JEE Advanced 2025 Paper 2 Analysis: जेईई एडवांस पेपर 2 एनालिसिस; तीनों सेक्शन में केमिस्ट्री सबसे आसान रही
Abhay Pratap Singh | May 18, 2025 | 08:53 PM IST | 2 mins read
आकाश एजुकेशनल के अनुसार, जेईई एडवांस 2025 में विषयों को बढ़ती कठिनाई के क्रम ‘रसायन विज्ञान < भौतिकी < गणित’ में रैंक किया गया है।
नई दिल्ली: इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी कानपुर (IITK) द्वारा आज यानी 18 मई को जेईई एडवांस 2025 परीक्षा पेपर-1 और पेपर-2 के लिए सफलतापूर्वक समाप्त कर ली गई है। जेईई एडवांस 2025 एग्जाम एनालिसिस के अनुसार, तीनों सेक्शन में केमिस्ट्री विषय सबसे आसान, जबकि फिजिक्स मध्यम और गणित विषय सबसे कठिन रही।
अधिकांश छात्रों और विशेषज्ञों की प्रतिक्रिया के आधार पर जेईई एडवांस परीक्षा का समग्र कठिनाई स्तर मध्यम दर्ज किया गया। तीन मुख्य विषयों में से रसायन विज्ञान सबसे आसान रही, भौतिकी मध्यम से चुनौतीपूर्ण थी और गणित विषय अधिक समय लेने वाला और गणना-भारी प्रकृति के कारण सबसे कठिन साबित हुआ।
जेईई एडवांस पेपर 1 और पेपर 2 में कुल 360 अंकों के लिए प्रत्येक विषय से 16-16 प्रश्न पूछे गए थे। परीक्षा में नेगेटिव मार्किंग का भी प्रावधान है। हालांकि, न्यूमेरिकल टाइप के प्रश्नों में नेगेटिव मार्किंग लागू नहीं होगा। आकाश एजुकेशन के अनुसार, जेईई एडवांस 2025 में विषयों को बढ़ती कठिनाई के क्रम ‘रसायन विज्ञान < भौतिकी < गणित’ में रैंक किया गया है।
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JEE Advanced 2025 Exam Analysis: सब्जेक्ट-वाइज एनालिसिस
फिजिक्स सेक्शन (Physics) -
भौतिकी अनुभाग को आम तौर पर आसान से मध्यम श्रेणी का माना गया। पेपर 1 को पेपर 2 की तुलना में आसान माना गया। अधिकांश प्रश्न संख्यात्मक प्रकृति के थे, जिसके लिए वैचारिक स्पष्टता और मध्यम कैल्कुलेटिंग स्किल की आवश्यकता थी। पेपर 2 में कुछ प्रश्न थोड़े लंबे और समय लेने वाले थे।
केमिस्ट्री सेक्शन (Chemistry) -
रसायन विज्ञान दोनों पेपरों में सबसे आसान सेक्शन के रूप में सामने आया। प्रश्न काफी हद तक वैचारिक और सीधे थे, जिनमें से केवल कुछ में विस्तृत गणना की आवश्यकता थी। छात्रों ने ऑर्गेनिक, इनऑर्गेनिक और फिजिकल केमिस्ट्री के संतुलित कवरेज की सराहना की।
गणित सेक्शन (Mathematics) -
अधिकतर उम्मीदवारों के लिए गणित सबसे कठिन सेक्शन साबित हुआ। जबकि पेपर 1 अपेक्षाकृत प्रबंधनीय था, पेपर 2 काफी अधिक चुनौतीपूर्ण था, जिसमें कई लंबी और गणना-गहन समस्याएं थीं। इस खंड में समय प्रबंधन एक महत्वपूर्ण कारक था।
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