Abhay Pratap Singh | October 1, 2024 | 06:22 PM IST | 2 mins read
एमआईटी बेंगलुरु की नई एप्पल लेबोरेटरी छात्रों को इंडस्ट्री-स्टैंडर्ड टेक्नोलॉजी एंड प्रोजेक्ट से जुड़ने का अवसर प्रदान करेगी।
नई दिल्ली: मोबाइल ऐप डेवलपमेंट एजुकेशन (MADE) में बदलाव लाने के उद्देश्य से मणिपाल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, एमएएचई, बेंगलुरु ने एक अत्याधुनिक एप्पल लैब का उद्घाटन किया है। इस पहल की शुरुआत iOS डेवलपमेंट में नवाचार को बढ़ावा देने तथा शिक्षा व उद्योग के बीच की दूरी को समाप्त करने के लिए एमआईटी बेंगलुरु द्वारा की गई है।
यह प्रयोगशाला छात्रों को आईओएस (iOS) एप्लीकेशन डेवलपमेंट पर केंद्रित व्यावहारिक अनुभव और वास्तविक समय उद्योग परियोजनाएं प्रदान करेगी। यह पहल स्विफ्ट प्रोग्रामिंग फंडामेंटल, iOS एप्लीकेशन डेवलपमेंट और स्विफ्ट एडवांस्ड प्रोग्रामिंग जैसे वैकल्पिक पाठ्यक्रम प्रदान करते हुए सुनिश्चित करती है कि छात्र उद्योग-संबंधित कौशल हासिल करें जो आज की तकनीक-संचालित दुनिया में महत्वपूर्ण हैं।
बताया गया कि, पांच फैकल्टी मेंबर्स को एप्पल से ही प्रशिक्षण मिलेगा, जिससे वे छात्रों को विशिष्ट ज्ञान (Specialized Knowledge) प्रदान कर सकेंगे। यह लॉन्च मोबाइल ऐप विकास में विश्व स्तरीय शिक्षा प्रदान करने के लिए एमआईटी बेंगलुरु की खोज में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। एमआईटी बेंगलुरु की नई एप्पल लेबोरेटरी छात्रों को इंडस्ट्री-स्टैंडर्ड टेक्नोलॉजी एंड प्रोजेक्ट से जुड़ने का अवसर प्रदान करेगी।
उद्घाटन समारोह की अध्यक्षता एमआईटी बेंगलुरु के निदेशक डॉ. इवेन जोस ने की और एप्पल इंडिया हेड, बी2बी बिजनेस-गवर्नमेंट, एजुकेशन एंड इंटरप्राइज सुधीर नायर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे। वहीं, एमएएचई बेंगलुरु के प्रो-वाइस चांसलर डॉ मधु वीराराघवन, डिप्टी रजिस्ट्रार राघवेंद्र प्रभु पी, डॉ. प्रेमा के वी और प्रोफेसर डॉ. दयानंद पी मौजूद रहे।
एमआईटी बेंगलुरु के निदेशक डॉ. इवेन जोस ने कहा, “एप्पल प्रयोगशाला की शुरुआत के साथ एमआईटी बेंगलुरु ने खुद को वैश्विक स्तर पर सर्वश्रेष्ठ संस्थानों में स्थान दिया है। हमारे छात्रों को अब अद्वितीय संसाधनों और व्यावहारिक अनुभव तक पहुंच प्राप्त होगी, जो न केवल उनकी शिक्षा को बढ़ाएगी बल्कि मोबाइल एप्लीकेशन डेवलपमेंट में करियर के अवसर भी खोलेगा।”
सुधीर नायर ने कहा, “इस अत्याधुनिक एप्पल प्रयोगशाला की शुरुआत शिक्षा और उद्योग के बीच की खाई को पाटने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। छात्रों को आईओएस विकास में वास्तविक दुनिया के कौशल से लैस करके एमआईटी बेंगलुरु यह सुनिश्चित कर रहा है कि उनके स्नातक न केवल भविष्य के लिए तैयार हों, बल्कि मोबाइल प्रौद्योगिकी में नवाचार की अगली लहर का नेतृत्व करने में भी सक्षम हों।”