उमा कांजीलाल नियुक्त हुईं इग्नू की कार्यवाहक कुलपति, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कर चुकी हैं काम
Santosh Kumar | July 26, 2024 | 06:45 PM IST | 2 mins read
कांजीलाल स्वयं प्रभा से भी जुड़ी हुई हैं, जो 24/7 शैक्षिक डीटीएच चैनलों के माध्यम से शैक्षिक कार्यक्रम प्रसारित करती है और छात्रों को मूल्यवान सामग्री प्रदान करती है।
नई दिल्ली: इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू) ने प्रोफेसर नागेश्वर राव का कार्यकाल पूरा होने के बाद प्रोफेसर उमा कांजीलाल को कार्यवाहक कुलपति नियुक्त किया है। वर्तमान में प्रो-वाइस चांसलर के रूप में कार्यरत कांजीलाल अपनी नई भूमिका में एक विशिष्ट शैक्षणिक और प्रशासनिक कैरियर लेकर आई हैं।
प्रोफेसर उमा कांजीलाल ने 1984 में आईआईटी कानपुर में रिसर्च असिस्टेंट के रूप में अपना करियर शुरू किया था। इसके बाद, उन्होंने आईजीएनसीए में कैटलॉगर और प्रोफेशनल असिस्टेंट जैसे कई महत्वपूर्ण पदों पर काम किया। उन्होंने इग्नू में लेक्चरर से लेकर प्रोफेसर तक के शैक्षणिक पदों पर कार्य किया है और 2003 से प्रोफेसर के रूप में काम कर रही हैं।
प्रोफेसर उमा के पास प्रशासनिक अनुभव का एक विस्तृत दायरा है। उन्होंने लाइब्रेरियन-इन-चार्ज, स्कूल ऑफ सोशल साइंसेज की निदेशक, एडवांस्ड सेंटर फॉर इंफॉर्मेटिक्स एंड इनोवेटिव लर्निंग की निदेशक, इंटर-यूनिवर्सिटी कंसोर्टियम फॉर टेक्नोलॉजी-इनेबल्ड फ्लेक्सिबल लर्निंग एंड डेवलपमेंट की निदेशक और सेंटर फॉर ऑनलाइन एजुकेशन की निदेशक जैसे महत्वपूर्ण पदों पर काम किया है।
उमा कांजीलाल ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी महत्वपूर्ण कार्य किया है, जिसमें सीईएमसीए और यूएनआरडब्ल्यूए के लिए परामर्श भूमिकाएं और कॉमनवेल्थ ऑफ लर्निंग के लिए मॉड्यूल विकास शामिल है। वह इलिनोइस विश्वविद्यालय में फुलब्राइट स्कॉलर रही हैं और उन्हें ई-ज्ञानकोष के लिए मंथन पुरस्कार और डेलनेट के सर्वश्रेष्ठ उधार पुस्तकालय पुरस्कार सहित कई पुरस्कार मिले हैं।
वह राष्ट्रीय समन्वयकों में से एक के रूप में कार्य करती हैं जो विभिन्न विषयों में निःशुल्क ऑनलाइन पाठ्यक्रम प्रदान करता है। इसके अतिरिक्त, वह स्वयं प्रभा से भी जुड़ी हुई हैं, जो 24/7 शैक्षिक डीटीएच चैनलों के माध्यम से शैक्षिक कार्यक्रम प्रसारित करती है और छात्रों को मूल्यवान सामग्री प्रदान करती है।
इग्नू की ओर से जारी अधिसूचना में कहा गया, "इग्नू को पूरा भरोसा है किकांजीलाल का नेतृत्व सुलभ, उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा प्रदान करने के उसके मिशन को आगे बढ़ाएगा। विश्वविद्यालय समुदाय प्रोफेसर कांजीलाल को हार्दिक बधाई देता है और उनके दूरदर्शी नेतृत्व की प्रतीक्षा करता है।"
अगली खबर
]विशेष समाचार
]- VBSA Bill: लोकसभा ने 'विकसित भारत शिक्षा अधिष्ठान विधेयक' को संयुक्त समिति को भेजने की दी मंजूरी, जानें महत्व
- Govt in Lok Sabha: केवीएस में 10,173 पद रिक्त; 2014 से भर्ती और कॉन्ट्रैक्ट टीचरों का साल-वार विवरण जारी
- एसएमवीडीआईएमई में हिंदुओं के लिए आरक्षण और मुस्लिम छात्रों को स्थानांतरण करने की मांग को लेकर प्रदर्शन
- IIM Indore Admission Guidelines 2026-28: आईआईएम इंदौर ने पीजीपी एडमिशन गाइडलाइंस जारी की, पात्रता मानदंड जानें
- IIT Bombay News: महाराष्ट्र सरकार आईआईटी बॉम्बे का नाम बदलने के लिए केंद्र को लिखेगी पत्र, सीएम ने दी जानकारी
- दिल्ली का भलस्वा स्लम: आधार कार्ड और गंदगी से गुम हुई शिक्षा
- Nobel Prize in Economics 2025: जोएल मोकिर, फिलिप एगियन और पीटर हॉविट को मिलेगा अर्थशास्त्र का नोबेल पुरस्कार
- भारत में 33 लाख से अधिक छात्र एकल-शिक्षक स्कूलों पर निर्भर, उत्तर प्रदेश में सर्वाधिक नामांकन
- Nobel Peace Prize 2025: वेनेजुएला की मारिया कोरिना मचाडो को मिलेगा नोबेल शांति पुरस्कार, 10 दिसंबर को समारोह
- Nobel Prize in Chemistry 2025: सुसुमु कितागावा, रिचर्ड रॉबसन, उमर एम याघी को मिलेगा केमिस्ट्री का नोबेल प्राइज