IIT Guwahati के इनोवेटर्स ने छोटे घरों के लिए बनाया कम जगह लेने वाला फर्नीचर, कई तरह से कर सकेंगे इस्तेमाल

प्रोफेसर दास ने अपने पूर्व छात्र के साथ मिलकर इस फर्नीचर को डिजाइन किया है जिसे 8 अलग-अलग तरीकों से इस्तेमाल किया जा सकता है।

इस फर्नीचर का कई तरह से इस्तेमाल किया जा सकता है, जिससे छोटे घरों में ज्यादा जगह मिलेगी। (इमेज-आधिकारिक)

Santosh Kumar | October 15, 2024 | 03:32 PM IST

नई दिल्ली: भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) गुवाहाटी के डिजाइन विभाग के प्रोफेसर सुप्रदीप दास के नेतृत्व में एक नया और खास फर्नीचर तैयार किया गया है। यह फर्नीचर छोटे घरों के लिए बनाया गया है और इसका उद्देश्य जगह बचाना है। इस फर्नीचर का कई तरह से इस्तेमाल किया जा सकता है, जिससे छोटे घरों में ज्यादा जगह मिलेगी।

जैसे-जैसे घर छोटे होते जा रहे हैं, मल्टीफंक्शनल फर्नीचर की मांग बढ़ती जा रही है। इसलिए, यह डिजाइन छोटे अपार्टमेंट और घरों में रहने वालों के लिए एक अच्छा समाधान है। शोधकर्ताओं का मानना है कि इस फर्नीचर की मदद से लोग अपनी छोटी जगहों का बेहतर इस्तेमाल कर पाएंगे।

8 तरीकों से कर सकेंगे उपयोग

प्रोफेसर दास ने पूर्व छात्र रिजास एम.पी. के साथ मिलकर एक ऐसा फर्नीचर तैयार किया है जिसे 8 अलग-अलग तरीकों से बदला जा सकता है। फर्नीचर में दो साइड पैनल, बेलनाकार पट्टियां और गोल सिर वाले बोल्ट हैं, जिससे इसे कुर्सी, टेबल या स्टोरेज यूनिट के रूप में आसानी से इस्तेमाल किया जा सकता है।

यह नया डिजाइन छोटे घरों के लिए बहुत बढ़िया है जहां जगह सीमित है। टीम को इसके लिए पेटेंट भी मिल गया है। नेशनल सैंपल सर्वे ऑर्गनाइजेशन (NSSO) के एक सर्वेक्षण के अनुसार, 32% शहरी घर 258 वर्ग फीट या उससे छोटे हैं।

ग्रामीण क्षेत्रों में 39% घर 312 वर्ग फीट या उससे छोटे हैं, जिससे कॉम्पैक्ट और मल्टीफंक्शनल फर्नीचर की मांग बढ़ रही है। प्रोफेसर दास ने कहा, "हमारा उद्देश्य ऐसा फर्नीचर डिजाइन करना है जो उपयोगकर्ताओं को सीमित स्थान का बेहतर उपयोग करने की अनुमति दे।"

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लागत लगभग 35,000 रुपये

प्रो. दास ने बताया कि इसका आकार हर उम्र के लोगों की जरूरत के हिसाब से बदला जा सकता है। बच्चों के लिए इसका छोटा वर्शन भी उपलब्ध है, जो इसे हर घर के लिए एक बहुमुखी विकल्प बनाता है। इससे उपयोगकर्ता अपने उपलब्ध स्थान का बेहतर उपयोग कर सकते हैं।

लैब-स्केल प्रोटोटाइप की कीमत लगभग 35,000 रुपये है, लेकिन अगर इसका बड़े पैमाने पर उत्पादन किया जाए तो इसकी लागत कम होने की संभावना है। यह नया और मल्टीफंक्शनल फर्नीचर छोटी जगहों पर रहने वालों के लिए एक बढ़िया विकल्प हो सकता है।

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