आईएमए के जूनियर डॉक्टर्स नेटवर्क ने एनटीए से अपील की है कि परीक्षा दोबारा आयोजित की जाए ताकि सभी छात्रों को समान अवसर मिल सके।
Santosh Kumar | June 8, 2024 | 12:44 PM IST
नई दिल्ली: इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) के जूनियर डॉक्टर्स नेटवर्क (जेडीएन) ने नीट 2024 परीक्षा में अनियमितताओं के आरोपों की सीबीआई जांच की मांग की है। उनका कहना है कि परीक्षा निष्पक्ष और पारदर्शी होनी चाहिए। दूसरी ओर, नीट यूजी 2024 रिजल्ट के समय को लेकर बिहार में मामला तूल पकड़ता जा रहा है। युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष ने एनटीए से नीट परीक्षा का सारा डाटा सार्वजनिक करने की मांग की है।
आईएमए के जूनियर डॉक्टर्स नेटवर्क ने एनटीए से अपील की है कि परीक्षा दोबारा आयोजित की जाए ताकि सभी छात्रों को समान अवसर मिल सके। डॉक्टरों का कहना है कि परीक्षा के नतीजे अचानक और जल्दबाजी में घोषित किए गए और कटऑफ भी काफी बढ़ गई है। इन मुद्दों की उचित जांच जरूरी है ताकि छात्रों को न्याय मिल सके।
आईएमए जूनियर डॉक्टर्स नेटवर्क के अध्यक्ष डॉ. के.एम. अबुल हसन ने कहा, "हम चाहते हैं कि नीट 2024 में हुई अनियमितताओं की जांच सीबीआई करे। परीक्षा सभी छात्रों के लिए निष्पक्ष और पारदर्शी होनी चाहिए। इसी से भारत की शिक्षा प्रणाली की विश्वसनीयता बनी रहती है।"
उन्होनें आगे कहा कि आईएमए जेडीएन को उम्मीद है कि उनकी अपील को गंभीरता से लिया जाएगा और सभी जरूरी कदम उठाए जाएंगे ताकि परीक्षा प्रक्रिया ईमानदार और साफ-सुथरी हो सके।
बिहार प्रदेश युवा कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता जयवर्धन सिंह ने नीट रिजल्ट में धांधली का आरोप लगाते हुए सरकार से कई सवाल पूछे हैं। जयवर्धन सिंह ने आरोप लगाया कि लोकसभा चुनाव के नतीजों के दिन ही एनटीए को नीट यूजी रिजल्ट 2024 जारी करने की क्या जल्दी थी?
इसके अलावा परीक्षा से ठीक 24 दिन पहले 9 और 10 अप्रैल को आवेदन विंडो खोली गई। प्रदेश प्रवक्ता ने पूछा है कि ऐसा क्यों किया गया, तब कितने छात्रों ने फॉर्म भरा? उनमें से कितने किस सेंटर से थे? उनमें से कितने चयनित हुए? एनटीए को उनके रोल नंबर सार्वजनिक करने चाहिए।
जयवर्धन सिंह ने कहा कि पहले नीट पेपर लीक की खबर और अब रिजल्ट में गड़बड़ी से देश के लाखों युवाओं का भविष्य बर्बाद हो रहा है। सरकार को इसका जवाब देना चाहिए और इसकी जांच करानी चाहिए अन्यथा हम सभी आंदोलन करने को मजबूर होंगे।
नीट 2024 के रिजल्ट में 67 छात्रों ने 720 में से 720 अंक यानी 100 फीसदी अंक हासिल किए हैं। यह पहली बार है जब इतनी बड़ी संख्या में छात्रों ने 100 फीसदी अंक हासिल किए हैं, इससे पहले सिर्फ 4 छात्र ही यह रिकॉर्ड बना पाए थे। नीट 2024 की परीक्षा 5 मई को हुई थी, जिसका रिजल्ट 14 जून को आना था, लेकिन ये रिजल्ट 10 दिन पहले 4 जून को ही घोषित कर दिए गए।
नीट रिजल्ट 2024 में कथित धांधली का मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है। एनटीए के रवैये पर एक और बड़ा सवाल यह उठा है कि हरियाणा के झज्जर में एक ही परीक्षा केंद्र से 8 टॉपर निकले हैं। जानकारी के मुताबिक, ये सभी परीक्षा में एक-दूसरे के आसपास में बैठे थे। रिजल्ट जारी होने के बाद से ही यह पूरे देश में चर्चा का विषय बना हुआ है। छात्र दोबारा परीक्षा कराने की मांग पर अड़े हुए हैं।
परीक्षा के लिए एडमिट कार्ड विश्वविद्यालय द्वारा पहले ही जारी कर दिया गया है। परीक्षा के दौरान उम्मीदवारों को विश्वविद्यालय की कुछ गाइडलाइन्स का पालन करना होगा। इसकी जानकारी इस लेख में आगे दी गई है।
Santosh Kumar