आईआईएसएफ 2024 कार्यक्रम की थीम “भारत को एस एंड टी-संचालित वैश्विक विनिर्माण केंद्र में बदलना” विषय पर आधारित है।
Abhay Pratap Singh | November 29, 2024 | 07:16 PM IST
नई दिल्ली: भारत अंतरराष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव 2024 (IISF 2024) का आयोजन भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान गुवाहाटी (IIT Guwahati ) की मेजबानी में 30 नवंबर से 3 दिसंबर, 2024 तक किया जाएगा। यह आयोजन भारत सरकार की मेक इन इंडिया और आत्मनिर्भर भारत पहल के अनुरूप है और इसका उद्देश्य विज्ञान, प्रौद्योगिकी और विनिर्माण के क्षेत्र में नवाचार और वैश्विक प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा देना है।
इंडिया इंटरनेशनल साइंस फेस्टिवल 2024 की थीम “भारत को विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी आधारित वैश्विक विनिर्माण केंद्र में बदलना” विषय पर आधारित है। आईआईएसएफ का इस बार 10वां संस्करण आयोजित किया जा रहा है। आईआईएसएफ 2024 में 8,000 से अधिक प्रतिनिधियों के आने और देश भर से प्रतिदिन 10,000 अतिरिक्त आगंतुकों की मेजबानी करने की उम्मीद है।
आईआईएसएफ 2024 के उद्घाटन सत्र में असम के मुख्यमंत्री हेमंत बिस्वा सरमा मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित होंगे। यह कार्यक्रम विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय तथा पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय, भारत सरकार के तत्वावधान में वैज्ञानिक तथा औद्योगिक अनुसंधान परिषद (CSIR) द्वारा आयोजित किया जा रहा है। इसका आयोजन परमाणु ऊर्जा विभाग, अंतरिक्ष विभाग, आईआईटी गुवाहाटी और विज्ञान भारती के सहयोग से किया जा रहा है।
आईआईटी गुवाहाटी द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया कि आईआईएसएफ 2024 के उद्घाटन समारोह का लाइव कार्यक्रम https://www.youtube.com/@iisf2024 पर प्रसारित किया जाएगा। आईआईएसएफ 2024 में शामिल होने वाले लोग https://drive.google.com/drive/folders/1OQkwSZByo5Iq5XPzl2ws6bolxxZWTTzO?usp=drive_link पर इवेंट शेड्यूल की जांच कर सकते हैं।
IISF 2024 में विज्ञान से परे सीमाओं जैसे विषयों के माध्यम से वैश्विक सहयोग पर भी जोर दिया जाएगा, जिससे अंतरराष्ट्रीय वैज्ञानिक समुदायों के साथ विचारों के आदान-प्रदान को बढ़ावा मिलेगा। नॉर्थ-ईस्ट सिम्फनी के माध्यम से क्षेत्र के अद्वितीय योगदान पर भी विशेष ध्यान दिया जाएगा। आईआईएसएफ 2024 विज्ञान और प्रौद्योगिकी का एक परिवर्तनकारी उत्सव है।
आईआईटी गुवाहाटी में आयोजित आईआईएसएफ 2024 के तहत कई कार्यक्रमों को शामिल किया गया है:
इसके अलावा, थीम आधारित कार्यक्रमों की श्रृंखला में चंद्रयान (चंद्रमा का संग्रहालय), विज्ञान-तकनीक एक्सपो (विज्ञान-प्रौद्योगिकी-रक्षा-अंतरिक्ष प्रदर्शनी), उत्तर-पूर्व का विज्ञान ओडिसी (पूर्वोत्तर के लिए केंद्रित विज्ञान और प्रौद्योगिकी), मेक इन इंडिया; मेक फॉर द वर्ल्ड (वैश्विक विनिर्माण शिखर सम्मेलन), द न्यू नालंदा (छात्र विज्ञान और प्रौद्योगिकी गांव), प्रज्ञा भारत (विकसित भारत 2047 के लिए विज्ञान और प्रौद्योगिकी में नए मोर्चे), नारी शक्ति (विज्ञान और प्रौद्योगिकी में महिला विकास से महिला नेतृत्व वाले विकास तक), विज्ञान और प्रौद्योगिकी हैकाथॉन (विकसित भारत के लिए विचार), युवा वैज्ञानिक सम्मेलन (युवाओं को सशक्त बनाना), मिशन स्टार्टअप (नवाचार, प्रौद्योगिकी और उद्यमिता) और नॉर्थ-ईस्ट सिम्फनी (पूर्वोत्तर सांस्कृतिक उत्सव) व अन्य शामिल हैं।