Santosh Kumar | October 10, 2025 | 02:58 PM IST | 1 min read
नोबेल समिति ने कहा, "अपनी जान को गंभीर खतरों के बावजूद, मारिया कोरिना मचाडो देश में ही रहीं। उनका चुनाव लाखों लोगों को प्रेरित करेगा।"
ओस्लो: नॉर्वेजियन नोबेल समिति ने वेनेजुएला की प्रमुख विपक्षी नेता मारिया कोरिना मचाडो को वेनेजुएला में लोकतंत्र, मानवाधिकारों और शांतिपूर्ण बदलाव के लिए उनके अथक संघर्ष के लिए 2025 का नोबेल शांति पुरस्कार देने की घोषणा की है। मारिया कोरिना मचाडो को यह पुरस्कार 10 दिसंबर, 2025 को नॉर्वे के ओस्लो में एक समारोह में प्रदान किया जाएगा।
नोबेल समिति के अध्यक्ष ने कहा कि मारिया कोरिना मचाडो "कभी गहन तौर पर विभाजित रहे विपक्ष को एकजुट करने वाली प्रमुख शख्सियत हैं। एक ऐसा विपक्ष जिसने स्वतंत्र चुनाव और प्रतिनिधि सरकार की मांग को समान रूप से उठाया।’’
बता दें कि नोबेल शांति पुरस्कार एकमात्र पुरस्कार है जो ओस्लो, नॉर्वे में प्रदान किया जाता है। इससे पहले चिकित्सा, भौतिकी, रसायन विज्ञान और साहित्य के क्षेत्र में 2025 के नोबेल पुरस्कारों की घोषणा स्वीडन की राजधानी स्टॉकहोम में की जा चुकी है।
पुरस्कार समारोह 10 दिसंबर को आयोजित किया जाएगा जो इन पुरस्कारों के संस्थापक अल्फ्रेड नोबेल की पुण्यतिथि है। नोबेल एक धनी स्वीडिश उद्योगपति और डायनामाइट के आविष्कारक थे। उनका निधन 1896 में हुआ था।
पिछले एक साल से, मचाडो को छिपकर रहने के लिए मजबूर होना पड़ा है। अपनी जान को गंभीर खतरों के बावजूद, वह देश में ही रहीं, एक ऐसा निर्णय जिसने लाखों लोगों को प्रेरित किया है। उन्होंने अपने देश के विपक्ष को एकजुट किया है।
वेनेज़ुएला के समाज के सैन्यीकरण के विरोध में वे कभी नहीं डगमगाईं। वे लोकतंत्र की ओर शांतिपूर्ण संक्रमण के अपने समर्थन में अडिग रही हैं। आगामी कार्यक्रम के अनुसार, अर्थशास्त्र पुरस्कार की घोषणा 13 अक्टूबर को की जाएगी।