आंध्र प्रदेश की रहने वाली छात्रा ने पिछले साल ही नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एनआईटी) पटना में बीटेक प्रोग्राम में एडमिशन लिया था।
Santosh Kumar | September 21, 2024 | 02:38 PM IST
पटना: एनआईटी पटना के बिहटा कैंपस में 19 वर्षीय इंजीनियरिंग छात्रा की आत्महत्या का मामला सामने आया है। आंध्र प्रदेश की रहने वाली छात्रा का शव हॉस्टल के कमरे में फंदे से लटकता मिला। पुलिस को इसकी जानकारी 20 सितंबर की रात करीब 10.30 बजे मिली। घटना के बाद छात्राओं ने कैंपस में जमकर हंगामा किया। छात्रा के कमरे से सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है, जिसकी जांच की जा रही है।
पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और आत्महत्या के कारणों की जांच की जा रही है। घटना के बाद से सैकड़ों छात्रों ने एनआईटी निदेशक के आवास के पास नारेबाजी की। मौके पर पहुंची पुलिस ने हंगामा शांत कराया।
बताया जा रहा है कि छात्र के कमरे से एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है। जानकारी के मुताबिक, आंध्र प्रदेश की रहने वाली छात्रा ने पिछले साल नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एनआईटी) पटना में बीटेक प्रोग्राम में एडमिशन लिया था।
पुलिस को शुक्रवार रात करीब 10.30 बजे छात्रा के आत्महत्या करने की सूचना मिली। नगर पुलिस अधीक्षक (पश्चिम) शरत आरएस ने बताया कि पुलिस को सूचना मिली कि एनआईटी पटना की द्वितीय वर्ष की छात्रा ने अपने छात्रावास के कमरे में पंखे से लटक कर आत्महत्या कर ली है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक छात्रा को पहले बिहटा के ईएसआईसी अस्पताल लाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। उन्होंने आगे बताया कि पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए दानापुर अनुमंडल अस्पताल भेज दिया है।
साथ ही परिजनों को घटना की जानकारी दे दी गई है और वे पटना के लिए रवाना हो गए हैं। पुलिस जांच टीम घटनास्थल की गहन जांच कर रही है। साक्ष्य जुटाने के लिए फोरेंसिक टीम को मौके पर बुलाया गया है। बरामद सुसाइड नोट की भी जांच की जा रही है।
यदि आप किसी ऐसे व्यक्ति को जानते हैं जिनके आत्मघाती कदम उठाने की आशंका है तो उनसे संवाद करें और समझाएं। आत्महत्या के विचार आने पर पीड़ित व्यक्ति सहायता और परामर्श के लिए हेल्पलाइन नंबर 9820466726 पर कॉल कर सकते हैं या फिर AASRA की आधिकारिक वेबसाइट http://www.aasra.info की मदद ले सकते हैं। इसके अलावा, 9152987821 पर भी कॉल कर सकते हैं। आत्महत्या रोकने के लिए सक्रिय कुछ और संगठनों के हेल्पलाइन नंबर लिंक पर उपलब्ध हैं जो ऐसे लोगों की मदद कर सकते हैं।