Santosh Kumar | November 12, 2024 | 02:45 PM IST | 1 min read
16-17 नवंबर को आईआईटी मद्रास में संस्थानों के प्रमुख एमओयू पर हस्ताक्षर करेंगे। इस दौरान एक्सआर स्टार्टअप अवॉर्ड भी प्रदान किए जाएंगे।
नई दिल्ली: आईआईटी मद्रास का वर्चुअल रियलिटी सेंटर भारत में 'एक्सटेंडेड रियलिटी' (एक्सआर) सेक्टर को बढ़ावा देने के लिए 'एक्सटीआईसी-एपीपी' (अकादमिक पार्टनरशिप प्रोग्राम) शुरू करेगा। एक्सपीरियंसल टेक्नोलॉजी इनोवेशन सेंटर (एक्सटीआईसी) का लक्ष्य भारत में एक्सआर डेवलपर्स और डिजाइनर विकसित करना है ताकि वे वैश्विक स्तर पर इस सेक्टर में योगदान दे सकें।
इस पहल का उद्देश्य एक्सआर क्षेत्र को बढ़ावा देना और अनुसंधान एवं विकास में सहयोग बढ़ाना है। संस्थान का कहना है कि यह स्टार्ट-अप का समर्थन करेगा और वैश्विक स्तर पर एक्सआर पाठ्यक्रमों का विस्तार करने में मदद करेगा।
संस्थानों के प्रमुख 16-17 नवंबर को आईआईटी मद्रास में समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर करेंगे। आईआईटी मद्रास के एक्सटीआईसी के डीन प्रोफेसर एम मणिवन्नन ने कहा, "यह विकसित भारत 2047 की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।"
पहली बार, आईआईटी मद्रास के एक्सआर समिट में 'गेम जैम' होगा, जिसमें एक्सआर तकनीक के नवाचार और विकास को प्रदर्शित किया जाएगा। उच्च गुणवत्ता वाले एक्सआर स्टार्टअप को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न विशेषज्ञ भी शामिल होंगे।
अमेरिकी वैज्ञानिक स्टीव लैवेल, जो ओकुलस वीआर के सह-आविष्कारक हैं, एक्सआर स्टार्टअप अवार्ड्स भी प्रस्तुत करेंगे। आप नीचे शीर्ष 10 एक्सआर स्टार्टअप की सूची देख सकते हैं;-