इस कार्यक्रम में क्षेत्र के प्रमुख शैक्षणिक संस्थानों के प्रमुख और प्रतिनिधियों ने भाग लिया, जिन्होंने अपनी वर्तमान प्रगति, उपलब्धियों और भविष्य की योजनाओं पर अपडेट साझा किए।
Saurabh Pandey | September 20, 2024 | 05:51 PM IST
नई दिल्ली : केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री डॉ. सुकांत मजूमदार भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान गुवाहाटी की तरफ से असम में केंद्रीय उच्च शैक्षणिक संस्थानों (सीएचईआई) की गहन समीक्षा बैठक में शामिल हुए। इस कार्यक्रम में शिक्षा मंत्रालय के निदेशक बी. के. सिंह, राज्य मंत्री के निजी सचिव पार्थ गौतम, आईआईटी गुवाहाटी से प्रो. जी. कृष्णमूर्ति, डॉ. विभास मोदी, एसीएस, आईआईआईटी गुवाहाटी के निदेशक प्रोफेसर शरत कुमार पात्रा और प्रोफेसर फिरदौस अहमद बरभुइया, आईआईआईटी गुवाहाटी के डीन (प्रशासन) सहित प्रतिष्ठित गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे।
मुख्य अतिथि डॉ. सुकांत मजूमदार ने अपने संबोधन के दौरान असम और पूर्वोत्तर में सामाजिक-आर्थिक विकास को बढ़ावा देने में उच्च शिक्षा की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि उत्तर पूर्वी राज्यों में हमारे संस्थान कई चुनौतियों का सामना कर रहे हैं। यह जरूरी है कि हम सामूहिक रूप से इन चुनौतियों का सामना करने के लिए आगे आएं।
बैठक के दौरान शिक्षा राज्य मंत्री ने राष्ट्रीय शिक्षा लक्ष्यों के अनुरूप अधिक सहयोग को प्रोत्साहित करते हुए रिसर्च, इनोवेशन और सामुदायिक आउटरीच में उनके योगदान के लिए संस्थानों की प्रशंसा की। डॉ. मजूमदार ने व्यापक पाठ्यक्रमों तक छात्रों की पहुंच बढ़ाने और क्षेत्र के युवाओं के लिए अधिक समावेशी और आसान अवसरों को बढ़ावा देने के लिए सहज शैक्षिक मार्ग सुनिश्चित करने के लिए राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) को लागू करने के महत्व पर भी प्रकाश डाला।
इस कार्यक्रम में क्षेत्र के प्रमुख शैक्षणिक संस्थानों के प्रमुख और प्रतिनिधियों ने भाग लिया, जिन्होंने अपनी वर्तमान प्रगति, उपलब्धियों और भविष्य की योजनाओं पर अपडेट साझा किए।
आईआईटी गुवाहाटी के निदेशक प्रो. देवेन्द्र जलिहाल ने अपने समापन भाषण में क्षेत्रीय और राष्ट्रीय विकास दोनों में इसकी महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित करते हुए, शैक्षिक उत्कृष्टता और अनुसंधान के लिए संस्थान की अटूट प्रतिबद्धता की पुष्टि की। प्रो.देवेंद्र जलिहाल और माननीय केंद्रीय मंत्री डॉ. सुकांत मजूमदार के बीच बैठक के दौरान कई प्रमुख बिंदुओं पर चर्चा हुई।