोध कुमार सिंह ने संबोधित करते हुए सवालों के जवाब दिए।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में एनटीए के महानिदेशक सुबोध कुमार सिंह ने बताया कि शिक्षा मंत्रालय ने नीट-यूजी मेडिकल प्रवेश परीक्षा में 1,500 से अधिक उम्मीदवारों को दिए गए ग्रेस अंकों की समीक्षा के लिए चार सदस्यीय पैनल का गठन किया है। कमेटी एक सप्ताह में रिपोर्ट देगी और उसके अनुसार निर्णय लिया जाएगा।
एनटीए प्रमुख ने प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए संवाददाताओं से कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो समिति की सिफारिशों के आधार पर 1,600 उम्मीदवारों के लिए परिणाम संशोधित किए जाएंगे। बता दें कि NEET UG 2024 परीक्षा 5 मई को 571 शहरों में स्थित 4,750 विभिन्न केंद्रों पर 24 लाख से अधिक उम्मीदवारों के लिए आयोजित की गई थी। डीजी एनटीए ने कहा कि 24 लाख छात्रों में से केवल 1,600 छात्र प्रभावित हुए जो 6 परीक्षा केंद्रों में उपस्थित हुए थे।
एनटीए के महानिदेशक ने प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि नीट परीक्षा से संबंधित मुद्दा 6 केंद्रों और 1600 कैंडिडेट्स से संबंधित है। हमने विशेषज्ञों की एक समिति बनाई थी, मुद्दे का विश्लेषण किया और शिकायतों का समाधान किया।
उन्होंने कहा कि हमारी समिति ने बैठक की और केंद्रों, सीसीटीवी के सभी विवरणों पर गौर किया और पाया कि केंद्रवार समय बर्बाद हुआ और छात्रों के अंकों की भरपाई करना चाहिए। शिकायतों को दूर करते हुए उसके अनुरूप ही अंक बढ़ाए गए हैं।
एनटीए महानिदेशक सुबोध कुमार सिंह ने कहा कि यूपीएससी के पूर्व अध्यक्ष की अध्यक्षता में चार सदस्यीय समिति हरियाणा के बहादुरगढ़ केंद्र का फिर से दौरा करेगी, जो प्रभावित छह केंद्रों में से एक है।
एनटीए महानिदेशक ने कहा कि दो उम्मीदवारों ने क्रमशः 718 और 719 अंक प्राप्त किए और 6 उम्मीदवार टॉपर बन गए। यह सवालों की संख्या के बारे में नहीं है, बल्कि स्केलिंग फॉर्मूला से होने वाले अंकों के अंतर के बारे में है।