JEE Main: जेईई स्कोर के बिना भारत के इन आईआईटी संस्थानों में ले सकते हैं प्रवेश; पाठ्यक्रम और शुल्क जानें
Abhay Pratap Singh | October 4, 2024 | 03:32 PM IST | 4 mins read
जेईई स्कोर के बिना शॉर्ट-ड्यूरेशन कोर्स उपलब्ध कराने वाले IIT संस्थानों में आईआईटी दिल्ली, आईआईटी कानपुर, आईआईटी रुड़की और आईआईटी मद्रास शामिल हैं।
नई दिल्ली: भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थानों (IITs) में संयुक्त प्रवेश परीक्षा (JEE) उत्तीर्ण किए बिना प्रवेश पाना असंभव है। आईआईटी संस्थानों में प्रवेश पाने के लिए अक्सर अभ्यर्थियों को ज्वाइंट एंट्रेंस एग्जाम (जेईई) उत्तीर्ण करने की आवश्यकता होती है। आईआईटी जेईई प्रवेश परीक्षा बहुत ही कठिन मानी जाती है। हालांकि, इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी संस्थानों के कुछ शॉर्ट-ड्यूरेशन कोर्स में जेईई स्कोर के बिना ही छात्रों को प्रवेश मिल जाता है।
जेईई का आयोजन देश भर के विभिन्न कॉलेजों से इंजीनियरिंग पाठ्यक्रमों में दाखिला लेने वाले इच्छुक उम्मीदवारों के लिए किया जाता है। जेईई का फुल फॉर्म संयुक्त प्रवेश परीक्षा (Joint Entrance Examination) है। ज्वाइंट एडमिशन एग्जाम एक राष्ट्रीय स्तर की प्रवेश परीक्षा है। जिसका आयोजन प्रत्येक वर्ष किया जाता है। JEE परीक्षा उत्तीर्ण उम्मीदवार जेईई मेन और जेईई एडवांस परीक्षा में शामिल हो सकते हैं।
आईआईटी संस्थान भारत में इंजीनियरिंग की पढ़ाई के लिए सबसे प्रतिष्ठित कॉलेज में से हैं। आईआईटी का फुल फॉर्म भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (Indian Institutes of Technology) है। भारत का पहला आईआईटी कॉलेज IIT खड़गपुर (पश्चिम बंगाल ) है, जिसकी स्थापना भारत सरकार द्वारा सन् 1951 में की गई थी। वर्तमान में देश के विभिन्न राज्यों में कुल 23 IITs हैं। हर साल लाखों की संख्या में छात्र देशभर के आईआईटी संस्थानों में दाखिला लेते हैं।
Joint Entrance Examination: संयुक्त प्रवेश परीक्षा
विभिन्न आईआईटी संस्थानों द्वारा जेईई स्कोर के बिना पेश किए जाने वाले ये कार्यक्रम उद्योग-संबंधित कौशल पर केंद्रित हैं और कामकाजी पेशेवरों, स्कॉलर्स और स्नातकों सहित व्यापक दर्शकों के लिए खुले हैं। जेईई स्कोर के बिना शॉर्ट-ड्यूरेशन कोर्स उपलब्ध कराने वाले संस्थानों में आईआईटी दिल्ली, आईआईटी कानपुर, आईआईटी रुड़की और आईआईटी मद्रास शामिल हैं। उम्मीदवार नीचे आईआईटी संस्थानवार पाठ्यक्रम और शुल्क विवरण की जांच कर सकते हैं।
1) IIT Delhi (आईआईटी दिल्ली): यूआई/यूएक्स डिजाइन सर्टिफिकेट
आईआईटी दिल्ली के यूआई/यूएक्स डिजाइन सर्टिफिकेट कोर्स में कैंडिडेट जेईई स्कोर के बिना प्रवेश ले सकते हैं। यह 6 महीने का सर्टिफिकेट प्रोग्राम है। इस कोर्स के लिए पंजीकरण प्रक्रिया 23 नवंबर से शुरू होगी। इस प्रोग्राम में दाखिला लेने वाले छात्रों को 1,50,000 रुपये + जीएसटी का भुगतान करना होगा।
स्नातक डिग्री और एक साल का अनुभव रखने वाले छात्र इस कोर्स के लिए आवेदन कर सकेंगे। नामांकन के बाद कम से कम 60% अंक प्राप्त करने और तथा 50 प्रतिशत उपस्थिति दर्ज कराने वाले छात्रों को सीईपी, आईआईटी दिल्ली से परीक्षा उत्तीर्ण करने का प्रमाण पत्र दिया जाएगा। यदि अभ्यर्थी 60% से कम अंक प्राप्त करने में असफल रहता है, तो उसे भागीदारी का प्रमाण पत्र प्रदान किया जाएगा।
2) IIT Kanpur (आईआईटी कानपुर): क्लाउड कंप्यूटिंग एंड DevOps सर्टिफिकेट प्रोग्राम
आईआईटी कानपुर में क्लाउड कंप्यूटिंग और DevOps सर्टिफिकेट प्रोग्राम में उम्मीदवारों को जेईई स्कोर के बिना प्रवेश दिया जाएगा। E & ICT एकेडमी के सहयोग से आईआईटी कानपुर द्वारा शुरू किए गए इस प्रोग्राम की अवधि 8 महीने है। कोर्स फीस 1,49,998 रुपये तय की गई है, जिसमें नो कॉस्ट EMI का विकल्प भी शामिल है।
