Delhi University में स्कूलों के प्रिंसिपलों का एक्सपोजर विजिट प्रोग्राम आयोजित, 96 प्राचार्य ने लिया हिस्सा
Santosh Kumar | March 20, 2025 | 04:58 PM IST | 2 mins read
सीबीएसई निदेशक ने कहा कि इस कार्यक्रम से प्रिंसिपलों को यह सीखने में मदद मिलेगी कि स्कूली छात्रों को इसके लिए कैसे तैयार किया जाए।
नई दिल्ली: सीबीएसई की पहल के तहत दिल्ली विश्वविद्यालय द्वारा सीबीएसई से संबद्ध स्कूलों के प्रिंसिपलों के लिए एक दिवसीय एक्सपोजर विजिट कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में सीबीएसई से संबद्ध स्कूलों के 96 प्रिंसिपलों ने हिस्सा लिया। यह कार्यक्रम दिल्ली विश्वविद्यालय के वाइस रीगल लॉज स्थित काउंसिल हॉल में आयोजित किया गया। डीयू के रजिस्ट्रार डॉ. विकास गुप्ता ने सभी प्रिंसिपलों का स्वागत किया।
उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य यह देखना है कि हम सब मिलकर स्कूली शिक्षा से उच्च शिक्षा, विशेषकर व्यावसायिक शिक्षा में प्रवेश के लिए विद्यार्थियों को उचित मार्गदर्शन कैसे प्रदान कर सकते हैं।
Delhi University: डीयू में दाखिला सीयूईटी के जरिए
डॉ. विकास गुप्ता ने कहा कि स्कूली छात्र अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद कॉलेज जाते हैं। एनईपी 2020 के तहत डीयू में दाखिला सीयूईटी के जरिए ही होता है, इसलिए यह कार्यक्रम बहुत महत्वपूर्ण है।
उन्होंने बताया कि कुलपति प्रो. योगेश सिंह के नेतृत्व में विश्वविद्यालय ने कुलपति इंटर्नशिप योजना शुरू की है। साथ ही अनाथ बच्चों और सिंगल गर्ल चाइल्ड के लिए दाखिले में विशेष प्रावधान किया गया है।
सीबीएसई निदेशक डॉ. विश्वजीत साहा ने इस सहयोग के लिए डीयू का आभार जताया। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम से प्रिंसिपलों को यह सीखने में मदद मिलेगी कि स्कूली छात्रों को इसके लिए कैसे तैयार किया जाए।
डीयू में चल रहे 140 स्किल कोर्स
इस अवसर पर कैम्पस ऑफ ओपन लर्निंग की निदेशक प्रो. पायल मागो, डीन (शैक्षणिक मामले) प्रो. के. रत्नाबली, डीन एडमिशन प्रो. हनीत गांधी और संयुक्त रजिस्ट्रार (शैक्षणिक) जय चंदा सहित अन्य उपस्थित थे।
परिचय सत्र के बाद ओरिएंटेशन सत्र आयोजित किया गया जिसमें डीयू की एसईसी कमेटी की अध्यक्ष प्रो. पायल मागो ने कौशल शिक्षा पर प्रस्तुति दी। उन्होंने कहा कि नौकरी के लिए तैयार होने के लिए कौशल पाठ्यक्रम करना जरूरी है।
डीयू में इस समय 140 स्किल कोर्स चल रहे हैं। डीन एडमिशन प्रो. हनीत गांधी ने बताया कि डीयू की वेबसाइट पर ब्रोशर उपलब्ध है। उन्होंने प्रिंसिपलों से कहा कि वे छात्रों को सही जानकारी प्राप्त करने के लिए प्रेरित करें।
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