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Nobel Prize In Chemistry 2024: 2 अमेरिकी और 1 ब्रिटिश वैज्ञानिक को केमिस्ट्री में मिला नोबेल पुरस्कार

Santosh Kumar | October 9, 2024 | 05:18 PM IST | 1 min read

अमेरिका के सिएटल स्थित वाशिंगटन विश्वविद्यालय के डेविड बेकर को "कम्प्यूटेशनल प्रोटीन डिजाइन" के लिए रसायन विज्ञान का नोबेल पुरस्कार मिला।

वैज्ञानिकों को यह पुरस्कार प्रोटीन विज्ञान में उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए दिया गया है। (इमेज-X/@NobelPrize)
वैज्ञानिकों को यह पुरस्कार प्रोटीन विज्ञान में उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए दिया गया है। (इमेज-X/@NobelPrize)

नई दिल्ली: रसायन विज्ञान में 2024 के नोबेल पुरस्कार की घोषणा कर दी गई है। रॉयल स्वीडिश एकेडमी ऑफ साइंसेज ने बुधवार (9 अक्टूबर) को घोषणा की कि रसायन विज्ञान में 2024 का नोबेल पुरस्कार डेविड बेकर, डेमिस हसाबिज और जॉन एम जंपर को दिया जाएगा। इन वैज्ञानिकों को प्रोटीन विज्ञान में उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए यह पुरस्कार दिया गया है।

अमेरिका के सिएटल स्थित वाशिंगटन विश्वविद्यालय के डेविड बेकर को "कम्प्यूटेशनल प्रोटीन डिजाइन" के लिए रसायन विज्ञान का नोबेल पुरस्कार मिला। वहीं, ब्रिटेन के गूगल डीपमाइंड के डेमिस हसाबिस और जॉन जंपर को "प्रोटीन संरचना भविष्यवाणी के लिए" पुरस्कार दिया गया।

इससे प्रोटीन को समझने की 50 साल पुरानी समस्या हल हो गई है। प्रोटीन एक महत्वपूर्ण रासायनिक उपकरण है। यह आपके शरीर में सभी प्रतिक्रियाओं और भावनाओं को नियंत्रित करता है। आपको कब गुस्सा आएगा? कब काम पर ध्यान देंगे? ये सारे काम प्रोटीन करते हैं।

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Nobel Prize In Chemistry 2024: वैज्ञानिकों ने क्या किया?

आम तौर पर प्रोटीन में 20 तरह के अमीनो एसिड होते हैं जो जीवन को बनाए रखते हैं। 2003 में डेविड बेकर ने इन अमीनो एसिड का इस्तेमाल करके एक नया प्रोटीन बनाया जो किसी भी मौजूदा प्रोटीन से मिलता-जुलता नहीं था।

तब से लेकर अब तक उनके समूह ने कई तरह के प्रोटीन बनाए हैं जिनका इस्तेमाल दवा कंपनियां वैक्सीन, नैनोमटेरियल और माइक्रो सेंसर बनाने में करती हैं। इसके अलावा डेमिस हसबिल और जॉन एम. जंपर दोनों ने साल 2020 में प्रोटीन का एक एआई मॉडल बनाया था।

इसका नाम अल्फाफोल्ड2 है। इसकी मदद से 20 करोड़ प्रोटीन की संरचना का अध्ययन किया जा सकता है। इस मॉडल के जरिए कई प्रोटीन के आकार और आकृति का पता लगाया जा चुका है। 190 देशों में 20 लाख से अधिक लोग इसका इस्तेमाल कर रहे हैं।

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