आवेदकों के पास न्यूनतम 50% अंकों के साथ स्नातक की डिग्री होनी चाहिए। गैर-प्रोग्रामिंग छात्र भी इस पाठ्यक्रम के लिए आवेदन कर सकते हैं। इस कोर्स में 3 डोमेन में कैपस्टोन के साथ 30 से अधिक व्यावहारिक प्रोजेक्ट मिलेंगे। अधिक जानकारी के लिए ifacet.iitk.ac.in पर जा सकते हैं।
3) IIT Kanpur (आईआईटी कानपुर): पायथन के साथ एआईएमएल
आईआईटी कानपुर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग (AIML) और पायथन प्रोग्रामिंग में 4 सप्ताह का ऑनलाइन सर्टिफिकेट प्रोग्राम शुरू कर रहा है। इस कोर्स में प्रवेश के लिए जेईई स्कोर की आवश्यकता नहीं होगी। यह पाठ्यक्रम 1 दिसंबर से शुरू होगा और 27 दिसंबर को समाप्त होगा। यह कार्यक्रम वास्तविक दुनिया के उपकरणों जैसे Numpy, Linalg, Matploylib, Pandas, Scikit Learn, Tensorflow और Keras पर केंद्रित है। अधिक जानकारी के लिए वेबसाइट iitk.ac.in/mwn/AIML/programme.html पर जा सकते हैं।
4) IIT Roorkee (आईआईटी रुड़की) : जेनरेटिव एआई एंड मशीन लर्निंग में सर्टिफिकेट प्रोग्राम
आईआईटी रुड़की ने iHub दिव्य संपर्क के साथ मिलकर जनरेटिव एआई एंड मशीन लर्निंग में सर्टिफिकेट प्रोग्राम शुरू किया है। इस प्रोग्राम की अवधि 11 महीने की है, इसमें कुछ सीटें ही उपलब्ध हैं। आईआईटी रुड़की के जेनरेटिव एआई एंड मशीन लर्निंग प्रोग्राम की फीस 1,34,999 रुपये है।
यह प्रोग्राम संबंधित क्षेत्रों के पेशेवरों और स्नातकों के लिए डिजाइन किया गया है, जो AI तकनीकों में व्यापक प्रशिक्षण प्रदान करता है। इस कार्यक्रम के तहत छात्रों को आईआईटी रुड़की में दो दिवसीय कैंपस इमर्शन प्रोग्राम भी मिलेगा। पेशेवर, युवा स्नातक, इंजीनियर, प्रोजेक्ट मैनेजर और डेटा पेशेवर इस कोर्स के लिए आवेदन कर सकते हैं।
5) IIT Madras (आईआईटी मद्रास): डेटा साइंस में बीएससी
आईआईटी मद्रास के बीएससी डेटा साइंस (BSc in Data Science) प्रोग्राम में प्रवेश के लिए किसी भी प्रवेश परीक्षा की आवश्यकता नहीं होती है। आवेदकों के पास केवल कक्षा 10 के स्तर का मैथ स्किल्स होना आवश्यक है तथा उन्हें कक्षा 12 उत्तीर्ण होना चाहिए। इसके अलावा, नामांकन के एक महीने बाद उम्मीदवारों को पाठ्यक्रम जारी रखने के लिए एक योग्यता परीक्षा उत्तीर्ण करनी होगी।
आईआईटी मद्रास की वेबसाइट के अनुसार, “यह कोर्स तीन चरणों फाउंडेशनल प्रोग्राम, डिप्लोमा प्रोग्राम और डिग्री प्रोग्राम में पेश किया जाएगा। छात्रों के पास प्रोग्राम से बाहर निकलने और सर्टिफिकेट, डिप्लोमा या डिग्री प्राप्त करने का विकल्प होगा। इच्छुक छात्रों को प्रवेश परीक्षा के लिए शुल्क का भी भुगतान करना होगा।”
अगली खबर
]विशेष समाचार
]- Govt in Lok Sabha: केवीएस में 10,173 पद रिक्त; 2014 से भर्ती और कॉन्ट्रैक्ट टीचरों का साल-वार विवरण जारी
- एसएमवीडीआईएमई में हिंदुओं के लिए आरक्षण और मुस्लिम छात्रों को स्थानांतरण करने की मांग को लेकर प्रदर्शन
- IIM Indore Admission Guidelines 2026-28: आईआईएम इंदौर ने पीजीपी एडमिशन गाइडलाइंस जारी की, पात्रता मानदंड जानें
- IIT Bombay News: महाराष्ट्र सरकार आईआईटी बॉम्बे का नाम बदलने के लिए केंद्र को लिखेगी पत्र, सीएम ने दी जानकारी
- दिल्ली का भलस्वा स्लम: आधार कार्ड और गंदगी से गुम हुई शिक्षा
- Nobel Prize in Economics 2025: जोएल मोकिर, फिलिप एगियन और पीटर हॉविट को मिलेगा अर्थशास्त्र का नोबेल पुरस्कार
- भारत में 33 लाख से अधिक छात्र एकल-शिक्षक स्कूलों पर निर्भर, उत्तर प्रदेश में सर्वाधिक नामांकन
- Nobel Peace Prize 2025: वेनेजुएला की मारिया कोरिना मचाडो को मिलेगा नोबेल शांति पुरस्कार, 10 दिसंबर को समारोह
- Nobel Prize in Chemistry 2025: सुसुमु कितागावा, रिचर्ड रॉबसन, उमर एम याघी को मिलेगा केमिस्ट्री का नोबेल प्राइज
- Nobel Prize in Physics 2025: जॉन क्लार्क, माइकल एच डेवोरेट और जॉन एम मार्टिनिस को मिला भौतिकी का नोबेल प्राइज