Press Trust of India | September 24, 2025 | 07:23 AM IST | 3 mins read
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि यूकेएसएसएससी की परीक्षा में गड़बड़ी करने वालों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा।
हरिद्वार: उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (यूकेएसएसएससी) की स्नातक स्तरीय परीक्षा के प्रश्नपत्र के 3 पन्ने कथित तौर पर लीक होने के मामले में पुलिस ने 23 सितंबर को मुख्य आरोपी खालिद मलिक को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने बताया कि परीक्षा में अभ्यर्थी के तौर पर शामिल हुए खालिद को हरिद्वार के लक्सर क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया। इससे पहले, पुलिस ने मामले में एक अन्य आरोपी और खालिद की बहन साबिया (35) को गिरफ्तार किया था।
खालिद तीन दिनों से फरार था। हरिद्वार के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) प्रमेंद्र सिंह डोभाल ने बताया कि चूंकि मामला देहरादून में दर्ज किया गया है, इसलिए देहरादून पुलिस ने आगे की जांच के लिए खालिद को हिरासत में ले लिया है।
खालिद बहादुरपुर जट गांव में स्थित आदर्श बाल सदन इंटर कॉलेज में बनाए गए परीक्षा केंद्र में कुछ उपकरण लेकर गया था, जिससे उसने प्रश्नपत्र के 3 पन्नों की फोटो खींचकर अपने मोबाइल फोन पर भेजी जो साबिया के पास था।
21 सितंबर को आयोजित स्नातक स्तरीय परीक्षा के प्रश्नपत्र के 3 पन्ने सोशल मीडिया पर सामने आए थे। पुलिस ने बताया कि साबिया ने खालिद के फोन से ये प्रश्न टिहरी में सहायक प्रोफेसर सुमन के फोन पर भेजे और उनसे उत्तर प्राप्त किए।
सुमन से पूछताछ के दौरान खालिद की बहन हिना की भी भूमिका संदिग्ध पाई गई और जांच जारी है। रायपुर थाने में भर्ती परीक्षा (अनुचित साधनों का निवारण) अध्यादेश, 2023 के तहत 4 नामजद और अन्य अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
आयोग के अध्यक्ष गणेश सिंह मर्तोलिया ने भी हैरानी जताई कि परीक्षा केंद्रों पर जैमर लगाए जाने के बावजूद प्रश्नपत्र बाहर कैसे आया। आयोग ने देहरादून पुलिस को एक शिकायती पत्र सौंपते हुए मामले की विस्तृत जांच का अनुरोध किया।
देहरादून के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) अजय सिंह ने मामले की जांच के लिए विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया। अधिकारियों ने बताया कि जांच में पता चला कि ये फोटो सुमन के मोबाइल से भेजी गई थीं।
उन्होंने कहा, ‘‘पूछताछ में सुमन ने बताया कि साबिया को उत्तर देने के बाद उन्हें इन प्रश्नों पर शक हुआ, जिसके बाद उन्होंने प्रश्नों के स्क्रीनशॉट लेकर एक अन्य व्यक्ति को दिखाया। उसी व्यक्ति ने स्क्रीनशॉट सोशल मीडिया पर डाल दिए।’’
सुमन से पूछताछ के आधार पर उन सभी व्यक्तियों की जांच की जा रही है, जिन्होंने प्रश्नपत्र लीक की सूचना पुलिस या किसी अन्य सक्षम प्राधिकारी को देने के बजाय परीक्षा के बाद उसके ‘स्क्रीनशॉट’ सोशल मीडिया पर प्रसारित कर दिए।
पुलिस ने बताया कि यदि उक्त व्यक्तियों द्वारा समय रहते इस संबंध में जानकारी आयोग, पुलिस या अन्य प्राधिकारी को दे दी गई होती तो संभवतः खालिद और उसके अन्य सहयोगी परीक्षा केंद्र से ही पकड़े जा सकते थे।
आयोग अध्यक्ष मार्तोलिया ने कहा कि मामला एक केंद्र और एक अभ्यर्थी तक सीमित है, इसलिए परीक्षा रद्द होने की संभावना नहीं है। आरोपी अभ्यर्थी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी और उसे भविष्य की परीक्षाओं से अयोग्य घोषित कर दिया जाएगा।
हरिद्वार पुलिस ने बताया कि खालिद के घर पर कथित तौर पर अवैध बिजली आपूर्ति पाए जाने पर उसके पिता के विरूद्ध मुकदमा दर्ज किया गया है। छापेमारी के दौरान बिजली विभाग ने खालिद के घर की बिजली तत्काल प्रभाव से काट दी है।
इस बीच, बेरोजगार संघ के अध्यक्ष राम कंडवाल के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री धामी से मुलाकात की। इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि यूकेएसएसएससी की परीक्षा में गड़बड़ी करने वालों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बेरोजगार अभ्यर्थियों का हित सर्वोपरि है और उनके हितों को सुरक्षित रखते हुए ही जरूरी निर्णय लिया जाएगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि सरकार पारदर्शी और निष्पक्ष भर्ती प्रक्रिया सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है।