साइबर खतरों से बचाव के लिए IIT Roorkee में पावर सिस्टम साइबर सिक्योरिटी हैकथॉन का सफल आयोजन
Santosh Kumar | October 17, 2024 | 04:00 PM IST | 2 mins read
हैकाथॉन का अंतिम चरण 14 और 15 अक्टूबर को आईआईटी रुड़की में आयोजित किया गया। अंतिम दिन विजेताओं की घोषणा की गई।
नई दिल्ली: आईआईटी रुड़की ने 15 अक्टूबर को पावर सिस्टम साइबर सिक्योरिटी हैकाथॉन 2024 का सफलतापूर्वक आयोजन किया। दो दिवसीय कार्यक्रम में नवाचार, सहयोग और तकनीकी उत्कृष्टता पर ध्यान केंद्रित किया गया। इसका आयोजन जल संसाधन विकास एवं प्रबंधन विभाग, सतत ऊर्जा केंद्र, आईहब दिव्य संपर्क और टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड के सहयोग से किया गया।
इस हैकाथॉन का मुख्य उद्देश्य बिजली प्रणालियों को साइबर खतरों से बचाने के लिए उन्नत समाधान खोजना था। इसमें देशभर के आईआईटी, एनआईटी और कई अन्य संस्थानों के प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। आईआईटी रुड़की का यह हैकाथॉन डेढ़ महीने तक चला।
हैकाथॉन में विजेताओं को मिला पुरस्कार
साइबर सुरक्षा समाधान प्रस्तुत करने वाली कई प्रतिस्पर्धी प्रविष्टियों में से 10 टीमों का चयन किया गया। हैकाथॉन का अंतिम चरण 14 और 15 अक्टूबर को आईआईटी रुड़की में हुआ। 14 अक्टूबर को कार्यक्रम की शुरुआत पोस्टर प्रस्तुतियों से हुई, जिसके बाद लाइव प्रदर्शन हुए।
10 शॉर्टलिस्ट की गई टीमों ने अपनी परियोजनाएं प्रस्तुत कीं। हैकाथॉन का दूसरा दिन, 15 अक्टूबर, पुरस्कार वितरण और सम्मान समारोह के लिए समर्पित था, जहां अंतिम विजेताओं की घोषणा की गई और उन्हें सम्मानित किया गया।
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निदेशक ने दी विजेताओं को बधाई
कार्यक्रम की शुरुआत हैकाथॉन समन्वयक प्रोफेसर थंगा राज चेलिया के स्वागत भाषण से हुई, जिन्होंने देश के बुनियादी ढांचे की सुरक्षा में साइबर सुरक्षा के महत्व पर चर्चा की। इसके बाद, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग के हैकाथॉन समन्वयक अब्दुल सलीम मीर ने एक सिंहावलोकन प्रस्तुत किया।
इसके बाद हैकाथॉन के विजेताओं की घोषणा की गई, जिसमें मुख्य अतिथि प्रोफेसर दीपक खरे ने शीर्ष 3 टीमों को उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए पुरस्कार प्रदान किए। विजेताओं की घोषणा और शीर्ष टीमों के सम्मान के साथ हैकाथॉन का समापन हुआ।
- विजेता: आईआईटी रोपड़ से सुबल बेउरा व अमित कुमार ने ₹40,000 का पुरस्कार प्राप्त किया।
- फर्स्ट उपविजेता: आईआईटी रूड़की से श्वेतांक अग्रवाल और आशीष कुमार को ₹25,000 से सम्मानित किया गया।
- द्वितीय उपविजेता: एनआईटी पटना से प्रभात कुमार विद्यार्थी और सुगंधा कुमारी, ₹16,000 के पुरस्कार के साथ सम्मानित किए गए।
शीर्ष तीन पुरस्कारों के अलावा, 3 टीमों को उनके उन्नत समाधानों के लिए ₹8,000 प्रत्येक दिए गए, जबकि 4 टीमों को ₹5,000 का सांत्वना पुरस्कार मिला। आईआईटी रूड़की के निदेशक के.के. पंत ने सभी प्रतिभागियों को बधाई दी और उनके समाधान तथा टीम वर्क की सराहना की।
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