हायर एंड इमिग्रेशन पोर्टल का अनुमान है कि वर्तमान में 400,000 से अधिक गैर-दस्तावेजी छात्र अमेरिका में उच्च शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं।
Press Trust of India | November 30, 2024 | 01:59 PM IST
वाशिंगटन: मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एमआईटी) समेत अमेरिका के कई उच्च शिक्षण संस्थानों ने अपने विदेशी छात्रों और कर्मचारियों को 20 जनवरी से पहले शीतकालीन अवकाश से लौटने की सलाह दी है। यह सलाह अमेरिका में बड़े पैमाने पर अवैध प्रवासियों के निर्वासन को लेकर चल रही चर्चाओं के मद्देनजर जारी की गई है। बता दें कि इस दिन डोनाल्ड ट्रंप अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के तौर पर शपथ लेंगे।
अनुमान है कि अमेरिका में 1.1 करोड़ से अधिक अवैध अप्रवासी हैं। हाल ही में जारी 'ओपन डोर्स 2024' रिपोर्ट में बताया गया है कि अमेरिका में 11 लाख विदेशी छात्र हैं, जिनमें सबसे अधिक संख्या (3,30,000) भारतीय छात्रों की है।
हायर एंड इमिग्रेशन पोर्टल के अनुसार, वर्तमान में 400,000 से अधिक अनिर्दिष्ट छात्र अमेरिका में उच्च शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। ट्रम्प प्रशासन द्वारा एफ-वीजा धारकों पर लगाए गए वीजा प्रतिबंध का कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।
एमआईटी ने छात्रों से अफवाहों पर ध्यान न देने का आग्रह किया है। एसोसिएट डीन ने कहा, "आव्रजन और वीजा संबंधी समस्याओं के बारे में अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी, क्योंकि जनवरी में नए सांसदों को शपथ दिलाई जाएगी और 20 जनवरी, 2025 को नया राष्ट्रपति पद संभालेगा।"
उन्होंने लिखा कि यात्रा और वीजा प्रक्रियाओं को प्रभावित करने वाले नए कार्यकारी आदेश 20 जनवरी को या उसके बाद लागू किए जा सकते हैं। डीन ने कहा, “इसके अलावा, सत्ता के हस्तांतरण से दूसरे देशों में अमेरिकी दूतावासों/वाणिज्य दूतावासों के कर्मचारी भी प्रभावित हो सकते हैं।"
एसोसिएट डीन ने कहा कि इसके कारण वीजा प्रक्रिया प्रभावित हो सकती है। उपरोक्त कारणों का हवाला देते हुए एमआईटी ने अपने विदेशी छात्रों और कर्मचारियों को 20 जनवरी से पहले शीतकालीन अवकाश से लौटने की सलाह दी है।
बता दें कि एमआईटी के अलावा कई अन्य विश्वविद्यालयों ने भी ऐसी ही सलाह जारी की है। इंडियाना स्थित वेस्लेयन विश्वविद्यालय ने विदेशी छात्रों से 19 जनवरी तक वापस लौटने का आग्रह किया है।