पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि राजस्थान सरकार हजारों युवाओं के भविष्य को लेकर किए गए वादे को लेकर गंभीर नहीं है।
Santosh Kumar | June 14, 2025 | 10:02 AM IST
राजस्थान: पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शुक्रवार (13 जून) को राजस्थान प्रशासनिक सेवा (आरएएस) भर्ती परीक्षा को लेकर राज्य सरकार पर निशाना साधा और कहा कि वह युवाओं के भविष्य को लेकर कतई गंभीर नहीं है। गहलोत ने 'एक्स' पर एक पोस्ट में लिखा, "ऐसा लगता है कि राजस्थान सरकार युवाओं के भविष्य और भर्ती परीक्षाओं को लेकर कतई गंभीर नहीं है।"
उन्होंने कहा, "आरएएस भर्ती परीक्षा को लेकर सरकार के दोनों उपमुख्यमंत्रियों और सभी विधायकों ने सीएम को पत्र लिखा। प्रदेशाध्यक्ष ने प्रदर्शनकारी अभ्यर्थियों से कहा कि उनका काम हो जाएगा और उनकी भूख हड़ताल समाप्त करा दी।"
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि इन सब बातों के चलते अभ्यर्थियों को लगा कि परीक्षा की तिथि आगे बढ़ जाएगी, लेकिन आरपीएससी ने तिथि में कोई बदलाव नहीं किया, जिससे विद्यार्थियों में असमंजस की स्थिति बनी हुई है।
गहलोत ने भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए लिखा, "क्या भाजपा प्रदेशाध्यक्ष ने मुख्यमंत्री से बात किए बिना ऐसा वादा किया? क्या भाजपा प्रदेशाध्यक्ष, उपमुख्यमंत्रियों और मुख्यमंत्री के बीच संवादहीनता इतनी है?"
गहलोत ने कहा कि हजारों युवाओं के भविष्य को लेकर जो वादा किया था, उसे लेकर वे गंभीर नहीं हैं? इतने महत्वपूर्ण मुद्दे पर उपमुख्यमंत्री केवल पत्र क्यों लिख रहे हैं, जबकि उन्हें मुख्यमंत्री से मिलकर निर्णय करवाना चाहिए।
कांग्रेस नेता के अनुसार, ''भाजपा अपनी अंदरूनी राजनीति में चाहे कितनी भी उलझे परन्तु युवाओं के भविष्य के साथ ऐसा खिलवाड़ कैसे किया जा सकता है? मुख्यमंत्री को अभ्यर्थियों से बात कर जल्द से जल्द फैसला करना चाहिए।''
इसके विरोध में प्रयागराज में उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग के कार्यालय के बाहर बड़ी संख्या में अभ्यर्थियों ने जोरदार प्रदर्शन किया। उन्होंने नारेबाजी की और जल्द से जल्द परिषदीय प्राथमिक विद्यालयों में एक लाख सहायक शिक्षकों की भर्ती करने की मांग की।
Santosh Kumar