Pariksha Pe Charcha 2025: ‘परीक्षा को जीवन का अंतिम लक्ष्य नहीं समझना चाहिए’ - परीक्षा पे चर्चा में पीएम मोदी
माता-पिता से अपने बच्चों को दिखावे के लिए मॉडल के रूप में इस्तेमाल नहीं करने का आग्रह करते हुए पीएम ने कहा कि माता-पिता को बच्चों की तुलना दूसरों से नहीं करनी चाहिए बल्कि उनका समर्थन करना चाहिए।
Press Trust of India | February 10, 2025 | 01:23 PM IST
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार (10 फरवरी, 2025) को अपने वार्षिक ‘परीक्षा पे चर्चा’ के आठवें संस्करण के प्रसारण में पोषण, दबाव पर नियंत्रण और नेतृत्व जैसे कई मुद्दों पर छात्रों से बातचीत की। मोदी ने छात्रों से कहा कि ‘ज्ञान’ और परीक्षा दो अलग-अलग चीजें हैं। उन्होंने कहा कि किसी को भी परीक्षा को जीवन का अंतिम लक्ष्य नहीं समझना चाहिए।
देश भर के राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से आए छात्रों के साथ बातचीत में प्रधानमंत्री ने कहा कि छात्रों को किसी दायरे में बांधा नहीं जाना चाहिए और उन्हें अपनी अभिलाषा को तलाशने की अनुमति दी जानी चाहिए। उन्होंने छात्रों से अपने समय का उपयोग योजनाबद्ध तरीके से करने को कहा ताकि इसका प्रभावी प्रबंधन हो सके।
प्रधानमंत्री ने छात्रों से ‘अपने समय, अपने जीवन पर नियंत्रण रखने, वर्तमान में जीने, सकारात्मकता की तलाश करने, पोषण’ जैसे मुद्दों पर बात की। छात्रों ने उनसे विभिन्न मामलों पर सवाल पूछे।
पारंपरिक ‘टाउन हॉल’ प्रारूप से हटकर मोदी ने इस बार अधिक अनौपचारिक व्यवस्था को प्राथमिकता दी और लगभग 35 छात्रों को यहां सुंदर नर्सरी ले गए तथा अधिक गहन एवं मुक्त बातचीत की। माता-पिता से अपने बच्चों को दिखावे के लिए मॉडल के रूप में इस्तेमाल नहीं करने का आग्रह करते हुए उन्होंने कहा कि माता-पिता को बच्चों की तुलना दूसरों से नहीं करनी चाहिए बल्कि उनका समर्थन करना चाहिए।
प्रधानमंत्री ने अच्छी नींद के महत्व पर प्रकाश डाला और इस बात पर जोर दिया कि छात्रों को यह नहीं सोचना चाहिए कि अगर वे अधिक अंक नहीं लाते हैं तो उनका जीवन बेकार हो जाएगा। मोदी ने कहा कि छात्रों को दबाव को उसी तरह से संभालना चाहिए जैसे बल्लेबाज दर्शकों के शोर के बीच स्टेडियम में करते हैं।
उन्होंने कहा कि बल्लेबाज बाउंड्री की मांग को नजरअंदाज करते हुए अगली गेंद पर ध्यान केंद्रित करते हैं। प्रधानमंत्री ने छात्रों से अपनी पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित करने और परीक्षाओं के दबाव में नहीं आने को कहा। हालांकि, मोदी ने उन्हें खुद को चुनौती देने और हमेशा अपने पिछले परिणामों से बेहतर करने की कोशिश करने को कहा।
पीएम नरेंद्र मोदी ने इस दौरान पोषण और ध्यान की आवश्यकता पर जोर दिया। नेतृत्व के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि लोग नेताओं के आचरण से प्रेरणा लेते हैं और केवल भाषणों से मदद नहीं मिलती।
अभिनेत्री दीपिका पादुकोण, मुक्केबाज एमसी मैरीकॉम और आध्यात्मिक गुरु सद्गुरु जैसी प्रसिद्ध हस्तियों ने भी इस साल ‘परीक्षा पे चर्चा’ की विभिन्न कड़ियों में जीवन और सीखने के प्रमुख पहलुओं पर अपना अनुभव और ज्ञान छात्रों के साथ साझा किया।
अगली खबर
]विशेष समाचार
]- CSAB ने एनआईटी में पूर्वोत्तर के छात्रों के लिए करीब 2,000 सीटें कीं आरक्षित, एनईयूटी श्रेणी के तहत 740
- JEE Main 2025: एनआईटी श्रीनगर के लिए जेईई मेन में कितने मार्क्स चाहिए? जानें ब्रांच वाइज कटऑफ रैंक
- JEE Main 2025: एनआईटी दुर्गापुर के लिए जेईई मेन में कितने मार्क्स चाहिए? जानें ब्रांच वाइज कटऑफ रैंक, पात्रता
- Top Engineering Colleges in Delhi: दिल्ली में टॉप इंजीनियरिंग कॉलेज कौन से हैं? एलिजिबिलिटी, फीस और रैंक जानें
- JEE Main 2025: एनआईटी वरंगल के लिए जेईई मेन में कितने मार्क्स चाहिए? पात्रता मानदंड, कटऑफ जानें
- Top Engineering Colleges in UP: उत्तर प्रदेश के टॉप इंजीनियरिंग कॉलेज कौन से हैं? रैंक, एलिजिबिलिटी, फीस जानें
- JEE Main 2025: एनआईटी कुरुक्षेत्र के लिए जेईई मेन में कितने मार्क्स चाहिए? जानें ब्रांच वाइज कटऑफ रैंक, सैलरी
- JEE Main 2025: जेईई मेन सत्र 1 समाप्त; कब आएगा रिजल्ट? जानें क्वालिफाइंग कटऑफ, मार्क्स बनाम पर्सेंटाइल
- Top IITs in India 2025: भारत के टॉप 5 आईआईटी संस्थान कौन से हैं? रैंक, फीस, एलिजिबिलिटी जानें
- GATE 2025: आईआईटी, एनआईटी में एमटेक एडमिशन के लिए गेट क्वालीफाइंग अंक, पिछले वर्ष का कैटेगरीवाइज कटऑफ जानें