IIT Madras: आईआईटी मद्रास ने दो नए बीटेक कार्यक्रम शुरू किया, जोसा काउंसलिंग में चुन सकेंगे छात्र
Saurabh Pandey | May 19, 2025 | 03:46 PM IST | 2 mins read
जेईई (एडवांस्ड) पास करने वाले छात्र आगामी ज्वाइंट सीट एलोकेशन अथॉरिटी (JOSAA) काउंसलिंग में इन दो नए कार्यक्रमों को चुन सकते हैं। इनमें से प्रत्येक में कुल 40 छात्र होंगे।
नई दिल्ली : भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान मद्रास (आईआईटी मद्रास) ने आगामी शैक्षणिक वर्ष 2025-26 से दो नए स्नातक इंजीनियरिंग पाठ्यक्रम शुरू कर रहा है। ये पाठ्यक्रम एप्लाइड मैकेनिक्स और बायोमेडिकल इंजीनियरिंग विभाग के माध्यम से पेश किए जा रहे हैं।
जेईई (एडवांस्ड) पास करने वाले छात्र आगामी ज्वाइंट सीट एलोकेशन अथॉरिटी (JOSAA) काउंसलिंग में इन दो नए कार्यक्रमों को चुन सकते हैं। इनमें से प्रत्येक में कुल 40 छात्र होंगे।
IIT Madras: कोर्स का नाम, कोड
कम्प्यूटेशनल इंजीनियरिंग और मैकेनिक्स (CEM) में B.Tech. के लिए कोर्स कोड 412U है और इंस्ट्रूमेंटेशन और बायोमेडिकल इंजीनियरिंग (iBME) में B.Tech. 412V है।
कम्प्यूटेशनल इंजीनियरिंग और मैकेनिक्स (CEM)
कम्प्यूटेशनल इंजीनियरिंग और मैकेनिक्स (CEM) में चार वर्षीय B.Tech. प्रोग्राम छात्रों को भविष्य के डिजिटल इंजीनियरिंग करियर के लिए तैयार करेगा, जिसमें भौतिक प्रणालियां कम्प्यूटेशनल और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के साथ मिलती हैं। यह आधुनिक कम्प्यूटेशनल उपकरणों के साथ शास्त्रीय इंजीनियरिंग ज्ञान की शिक्षा को मिश्रित करता है और स्नातकों को कल की जटिल, वास्तविक दुनिया की इंजीनियरिंग चुनौतियों का समाधान करने के लिए तैयार करेगा।
यह प्रोग्राम मशीन लर्निंग, डेटा साइंस और हाई-परफॉरमेंस कंप्यूटिंग सहित अत्याधुनिक कम्प्यूटेशनल विधियों को एकीकृत करता है, साथ ही सॉलिड और फ्लूइड मैकेनिक्स, कोर इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग (सर्किट, सिग्नल और एम्बेडेड सिस्टम), मैटेरियल साइंस और डायनेमिक्स में मूलभूत ट्रेनिंग देता है। यह ट्रेनिंग स्नातक को एयरोस्पेस, रोबोटिक्स, ऑटोमोटिव और मैन्युफैक्चरिंग से लेकर डिजिटल ट्विन डिज़ाइन, स्मार्ट इंफ्रास्ट्रक्चर, संधारणीय ऊर्जा और साथ ही संधारणीय कंप्यूटिंग जैसे उभरते क्षेत्रों में उद्योग में उच्च-प्रभाव वाले करियर के लिए खोलता है।
इंस्ट्रूमेंटेशन और बायोमेडिकल इंजीनियरिंग (iBME)
इंस्ट्रूमेंटेशन और बायोमेडिकल इंजीनियरिंग में चार वर्षीय बी.टेक. प्रोग्राम (iBME) छात्रों को कोर बायोमेडिकल इंजीनियरिंग को इलेक्ट्रिकल और इंस्ट्रूमेंटेशन इंजीनियरिंग में मजबूत नींव के साथ एकीकृत करके अगली पीढ़ी के चिकित्सा उपकरण विकसित करने के लिए प्रशिक्षित करता है। इसकी संरचना बुनियादी इंजीनियरिंग पाठ्यक्रमों को आधुनिक, अनुप्रयोग-संचालित विषयों जैसे IoT, AI और वेब-सक्षम चिकित्सा तकनीकों के साथ जोड़ती है, जो सभी बायोमेडिकल इंजीनियरिंग के इर्द-गिर्द केंद्रित होंगे।
Also read NCHM JEE Result 2025: एनसीएचएम जेईई रिजल्ट exams.nta.ac.in/NCHM पर जारी, ऐसे करें चेक
इस कार्यक्रम के स्नातक वैश्विक स्वास्थ्य सेवा चुनौतियों का समाधान करने वाले चिकित्सकीय रूप से विनियमित, नैतिक रूप से संवेदनशील समाधान तैयार करने में सक्षम होंगे। यह कार्यक्रम स्नातकों को चिकित्सा उपकरण उद्योग, पुनर्वास प्रौद्योगिकियों और AI-संचालित स्वास्थ्य सेवा प्रणालियों में नेतृत्व के साथ-साथ उद्यमिता भूमिकाओं के लिए तैयार करता है, जबकि निदान और चिकित्सा विज्ञान में नवाचार को बढ़ावा देता है।
अगली खबर
]विशेष समाचार
]- एसएमवीडीआईएमई में हिंदुओं के लिए आरक्षण और मुस्लिम छात्रों को स्थानांतरण करने की मांग को लेकर प्रदर्शन
- IIM Indore Admission Guidelines 2026-28: आईआईएम इंदौर ने पीजीपी एडमिशन गाइडलाइंस जारी की, पात्रता मानदंड जानें
- IIT Bombay News: महाराष्ट्र सरकार आईआईटी बॉम्बे का नाम बदलने के लिए केंद्र को लिखेगी पत्र, सीएम ने दी जानकारी
- दिल्ली का भलस्वा स्लम: आधार कार्ड और गंदगी से गुम हुई शिक्षा
- Nobel Prize in Economics 2025: जोएल मोकिर, फिलिप एगियन और पीटर हॉविट को मिलेगा अर्थशास्त्र का नोबेल पुरस्कार
- भारत में 33 लाख से अधिक छात्र एकल-शिक्षक स्कूलों पर निर्भर, उत्तर प्रदेश में सर्वाधिक नामांकन
- Nobel Peace Prize 2025: वेनेजुएला की मारिया कोरिना मचाडो को मिलेगा नोबेल शांति पुरस्कार, 10 दिसंबर को समारोह
- Nobel Prize in Chemistry 2025: सुसुमु कितागावा, रिचर्ड रॉबसन, उमर एम याघी को मिलेगा केमिस्ट्री का नोबेल प्राइज
- Nobel Prize in Physics 2025: जॉन क्लार्क, माइकल एच डेवोरेट और जॉन एम मार्टिनिस को मिला भौतिकी का नोबेल प्राइज
- CAT 2025: कैट परीक्षा 30 नवंबर को 3 पाली में; 2 महीने में कैसे करें तैयारी? जानें एग्जाम पैटर्न, चयन प्रक्रिया