BHU-IISER MOHALI: बीएचयू के प्रोफेसर को पांच वर्ष के लिए आईआईएसईआर मोहाली का निदेशक किया गया नियुक्त

सीनियर प्रोफेसर अनिल कुमार त्रिपाठी फरवरी 2019 से जनवरी 2024 तक विज्ञान संस्थान बीएचयू के निदेशक भी थे।

प्रो अनिल कुमार को यूजीसी करियर अवार्ड से भी सम्मानित किया गया है।

Abhay Pratap Singh | April 18, 2024 | 05:06 PM IST

नई दिल्ली: बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के प्रोफेसर अनिल कुमार त्रिपाठी को भारतीय विज्ञान शिक्षा और अनुसंधान संस्थान मोहाली (आईआईएसईआर मोहाली) का निदेशक नियुक्त किया गया है। आईआईएसईआर मोहाली के निदेशक के रूप में प्रोफेसर अनिल कुमार की नियुक्त 5 वर्षों के लिए की गई है।

स्कूल ऑफ बायोटेक्नोलॉजी, इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस बीएचयू में प्रो अनिल कुमार सीनियर प्रोफेसर हैं। प्रोफेसर त्रिपाठी के पास शैक्षणिक कार्य और रिसर्च में 40 वर्ष से अधिक कार्य का अनुभव है। वर्ष 2002 से 2004 तक उन्होंने डीडीयू गोरखपुर विश्वविद्यालय में प्रोफेसर के रूप में भी काम किया है।

प्रो अनिल त्रिपाठी वर्ष 1990 से बीएचयू में शिक्षक हैं और फरवरी 2019 से जनवरी 2024 तक विज्ञान संस्थान, बीएचयू के निदेशक भी थे। कई रिसर्च प्रोजेक्ट का नेतृत्व करने के अलावा विश्वविद्यालय में विभिन्न प्रशासनिक और शैक्षणिक कार्यों में प्रो त्रिपाठी का महत्वपूर्ण योगदान रहा है।

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प्रोफेसर त्रिपाठी ने 22 पीएचडी थीसिस का पर्यवेक्षण किया है, जिसके लिए उन्हें जेसी बोस नेशनल फेलोशिप, डॉ. राजेंद्र प्रसाद ओरेशन अवार्ड, लाइफ साइंस में सीएसआईआर टेक्नोलॉजी अवार्ड, बायोटेक्नोलॉजी में यूजीसी करियर अवार्ड, भारतीय विज्ञान कांग्रेस बेंगलुरु द्वारा आईएससीए यंग साइंटिस्ट अवार्ड से सम्मानित किया गया है।

इसके अलावा प्रो अनिल भारतीय विज्ञान अकादमी (IASc) बेंगलुरू, भारतीय राष्ट्रीय विज्ञान अकादमी (INSA), राष्ट्रीय विज्ञान अकादमी भारत (NASI) इलाहाबाद, राष्ट्रीय कृषि विज्ञान अकादमी (NAAS) सहित देश की प्रमुख विज्ञान अकादमियों के फेलो भी हैं। प्रो. त्रिपाठी के कई रिसर्च राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय शोध पत्रिकाओं में प्रकाशित किए गए हैं।

बैक्टीरियल जेनेटिक्स, फंक्शनल जीनोमिक्स, सिस्टम बायोलॉजी और सिंथेटिक बायोलॉजी प्रोफेसर अनिल कुमार की विशेषज्ञता के क्षेत्र हैं। उन्होंने फरवरी 2014 से जनवरी 2019 तक सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिसिनल एंड एरोमैटिक प्लांट्स (CSIR-CIMAP) के निदेशक के रूप में भी काम किया है।

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