JEE Main Qualifying Cutoff 2025: जेईई मेन क्वालीफाइंग कटऑफ क्या होगी? निर्धारित करने वाले फैक्टर, प्रकार जानें

पात्र उम्मीदवार एनटीए जेईई मेन 2025 के लिए आधिकारिक वेबसाइट jeemain.nta.nic.in पर 22 नवंबर तक ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।

एनटीए द्वारा दोनों सत्रों (जनवरी और अप्रैल) के लिए अलग-अलग कटऑफ जारी की जाती है। (प्रतीकात्मक-फ्रीपिक)

Santosh Kumar | November 19, 2024 | 04:12 PM IST

नई दिल्ली: नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) द्वारा आयोजित जेईई मेन 2025 सेशन 1 की परीक्षा 22 से 31 जनवरी के बीच आयोजित की जाएगी। उम्मीदवार परीक्षा के लिए आधिकारिक वेबसाइट jeemain.nta.nic.in पर 22 नवंबर तक ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। एनटीए द्वारा परीक्षा के बाद दोनों सेशन (जनवरी और अप्रैल) के लिए अलग-अलग कटऑफ जारी की जाएगी। इस बार जेईई मेन क्वालिफाइंग कटऑफ क्या हो सकती है? इस सवाल का जवाब लेख में आगे दिया गया है।

जेईई मेन परीक्षा इंजीनियरिंग और आर्किटेक्चर में स्नातक पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए आयोजित की जाती है। भारत के शीर्ष इंजीनियरिंग कॉलेजों में प्रवेश पाने के लिए यह एक अनिवार्य परीक्षा है। इसके माध्यम से NIT, IIIT, CFTI और अन्य शीर्ष कॉलेजों में प्रवेश मिलता है।

JEE Main Qualifying Cutoff 2025: श्रेणीवार अपेक्षित क्वालीफाइंग कटऑफ

जेईई मेन पासिंग मार्क्स हर साल बदलते रहते हैं। जेईई एडवांस्ड के लिए आवश्यक न्यूनतम अंक भी जेईई मेन 2025 कटऑफ में जारी किए जाएंगे। जेईई मेन क्वालीफाइंग कटऑफ और एंट्रेंस कटऑफ अलग-अलग होती हैं।

जेईई मेन पासिंग मार्क्स का अंदाजा लगाने के लिए छात्र इस साल यानी जेईई मेन 2024 कटऑफ मार्क्स देख सकते हैं। जेईई मेन 2025 के लिए श्रेणीवार अपेक्षित क्वालीफाइंग कटऑफ नीचे दी गई तालिका में देखी जा सकती है-

श्रेणी

जेईई मेन कटऑफ 2024

सामान्य

93.2362181

जनरल-पीडब्ल्यूडी

0.0018700

ईडब्ल्यूएस

81.3266412

अन्य पिछड़ा वर्ग-एनसीएल

79.6757881

एससी

60.0923182

एसटी

46.6975840

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JEE Main Cutoff 2025: दो प्रकार की होती है कटऑफ

जेईई मेन 2025 कटऑफ दो प्रकार के होते हैं: क्वालीफाइंग कटऑफ और एडमिशन कटऑफ। एनटीए परिणाम के साथ जेईई मेन क्वालीफाइंग कटऑफ जारी करता है। यह कटऑफ उम्मीदवारों को जेईई एडवांस्ड 2025 के लिए उपस्थित होने के योग्य बनाता है।

जबकि जेईई मेन एडमिशन कटऑफ एनआईटी, आईआईआईटी, सीएफटीआई और अन्य संस्थानों में प्रवेश पाने के लिए आवश्यक न्यूनतम अंक हैं। जेईई मेन 2025 एडमिशन कटऑफ प्रतिभागी संस्थानों की तरफ से जोसा (JoSAA) द्वारा जारी की जाती है।

JEE Main 2025: जेईई मेन कटऑफ का उद्देश्य

एनटीए द्वारा जेईई मेन क्वालीफाइंग कटऑफ का उपयोग जेईई एडवांस्ड के लिए उम्मीदवारों की स्क्रीनिंग के लिए किया जाता है। केवल वे उम्मीदवार ही जेईई एडवांस्ड 2025 के लिए उपस्थित हो सकते हैं जिन्होंने क्वालीफाइंग स्कोर हासिल किया है।

जोसा द्वारा प्रवेश कटऑफ, जेईई मेन 2025 में भाग लेने वाले संस्थानों में प्रवेश पाने के लिए उम्मीदवारों द्वारा आवश्यक न्यूनतम अंक हैं। उम्मीदवार नीचे एनटीए द्वारा पिछले 5 वर्षों के जेईई मेन कटऑफ की जांच कर सकते हैं-

श्रेणी

2023

2022

2021

2020

2019

जनरल

90.7788642

88.4121383

87.8992241

90.3765335

89.7548849

जनरल-पीडब्ल्यूडी

0.0013527

0.0031029

0.0096375

0.0618524

0.11371730

ईडब्ल्यूएस

75.6229025

63.1114141

66.2214845

70.2435518

78.2174869

ओबीसी-एनसीएल

73.6114227

67.0090297

68.0234447

72.8887969

74.3166557

एससी

51.9776027

43.0820954

46.8825338

50.1760245

54.0128155

एसटी

37.2348772

26.7771328

34.6728999

39.0696101

44.3345172

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NTA JEE Main 2025 Cutoff: निर्धारित करने वाले फैक्टर

जेईई मेन 2025 कटऑफ निर्धारित करते समय कई कारकों को ध्यान में रखा जाता है। ये कारक परीक्षा के परिणाम और आंकड़ों को प्रभावित करते हैं। उम्मीदवार नीचे सूचीबद्ध बिंदुओं से इसकी प्रकृति के बारे में निम्नलिखित तथ्यों की जांच कर सकते हैं-

उम्मीदवारों की संख्या:

यदि अधिक अभ्यर्थी परीक्षा में बैठते हैं तो प्रतिस्पर्धा बढ़ जाती है, जिससे कटऑफ अंक अधिक हो सकता है। कम अभ्यर्थी बैठने पर कटऑफ कम हो सकता है।

सीटों की उपलब्धता:

कटऑफ का निर्धारण विभिन्न कॉलेजों और संस्थानों में सीटों की संख्या के आधार पर किया जाता है। यदि सीटें सीमित हैं, तो उम्मीदवारों के लिए कटऑफ अंक अधिक हो सकते हैं। यदि सीटें अधिक हैं, तो कटऑफ कम हो सकता है।

परीक्षा का कठिनाई स्तर:

जेईई मेन परीक्षा का कठिनाई स्तर भी कटऑफ को प्रभावित करता है। कठिन परीक्षा में अच्छे अंक लाना मुश्किल होता है, जिससे कटऑफ कम हो सकती है। वहीं, अगर परीक्षा आसान है, तो कटऑफ बढ़ सकती है।

पिछले वर्ष का रुझान:

इस साल की कटऑफ का अंदाजा पिछले साल के कटऑफ अंकों को देखकर लगाया जा सकता है। अगर पिछले साल कटऑफ ज्यादा थी, तो इस साल भी यही ट्रेंड जारी रह सकता है, खासकर अगर परीक्षा की परिस्थितियां ऐसी ही हों।

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