UPSC CSE Final Result 2024: जामिया के आरसीए के 32 स्टूडेंट्स सिविल सेवा परीक्षा में चयनित, 12 महिलाएं शामिल

इस साल आरसीए से सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले अल्फ्रेड थॉमस हैं, जिन्होंने 33वीं रैंक हासिल की है। उनके बाद सुश्री इरम चौधरी हैं, जिन्होंने 40वीं रैंक हासिल की है।

आरसीए के कुल 78 छात्र साक्षात्कार के लिए उपस्थित हुए थे, जिनमें से 32 का अंतिम रूप से चयन हुआ है। (इमेज-आधिकारिक)

Santosh Kumar | April 22, 2025 | 06:24 PM IST

नई दिल्ली: जामिया मिल्लिया इस्लामिया (जेएमआई) की आवासीय कोचिंग अकादमी (आरसीए) में कोचिंग और प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले 32 उम्मीदवारों का चयन यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा 2024 में हुआ है। आरसीए के कुल 78 छात्र साक्षात्कार के लिए उपस्थित हुए थे, जिनमें से 32 का अंतिम रूप से चयन हुआ है। चयनित 32 उम्मीदवारों में से 12 महिलाएं हैं। संस्थान ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर यह जानकारी साझा की है।

चयनित 32 उम्मीदवारों में से कुछ को आईएएस और आईपीएस जैसी प्रमुख सेवाएं मिल सकती हैं, जबकि बाकी को उनके रैंक और वरीयता के अनुसार आईआरएस, ऑडिट, आईआरटीएस जैसी ग्रुप-ए सेवाएं मिलेंगी।

UPSC CSE Final Result 2024: कुलपति ने अभ्यर्थियों को दी बधाई

इस साल आरसीए में शीर्ष प्रदर्शन करने वाले अल्फ्रेड थॉमस हैं, जिन्होंने ऑल इंडिया रैंक 33 हासिल की है। उनके बाद सुश्री इरम चौधरी हैं, जिन्होंने 40वीं रैंक हासिल की है, और फिर सुश्री रुचिका झा हैं, जिन्होंने 51वीं रैंक हासिल की है।

जामिया के आरसीए द्वारा प्रशिक्षित उम्मीदवारों के उत्कृष्ट प्रदर्शन से प्रसन्न होकर, जामिया के कुलपति प्रो. मजहर आसिफ और रजिस्ट्रार प्रो. मोहम्मद मेहताब आलम रिजवी ने सभी सफल उम्मीदवारों को बधाई दी।

जेएमआई के रजिस्ट्रार प्रो. रिज़वी ने कहा, “यूपीएससी 2024 के परिणाम देश की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक की तैयारी के हर चरण में जेएमआई के आरसीए द्वारा प्रदान किए गए प्रशिक्षण की कठोर प्रकृति को दर्शाते हैं।

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आरसीएस ने 300+ सिविल सेवक तैयार किए

जेएमआई के कुलपति और रजिस्ट्रार ने अंतिम चयन से चूक गए छात्रों को प्रोत्साहित किया। आरसीए की स्थापना 2010 में यूजीसी के तहत सेंटर फॉर कोचिंग एंड करियर प्लानिंग (सीसीएंडसीपी), जेएमआई द्वारा की गई।

इसका उद्देश्य एससी, एसटी, महिलाओं और अल्पसंख्यक छात्रों को सिविल सेवा और अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए मुफ्त कोचिंग प्रदान करना है। 2010-11 से 2024 तक, आरसीए ने 300 से अधिक सिविल सेवक तैयार किए हैं।

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