B.Tech Courses in Demand: बीटेक के इन कोर्सेस की है डिमांड, जानें फीस, पात्रता मानदंड, करियर के अवसर

बी.टेक पाठ्यक्रम पूरा करने के बाद उम्मीदवार अपनी पढ़ाई आगे भी जारी रख सकते हैं। इसके लिए वे एक गेट परीक्षा दे सकते हैं या बी.टेक के बाद अपनी पसंद के क्षेत्र में नौकरी करने पर भी विचार कर सकते हैं।

बीटेक करने के लिए अधिकांश विश्वविद्यालयों में आरक्षित श्रेणियों के उम्मीदवारों को 5% की छूट दी जाती है। (प्रतीकात्मक- फ्रीपिक)

Saurabh Pandey | November 8, 2024 | 04:09 PM IST

नई दिल्ली : भारत में छात्रों का एक बड़ा वर्ग इंजीनियरिंग की फील्ड में अपना करियर बनाने के लिए दिन रात मेहनत करता है। इनमें बी.टेक सबसे चर्चित पाठ्यक्रम है। देश भर के कई कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में बीटेक के तहत 20 से अधिक स्पेशलाइजेशंस मौजूद हैं। जिनमें छात्र प्रवेश लेकर अपनी पढ़ाई पूरी कर सकते हैं।

बी.टेक. टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में विभिन्न स्पेशलाइजेशन प्रदान करता है। आपकी रुचि किस चीज में है, इसके आधार पर आप बी.टेक का चयन कर सकते हैं।

BTech Courses in Demand: पात्रता मानदंड

  • उम्मीदवारों को किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से मुख्य विषयों के रूप में भौतिकी, रसायन विज्ञान और गणित के साथ बारहवीं कक्षा पूरी करनी होगी।
  • उन्हें न्यूनतम 60% अंकों के साथ 12वीं कक्षा उत्तीर्ण करनी होगी।
  • देश भर के इंजीनियरिंग कॉलेजों में बीटेक पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए पात्र होने के लिए, छात्रों को कक्षा 12 में कम से कम 50% अंक प्राप्त करने होंगे। एससी/एसटी जैसी आरक्षित श्रेणियों के छात्रों को न्यूनतम योग्यता अंकों में 5% की कटौती मिलती है।
  • जिन छात्रों ने 12वीं कक्षा में जीव विज्ञान को एक विषय के रूप में पढ़ा है, वे बायोमेडिकल इंजीनियरिंग और बायोटेक्नोलॉजी जैसी इंजीनियरिंग स्ट्रीम के लिए भी पात्र हैं।

1 - कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग

तकनीकी क्रांति के कारण स्किल्ड कंप्यूटर इंजीनियरों की मांग बढ़ रही है। कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग (सीएसई) की पढ़ाई करने के बाद, आप सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से लेकर साइबर सिक्योरिटी और डेटा साइंस तक विभिन्न क्षेत्रों में काम कर सकते हैं।

सीएसई 4 वर्ष का पाठ्यक्रम है, जिसमें 8 सेमेस्टर होंगे। छात्रों को 2 से 10 लाख रुपये तक इसके लिए फीस सबमिट करना होगा। यह पाठ्यक्रम आईआईटी मद्रास, आईआईटी दिल्ली, आईआईटी खड़गपुर, आईआईटी चेन्नई, आईआईटी रुड़की, वीआईटी वेल्लोर सहित टॉप कॉलेजों में मौजूद है।

BTech In Bio Technology: करियर के अवसर

कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग करने वाले छात्र सॉफ्टवेयर डेवलपर, सॉफ्टवेयर टेस्टर, डाटाबेस डिजाइनर, वेबसाइट डेवलपर, सॉफ्टवेयर सपोर्ट एनालिस्ट, डाटाबेस एडमिनिस्ट्रेटर जैसे रोल में काम कर सकते हैं।

2 - बायोटेक्नोलॉजी

टेक्नोलॉजी की एक शाखा जिसे बायोटेक्नोलॉजी के रूप में जाना जाता है। विभिन्न वस्तुओं और प्रक्रियाओं को विकसित करने या उत्पादन करने के लिए जैविक प्रणालियों, जीवित प्राणियों या उनके टुकड़ों का उपयोग करती है। यह पर्यावरण, कृषि और अन्य क्षेत्रों के साथ-साथ मानव स्वास्थ्य को आगे बढ़ाने वाले उत्पाद और प्रौद्योगिकी बनाने के लिए सेलुलर और बायोमोलेक्यूलर तंत्र का उपयोग करता है। जैव प्रौद्योगिकी में जेनेटिक इंजीनियरिंग, कोशिका जीव विज्ञान, सूक्ष्म जीव विज्ञान और जैव सूचना विज्ञान सहित कई विषय शामिल हैं।

