IIT Madras Pravartak ने डेटाबेस इंजीनियरिंग हैकथॉन में भाग लेने के लिए मांगे आवेदन, अंतिम तिथि 24 नवंबर
Santosh Kumar | November 13, 2024 | 12:56 PM IST | 1 min read
डेटाबेस इंजीनियरिंग हैकथॉन में शीर्ष टीमों को इनक्यूबेशन, प्रमाणन और आईआईटी मद्रास में अनुसंधान समुदाय के साथ काम करने का अवसर मिलेगा।
नई दिल्ली: आईआईटी मद्रास प्रवर्तक टेक्नोलॉजीज फाउंडेशन ने डेटाबेस इंजीनियरिंग हैकाथॉन के लिए आवेदन शुरू कर दिए हैं। इस हैकाथॉन का उद्देश्य देश के अग्रणी डेवलपर्स और इंजीनियरों को एक साथ लाकर डेटाबेस से जुड़ी महत्वपूर्ण चुनौतियों का समाधान खोजना है। इस कार्यक्रम में जीतने वाले प्रतिभागियों को पुरस्कार राशि मिलेगी। आवेदन की जानकारी इस लेख में आगे दी गई है।
डेटाबेस इंजीनियरिंग हैकथॉन में भाग लेने के लिए पंजीकरण करने की अंतिम तिथि 24 नवंबर 2024 है। उम्मीदवार दिए गए लिंक के माध्यम से पंजीकरण कर सकते हैं –https://www.hackerearth.com/challenges/hackathon/iitm-pravartak/
IIT Madras Pravartak: प्रतिभागियों को मिलेगी पुरस्कार राशि
इसके तहत प्रतिभागियों को डेटाबेस इंजीनियरिंग में अपनी विशेषज्ञता दिखाने और पुरस्कार जीतने का मौका मिलेगा। प्रथम स्थान पाने वाले विजेता को 3 लाख रुपये, जबकि दूसरे और तीसरे स्थान पाने वाले विजेताओं को क्रमशः 2 और 1 लाख रुपये दिए जाएंगे।
आईआईटी मद्रास के निदेशक वी. कामकोटि ने कहा कि हैकथॉन देश भर के डेवलपर्स को वास्तविक दुनिया की तकनीकी चुनौतियों से जोड़ने और डेटाबेस इंजीनियरिंग में नवाचार को बढ़ावा देने का एक प्रयास है।
प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र दिए जाएंगे
इसमें शीर्ष टीमों को इनक्यूबेशन, प्रमाणन और आईआईटी मद्रास में अनुसंधान समुदाय के साथ काम करने का अवसर मिलेगा। प्रवर्तक फाउंडेशन के सीईओ एमजे शंकर रमन ने कहा, "हमारा उद्देश्य डेटाबेस सिस्टम में नवाचार को बढ़ावा देना है।
यह हैकाथॉन प्रतिभागियों को अपने तकनीकी कौशल को निखारने और डेटा इंजीनियरिंग के क्षेत्र में आगे बढ़ने में मदद करेगा। सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र दिए जाएंगे और शीर्ष प्रदर्शन करने वालों को विशेष मान्यता दी जाएगी।
बता दें कि आईआईटी-एम प्रवर्तक टेक्नोलॉजीज एक सेक्शन 8 कंपनी है जो सेंसर, नेटवर्किंग और कंट्रोल सिस्टम में इनोवेशन पर काम करती है। यह भारत सरकार द्वारा वित्त पोषित है और आईआईटी मद्रास द्वारा संचालित है।
अगली खबर
]विशेष समाचार
]- दिल्ली का भलस्वा स्लम: आधार कार्ड और गंदगी से गुम हुई शिक्षा
- Nobel Prize in Economics 2025: जोएल मोकिर, फिलिप एगियन और पीटर हॉविट को मिलेगा अर्थशास्त्र का नोबेल पुरस्कार
- भारत में 33 लाख से अधिक छात्र एकल-शिक्षक स्कूलों पर निर्भर, उत्तर प्रदेश में सर्वाधिक नामांकन
- Nobel Peace Prize 2025: वेनेजुएला की मारिया कोरिना मचाडो को मिलेगा नोबेल शांति पुरस्कार, 10 दिसंबर को समारोह
- Nobel Prize in Chemistry 2025: सुसुमु कितागावा, रिचर्ड रॉबसन, उमर एम याघी को मिलेगा केमिस्ट्री का नोबेल प्राइज
- Nobel Prize in Physics 2025: जॉन क्लार्क, माइकल एच डेवोरेट और जॉन एम मार्टिनिस को मिला भौतिकी का नोबेल प्राइज
- CAT 2025: कैट परीक्षा 30 नवंबर को 3 पाली में; 2 महीने में कैसे करें तैयारी? जानें एग्जाम पैटर्न, चयन प्रक्रिया
- UP News: यूपी में वजीफा से वंचित 5 लाख से अधिक छात्रों को दिवाली से पहले मिलेगी छात्रवृत्ति, सीएम योगी ने कहा
- NIRF Ranking 2025: यूनिवर्सिटी श्रेणी में डीयू 5वें स्थान पर, टॉप 20 में दिल्ली विश्वविद्यालय के 10 कॉलेज
- NIRF MBA Ranking 2025: आईआईएम अहमदाबाद शीर्ष पर बरकरार, आईआईएम लखनऊ की टॉप 5 में वापसी, देखें लिस्ट