नए बैच में 30% छात्राएं हैं। छात्र पृष्ठभूमि की बात करें तो 50.70% इंजीनियरिंग से हैं और 49.30% गैर-इंजीनियरिंग पृष्ठभूमि से हैं।
Santosh Kumar | June 24, 2025 | 05:44 PM IST
नई दिल्ली: भारतीय प्रबंधन संस्थान (आईआईएम) लखनऊ ने 643 नए छात्रों के साथ अपना नया शैक्षणिक सत्र शुरू किया है। संस्थान ने पोस्ट ग्रेजुएट प्रोग्राम (पीजीपी), एग्रीबिजनेस मैनेजमेंट (पीजीपी-एबीएम), सस्टेनेबल मैनेजमेंट (पीजीपी-एसएम) और डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी (पीएचडी) कार्यक्रमों में छात्रों को प्रवेश दिया है। इनमें से 520 छात्र पीजीपी, 57 छात्र पीजीपी-एबीएम, 46 छात्र पीजीपी-एसएम और 20 छात्र पीएचडी कार्यक्रम में शामिल हुए हैं।
आईआईएम लखनऊ के नए बैच में 30% छात्राएं हैं। छात्र पृष्ठभूमि की बात करें तो 50.70% इंजीनियरिंग से हैं और 49.30% गैर-इंजीनियरिंग पृष्ठभूमि से हैं। पीजीपी में 32% छात्र फ्रेशर हैं जबकि पीजीपी-एबीएम में 68% छात्र बिना अनुभव के हैं।
उद्घाटन समारोह के मुख्य अतिथि सेबी के पूर्णकालिक सदस्य और आईआईएम लखनऊ के 1993 बैच के पूर्व छात्र अनंत नारायण थे। उन्होंने छात्रों को मूल्यों के साथ आगे बढ़ने और कठिन निर्णयों में भी संतुलन बनाए रखने के लिए प्रोत्साहित किया।
कार्यक्रम में संस्थान के डीन, चेयरपर्सन और अन्य वरिष्ठ प्रोफेसर भी शामिल हुए। इस अवसर पर 3 दिवसीय इंडक्शन प्रोग्राम की शुरुआत हुई जिसमें नए छात्रों को संस्थान की संस्कृति, शैक्षणिक माहौल और अवसरों से परिचित कराया जाएगा।
कार्यक्रम की शुरुआत विद्यार्थियों द्वारा शपथ लेने से हुई। प्रोफेसर संजीत सिंह ने सोचने की क्षमता और भावनात्मक बुद्धिमत्ता पर जोर दिया, जबकि प्रो. संजय के. सिंह ने जिज्ञासा और लचीलापन विकसित करने की बात कही।
आईआईएम लखनऊ के नए बैच को इंडक्शन प्रोग्राम के दौरान संकाय और उद्योग विशेषज्ञों के साथ बातचीत करने का अवसर मिलेगा, जिससे उन्हें व्यक्तिगत और व्यावसायिक विकास के अवसरों को समझने में मदद मिलेगी।