बायोटेक्नोलॉजी करने के लिए छात्रों को 7 से 8 लाख रुपये फीस के रूप में खर्च करना पड़ेगा। इसके लिए दिल्ली विश्वविद्यालय, बिट्स पिलानी, आईआईटी, बीएचयू, एम्स, जेएनयू, डीटीयू, एनआईटी, वीआईटी, जामिया मिल्लिया इस्लामिया जैसे प्रमुख संस्थाओं में प्रवेश ले सकते हैं।

BTech In Biotechnology: करियर के अवसर

बायोटेक रिसर्च साइंटिस्ट, बायोप्रोसेस इंजीनियर, क्लिनिकल रिसर्च एसोसिएट, बायोकेमिकल इंजीनियर , फार्मासिस्ट प्रोफेशनल, लैब टेक्नीशियन, मेडिकल राइटिंग एग्जीक्यूटिव और शिक्षण के क्षेत्र में भी करियर बना सकते हैं।

3- एयरोनॉटिकल इंजीनियरिंग

एयरोनॉटिकल इंजीनियरिंग में बी.टेक करने वाले उम्मीदवार फ्लाइंग और अंतरिक्ष यात्रा के बारे में सीख सकते हैं। यह बीटेक स्पेशलाइजेशन हवाई जहाज, अंतरिक्ष यान और अन्य प्रणालियों के डिजाइन, विकास और मरम्मत पर काम करता है। एयरोनॉटिकल इंजीनियर वे होते हैं जो गियर डिजाइन करते हैं, जो लोगों को उड़ान भरने और अंतरिक्ष में जाने की सुविधा देता है।

एयरोनॉटिकल इंजीनियरिंग में बी.टेक करने के लिए छात्रों को 5 से 12 लाख रुपये खर्च करने होंगे। इसके लिए मणिपाल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, पीईसी यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी, मद्रास इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, अन्ना यूनिवर्सिटी, बिड़ला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड साइंस-पिलानी (बिट्स-पिलानी), आचार्य इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी बन्नारी, अम्मन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, राजलक्ष्मी इंजीनियरिंग कॉलेज, बीएसएयू चेन्नई, इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में प्रवेश ले सकते हैं।

Aeronautical Engineering: करियर के अवसर

रेसिंग कार डिजाइनर, फ्लाइट मैकेनिक्स इंजीनियर, ग्रेजुएट इंजीनियर ट्रेनी, सहायक विमान इंजीनियर, विमान उत्पादन इंजीनियर, सहायक तकनीकी अधिकारी, वायु सुरक्षा अधिकारी, अंतरिक्ष वैज्ञानिक के रूप में करियर बना सकते हैं।

4 - Artificial Intelligence and Machine Learning: एआई, मशीन लर्निंग

आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (एआई) को लोगों के समान सोचने, सीखने और व्यवहार करने के लिए डिजाइन किया गया है। इसमें ऐसी इंटेलीजेंट मशीनें विकसित करना शामिल है, जो भाषा अनुवाद, निर्णय लेने, भाषण पहचान और दृश्य धारणा सहित उन कार्यों को पूरा कर सकें जो मनुष्य कर सकते हैं। मशीन लर्निंग (एमएल) नामक आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस की एक शाखा उन प्रणालियों को विकसित करने पर केंद्रित है जो स्पष्ट प्रोग्रामिंग के बिना डेटा से लगातार सीख सकते हैं।

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5- केमिकल इंजीनियरिंग

केमिकल इंजीनियरिंग में बी.टेक स्पेशलाइजेशन रसायनों, प्रक्रियाओं और सामग्रियों के विज्ञान के बारे में छात्रों को सीखने समझने का अवसर मिलता है। इसका उपयोग दवाओं से लेकर पेट्रोकेमिकल्स तक कई अलग-अलग क्षेत्रों में किया जा सकता है। केमिकल इंजीनियरिंग औद्योगिक प्रक्रियाओं को विकसित करने और सुधारने में मदद करते हैं, यह सुनिश्चित करते हुए कि वे पर्यावरण के लिए कुशल और सुरक्षित हैं।

केमिकल इंजीनियरिंग में बी.टेक करने के लिए 2 से 4 लाख रुपये तक खर्च आता है। छात्र भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) मद्रास, आईआईटी दिल्ली, आईआईटी बॉम्बे, आईआईटी कानपुर, आईआईटी खड़गपुर, रासायनिक प्रौद्योगिकी संस्थान मुंबई, दिल्ली प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय से इस कोर्स को कर सकते हैं।

Chemical Engineering: करियर के अवसर

डेवलपमेंट केमिकल इंजीनियर, क्वालिटी मैनेजर, खनन इंजीनियर, एनालिटिकल केमिस्ट, परमाणु इंजीनियर, पेट्रोकेमिकल इंजीनियर, फूड साइंटिस्ट, प्रोसेस इंजीनियर, प्रोडक्शन इंजीनियर, मेनटेनेंस इंजीनियर, क्वालिटी कंट्रोल इंजीनियर के रूप में काम कर सकते हैं।

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