IIT Roorkee: आईआईटी रुड़की ने भारतीय मानक ब्यूरो के सहयोग से 14 विभागों में मानक क्लब स्थापित किया

यह पहल उच्च शिक्षा में गुणवत्ता आश्वासन एवं मानकीकरण को एकीकृत करने के आईआईटी रुड़की के मिशन में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो इंजीनियरिंग, प्रौद्योगिकी और नीति-निर्माण में भविष्य के नेताओं के लिए मार्ग तैयार करता है।

बीआईएस डायरेक्टर प्रमोद कुमार तिवारी (आईएएस) 27 फरवरी, 2025 को आईआईटी रुड़की में मानक क्लबों का उद्घाटन करेंगे। (स्त्रोत-पीआईबी)

Abhay Pratap Singh | February 26, 2025 | 12:36 PM IST

नई दिल्ली: भारतीय प्रौद्योगिक संस्थान, रुड़की (IIT Roorkee) ने भारतीय मानक ब्यूरो (BIS) के सहयोग से 14 विभागों में मानक क्लब स्थापित किया है। इस पहल का उद्देश्य इंजीनियरिंग एवं प्रौद्योगिकी शिक्षा में गुणवत्ता, सुरक्षा एवं मानकीकरण की संस्कृति को बढ़ावा देना है, जिससे छात्रों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मानकीकरण रूपरेखाओं में महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त हो सके।

इस पहल में भाग लेने वाले विभागों में सिविल इंजीनियरिंग, जल विज्ञान, इलेक्ट्रॉनिक्स और संचार इंजीनियरिंग, मैकेनिकल और औद्योगिक इंजीनियरिंग, भूकंप इंजीनियरिंग, भू विज्ञान, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग, धातुकर्म और सामग्री इंजीनियरिंग, जल संसाधन विकास एवं प्रबंधन, डिजाइन, रासायनिक इंजीनियरिंग, पॉलिमर एवं प्रक्रिया इंजीनियरिंग, हाइड्रो और नवीकरणीय ऊर्जा (HRED) और कंप्यूटर विज्ञान एवं इंजीनियरिंग शामिल हैं। ये विभाग अंतःविषय सहयोग में संलग्न होंगे, जिससे कई डोमेन में मानकीकरण के दायरे और प्रभाव को बढ़ाया जा सकेगा।

प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, बीआईएस के अधिकारियों ने 10 दिसंबर, 2024 को आईआईटी रुड़की का दौरा किया, जिससे छात्रों और सलाहकारों के साथ औपचारिक रूप से बातचीत की जा सके और शोध, शिक्षा एवं उद्योग में मानकीकरण के महत्व के बारे में बहुमूल्य जानकारी प्रदान की जा सके। क्लब कार्यशालाओं, तकनीकी सत्रों और व्यावहारिक परियोजनाओं का आयोजन करेंगे, जिससे छात्रों को मानकीकरण के क्षेत्र में सक्रिय रूप से योगदान करने के लिए सशक्त बनाया जा सके।

Also read IIT Roorkee: आईआईटी रुड़की के वैज्ञानिकों ने सुपरबग के बचाव तंत्र का पता लगाया, नए उपचारों के रास्ते खुलेंगे

आईआईटी रुड़की के निदेशक प्रोफेसर कमल किशोर पंत ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा, “14 विभागों में मानक क्लब स्थापित करने वाला पहला आईआईटी होना शिक्षा और अनुसंधान में उत्कृष्टता के लिए आईआईटी रुड़की की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। यह पहल न केवल छात्रों को उद्योग-संबंधित कौशल से लैस करेगी, बल्कि वैश्विक मानकीकरण प्रयासों में भारत की स्थिति को भी मजबूत करेगी।”

आईआईटी रुड़की के जल संसाधन विकास एवं प्रबंधन विभाग के बीआईएस चेयर प्रोफेसर एवं प्रोफेसर (एचएजी) प्रो दीपक खरे ने कहा, “मानकीकरण में आईआईटी रुड़की की सक्रिय पहल शैक्षणिक संस्थानों के लिए एक मॉडल के रूप में कार्य करती है। विविध विषयों के छात्रों को शामिल करके, हम नवाचार, गुणवत्ता वृद्धि और आर्थिक विकास के उत्प्रेरक के रूप में मानकों की व्यापक समझ को बढ़ावा दे रहे हैं।”

बीआईएस के महानिदेशक प्रमोद कुमार तिवारी (आईएएस) ने कहा, “आईआईटी रुड़की का मानकीकरण के प्रति अग्रगामी दृष्टिकोण शैक्षणिक संस्थानों के लिए उच्च मानक स्थापित करता है। शैक्षणिक संस्थानों/स्कूलों मे, बीआईएस द्वारा मानक क्लबों की स्थापना की जा रही है, जिसका उद्देश्य जीवन की गुणवत्ता में सुधार के लिए मानकों के महत्व के बारे में समाज के युवा सदस्यों को जागरूक करना है।”

[

विशेष समाचार

]
[

नवीनतम शिक्षा समाचार

]