Press Trust of India | July 22, 2025 | 02:43 PM IST | 2 mins read
जनसंपर्क निदेशक ने बताया कि संबंधित प्रोफेसर, वार्डन, सुरक्षाकर्मियों और छात्रों ने 21 जुलाई को जांच समिति के समक्ष अपने बयान दर्ज कराए।
उत्तर प्रदेश: ग्रेटर नोएडा में एक विश्वविद्यालय में बीडीएस द्वितीय वर्ष की छात्रा ज्योति शर्मा की आत्महत्या के मामले में डीन समेत 4 और प्रोफेसर को निलंबित कर दिया गया है। विश्वविद्यालय के एक अधिकारी ने मंगलवार को इसकी पुष्टि की। विश्वविद्यालय के जनसंपर्क निदेशक डॉ. अजीत कुमार ने बताया कि डीन डॉ. एम सिद्धार्थ, प्रोफेसर डॉ. अनुराग अवस्थी, सहायक प्रोफेसर डॉ. सुरभी और प्रोफेसर डॉ. आशीष चौधरी को निलंबित कर दिया है।
उन्होंने बताया कि इस मामले में दर्ज प्राथमिकी में सभी लोगों को आरोपी बनाया गया है। 18 जुलाई को शारदा यूनिवर्सिटी (नॉलेज पार्क थाना क्षेत्र) के हॉस्टल में गुरुग्राम की रहने वाली ज्योति शर्मा ने पंखे से लटककर आत्महत्या कर ली थी।
घटना के बाद, डीन समेत 7 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया। दो प्रोफेसरों को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। विश्वविद्यालय ने जांच के लिए समिति गठित की थी, जिसे 5 दिनों में (बुधवार तक) पुलिस को रिपोर्ट सौंपनी थी।
जनसंपर्क निदेशक ने बताया कि संबंधित प्रोफेसर, वार्डन, सुरक्षाकर्मियों और छात्रों ने सोमवार (21 जुलाई) को जांच समिति के समक्ष अपने बयान दर्ज कराए। पुलिस ने सोमवार को हॉस्टल वार्डन और अन्य प्रोफेसरों से भी पूछताछ की।
अधिकारियों ने बताया कि पुलिस ने बीडीएस विभाग को सील कर दिया है और जांच रिपोर्ट आने के बाद ही विभाग को खोलने की अनुमति दी जाएगी। निदेशक ने बताया कि आत्महत्या के बाद परीक्षा और कार्यक्रम को स्थगित कर दिया गया।
विश्वविद्यालय ने 23 जुलाई से कक्षाएं के फिर से शुरू करने और परीक्षाएं आयोजित किए जाने की बात कही है। इस बीच, छात्रा की आत्महत्या के मामले में सोमवार को अधिवक्ताओं, सामाजिक कार्यकर्ता और छात्र संगठनों ने जिलाधिकारी कार्यालय परिसर में प्रदर्शन किया और मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा जिसमें आरोपी प्रोफेसरों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई।
हाल ही में कार्यभार संभालने वाले संस्थान के निदेशक सुमन चक्रवर्ती ने कहा कि तथ्यान्वेषी दल शैक्षणिक, सामाजिक और मनोवैज्ञानिक कारकों की जांच करेगा और उसके जल्द ही अपनी सिफारिशें प्रस्तुत करने की उम्मीद है।
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