Santosh Kumar | October 2, 2025 | 10:08 AM IST | 2 mins read
राज्य सरकार का मानना है कि इससे गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का विस्तार होगा। चिराग पासवान ने इसे शिक्षा के क्षेत्र में क्रांतिकारी कदम बताया।
पटना: बिहार में केंद्र सरकार ने 19 नए केंद्रीय विद्यालयों की स्थापना को मंजूरी दे दी है जिससे राज्य के सभी 38 जिलों में केंद्रीय विद्यालय खुल जाएंगे। बिहार सरकार ने 1 अक्टूबर को यह जानकारी दी। इससे पहले राज्य के 33 जिलों में कुल 53 केंद्रीय विद्यालय स्वीकृत थे, लेकिन अब सभी 38 जिलों में केंद्रीय विद्यालय स्थापित हो जाएंगे। शिक्षा विभाग की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि नए विद्यालयों की स्थापना के लिए स्थायी भवन के लिए जमीन उपलब्ध कराने के साथ-साथ निर्माण मद एवं फर्नीचर मद में आवश्यक धनराशि भी उपलब्ध कराई जाएगी।
शुरुआती संचालन के लिए अस्थायी भवन तय कर लिए गए हैं और स्थायी भवन के लिए जमीन भी चिह्नित कर ली गई है, ताकि स्कूल आसानी से चल सकें। अभी तक मधुबनी, शेखपुरा, कैमूर, पूर्वी चंपारण और अरवल जिलों में केंद्रीय विद्यालय नहीं थे।
केंद्रीय कैबिनेट ने जिन 19 नए विद्यालयों को मंजूरी दी है, उनमें सीतामढ़ी, कटिहार, कैमूर, मधुबनी, शेखपुरा, मधेपुरा, पटना, अरवल, पूर्णिया, भोजपुर, मुजफ्फरपुर, मुंगेर, दरभंगा, भागलपुर, नालंदा और गया जिले शामिल हैं।
सीतामढ़ी, कटिहार, शेखपुरा, पूर्णिया, मुजफ्फरपुर और गया जैसे आकांक्षी जिलों में भी अब केंद्रीय विद्यालय खुलेंगे। सरकार का मानना है कि इससे गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का विस्तार होगा। चिराग पासवान ने इसे शिक्षा के क्षेत्र में क्रांतिकारी कदम बताया।
केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने कहा कि नए केंद्रीय विद्यालयों की स्थापना से शिक्षा के क्षेत्र में नई ऊर्जा और आत्मविश्वास का संचार होगा और इस प्रयास से ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों के छात्रों को भी लाभ मिलेगा।
भारतीय जनता पार्टी के नेता एवं नवादा से सांसद विवेक ठाकुर ने कहा कि बिहार के लिए शिक्षा के क्षेत्र में नवरात्र के पावन अवसर पर बड़ी उपलब्धि हासिल हुई है। केंद्र सरकार ने राज्य को एक साथ 19 नए केंद्रीय विद्यालयों की सौगात दी है।
इनपुट्स-पीटीआई
छात्र आत्महत्याओं में तेज वृद्धि ने देश में आत्महत्या से होने वाली मौतों में समग्र वृद्धि को पीछे छोड़ दिया है, जिससे मानसिक स्वास्थ्य, शैक्षणिक तनाव और भारत के युवाओं द्वारा सामना किए जाने वाले सामाजिक-आर्थिक दबावों के बारे में तत्काल चिंताएं बढ़ गई हैं।
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