Santosh Kumar | September 22, 2025 | 08:35 AM IST | 2 mins read
आयोग अध्यक्ष जीएस मर्तोलिया ने प्रश्नपत्र लीक होने की बात तो स्वीकार नहीं की, लेकिन कुछ पन्नों के लीक होने को चिंता का विषय बताया।
देहरादून: उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (यूकेएसएसएससी) द्वारा विभिन्न विभागों के लिए आयोजित स्नातक स्तरीय परीक्षा के प्रश्नपत्र कथित तौर पर लीक होने के मामले में पुलिस ने कहा है कि प्रारंभिक जांच में इस मामले में किसी संगठित गिरोह की संलिप्तता नहीं पाई गई है। हालांकि, देहरादून के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) अजय सिंह ने कल रात यह स्वीकार किया कि प्रश्नपत्र के कुछ प्रश्नों की तस्वीरें किसी परीक्षा केंद्र से किसी व्यक्ति द्वारा भेजी गई। उन्होंने कहा कि इस मामले में शामिल आरोपियों की पहचान कर ली गई है और उनके खिलाफ पुख्ता सबूत हासिल कर लिए गए हैं।
एसएसपी ने बताया कि सोशल मीडिया पर वायरल हुए प्रश्नपत्र लीक का संदेह सामाजिक कार्यकर्ता बॉबी पंवार पर है। आयोग अध्यक्ष ने प्रश्नपत्र लीक होने की बात तो स्वीकार नहीं की, लेकिन कुछ पन्नों के लीक होने को चिंता का विषय बताया।
आयोग अध्यक्ष जीएस मर्तोलिया ने कहा कि यह पेपर लीक का मामला नहीं है, किसी केंद्र से प्रश्नपत्र के तीन पन्ने बाहर आए हैं। यह आश्चर्य की बात है कि सभी केंद्रों पर मोबाइल जैमर लगे होने के बावजूद ये पन्ने कैसे बाहर आ गए।
आयोग ने देहरादून के एसएसपी और एसटीएफ से जांच करने का अनुरोध किया है। शनिवार को पुलिस ने हाकम सिंह और पंकज गौड़ को गिरफ्तार किया, जिन पर परीक्षा पास कराने के लिए कथित तौर पर 12-15 लाख रुपये वसूलने का आरोप है।
कांग्रेस पार्टी ने धामी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि परीक्षाओं में नकल रोकने के उसके सारे दावे झूठे साबित हुए हैं। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करण महारा ने इसे युवाओं के भविष्य के साथ बड़ा धोखा बताया।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि राज्य सरकार को पेपर लीक के आरोपी को फिर से गिरफ्तार करना पड़ा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने पहले ही आशंका जताई थी कि सरकार पूरे प्रकरण में बड़े नेताओं और उच्चाधिकारियों को बचाने का काम कर रही है।
कांग्रेस पार्टी उत्तराखंड के युवाओं के साथ इस तरह का खिलवाड़ किसी भी रूप में बर्दाश्त नहीं करेगी। कांग्रेस नेता ने कहा कि कांग्रेस पूरे प्रदेश में इसका पुरजोर विरोध करेगी और युवाओं के अधिकारों की रक्षा के लिए हर स्तर पर संघर्ष करेगी।
इनपुट्स-पीटीआई
आवेदन की अंतिम तिथि, जो पहले 21 सितंबर निर्धारित थी, अब 28 सितंबर, 2025 तक बढ़ा दी गई है। सभी उम्मीदवार जो भर्ती के लिए इच्छुक और पात्र हैं, आधिकारिक वेबसाइट ibps.in के माध्यम से आवेदन कर सकते हैं।
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