RAV Convocation: राष्ट्रीय आयुर्वेद विद्यापीठ ने दीक्षांत समारोह में CRAV गुरुओं और शिष्यों को सम्मानित किया

Abhay Pratap Singh | March 18, 2025 | 03:19 PM IST | 2 mins read

लाइफटाइम अचीवमेंट्स पुरस्कार प्रो बनवारी लाल गौड़, प्रो कुलवंत सिंह, वैद्य मोहन नारायण तांबे और डॉ बिधुभूषण नंदा को प्रदान किया गया।

राष्ट्रीय आयुर्वेद विद्यापीठ ने इस वर्ष अपने 28वें दीक्षांत समारोह का आयोजन किया। (स्त्रोत-पीआईबी)
राष्ट्रीय आयुर्वेद विद्यापीठ ने इस वर्ष अपने 28वें दीक्षांत समारोह का आयोजन किया। (स्त्रोत-पीआईबी)

नई दिल्ली: राष्ट्रीय आयुर्वेद विद्यापीठ (RAV) ने अपने 28वें दीक्षांत समारोह में आयुर्वेद शिक्षा और अभ्यास में उच्च मानकों को बनाए रखने के लिए एक अंतरराष्ट्रीय और 6 राष्ट्रीय संस्थानों को मान्यता भी दी। इस दौरान विद्यापीठ ने देश भर के 100 से अधिक सीआरएवी गुरुओं और 120 शिष्यों को भी सम्मानित किया है।

आरएवी ने दीक्षांत समारोह कार्यक्रम में प्रो बनवारी लाल गौर, जयपुर (राजस्थान), प्रो कुलवंत सिंह (जम्मू और कश्मीर), वैद्य मोहन नारायण तांबे, सतारा (महाराष्ट्र) और डॉ बिधुभूषण नंदा, ढेंकनाल (ओडिशा) को लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड प्रदान किए। वहीं, आयुष मंत्रालय के सचिव वैद्य राजेश कोटेचा ने डिप्लोमेट ऑफ नेशनल बोर्ड आयुर्वेद कार्यक्रम की घोषणा की।

पीआईबी के अनुसार, केंद्रीय आयुष राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) प्रतापराव जाधव ने लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार और फेलो ऑफ आरएवी पुरस्कार के माध्यम से आयुर्वेदिक चिकित्सकों के अमूल्य कार्य को मान्यता देने में आरएवी के योगदान की प्रशंसा की। उन्होंने चिकित्सकों से इस क्षेत्र को और मजबूत बनाने के लिए प्रौद्योगिकी और अनुसंधान को एकीकृत करने का आग्रह किया।

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मंत्री प्रतापराव जाधव ने गुरु-शिष्य परम्परा के तहत सीआरएवी पाठ्यक्रम के माध्यम से छात्रों को प्रशिक्षित करने में आरएवी के अद्वितीय दृष्टिकोण की सराहना की। इस आयोजन का महत्वपूर्ण आकर्षण आयुर्वेद शिक्षा और अभ्यास में उच्च मानकों को बनाए रखने के लिए आरएवी द्वारा अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय संस्थानों को मान्यता प्रदान करना था।

आयुष मंत्रालय के सचिव वैद्य राजेश कोटेचा ने नई दिल्ली में आरएवी के दीक्षांत समारोह कार्यक्रम के दौरान अपने संबोधन में आयुष मंत्रालय की 7.5 वर्षीय गुरुकुल स्कूली शिक्षा कार्यक्रम शुरू करने की पहल पर भी जोर दिया, जिससे गुरु-शिष्य परंपरा को मजबूती मिलेगी और छात्रों को अधिक गहन शिक्षण अनुभव मिलेगा।

कार्यक्रम के दौरान, कांगड़ा (हिमाचल प्रदेश) से सांसद वैद्य राजीव भारद्वाज, जयपुर (राजस्थान) से वैद्य मीता कोटेचा, प्रो संजीव शर्मा, उत्तराखंड से प्रो अरुण कुमार त्रिपाठी, नई दिल्ली से डॉ जी प्रभाकर राव, वाराणसी से प्रोफेसर लक्ष्मण सिंह सहित अन्य को फेलो ऑफ आरएवी (FRAV) पुरस्कार दिया गया और आयुष मंत्री द्वारा सम्मानित किया गया।

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