Press Trust of India | July 22, 2025 | 08:34 AM IST | 1 min read
संस्थान के निदेशक ने कहा कि पुलिस मामले की जांच कर रही है, जबकि संस्थान ने आंतरिक जांच के लिए 10 सदस्यीय तथ्यान्वेषी दल का गठन किया है।
कोलकाता: आईआईटी खड़गपुर के एक वरिष्ठ अधिकारी ने सोमवार (22 जुलाई) को कहा कि संस्थान ने चौथे वर्ष के बीटेक छात्र रितम मंडल की मौत के कारण और परिस्थितियों का पता लगाने के लिए 10 सदस्यीय तथ्यान्वेषी दल का गठन किया है। रितम मंडल 18 जुलाई को अपने छात्रावास के कमरे में फांसी पर लटका हुआ पाया गया था।
हाल ही में कार्यभार संभालने वाले संस्थान के निदेशक सुमन चक्रवर्ती ने कहा कि तथ्यान्वेषी दल शैक्षणिक, सामाजिक और मनोवैज्ञानिक कारकों की जांच करेगा और उसके जल्द ही अपनी सिफारिशें प्रस्तुत करने की उम्मीद है।
सुमन चक्रवर्ती ने कहा कि पुलिस मामले की जांच कर रही है, जबकि संस्थान ने आंतरिक जांच के लिए 10 सदस्यीय तथ्यान्वेषी दल का गठन किया है। उन्होंने कहा कि हम छात्र की मौत से दुखी हैं और जानना चाहते हैं कि ऐसा क्यों हुआ।
निदेशक ने मृतक के पिता से मुलाकात की, जो अपने बेटे की मौत की खबर सुनकर कैंपस पहुंचे थे। मैकेनिकल इंजीनियरिंग का छात्र मंडल (21) दो महीने की छुट्टी के बाद 15 जुलाई को कैंपस लौटा था। उसका रूममेट हॉस्टल नहीं लौटा था।
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सुमन चक्रवर्ती ने कहा कि हमें यह समझना होगा कि क्या ऐसी घटनाओं के पीछे सामाजिक कारण हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि अगर कोई मुश्किल समय में छात्रों की मदद करे, तो ऐसी घटनाओं को रोका जा सकता है।
चक्रवर्ती ने कहा कि तथ्यान्वेषी दल इस महीने के अंत तक कुछ सिफारिशें पेश करेगा। मंडल 18 जुलाई को राजेंद्र प्रसाद हॉल छात्रावास के अपने कमरे में फंदे से लटका मिला था। यह जनवरी के बाद से परिसर में अप्राकृतिक मौत का चौथा मामला था।
पोर्टल के आंकड़ों के अनुसार, 21 जुलाई को शाम सात बजे तक 80,015 अभ्यर्थियों ने आवंटित सीट स्वीकार की। इस साल विश्वविद्यालय ने 69 कॉलेज और 79 स्नातक पाठ्यक्रमों में 71,624 सीटों के लिए 93,166 सीटें आवंटित की हैं।
Santosh Kumar