Press Trust of India | December 21, 2025 | 03:22 PM IST | 2 mins read
छात्र का आरोप है कि वह तिलक लगाकर कॉलेज गया था तो प्राचार्य डॉक्टर उमर ने उसे यह कहकर तिलक हटाकर आने की बात कही कि यह डिग्री कॉलेज है, कोई गुरुकुल नहीं।

उत्तर प्रदेश: हरदोई जिले के शाहाबाद क्षेत्र स्थित एक डिग्री कॉलेज के छात्र ने संस्थान के प्राचार्य पर तिलक लगाकर कॉलेज आने पर दुर्व्यवहार करने का आरोप लगाते हुए इसकी शिकायत की है। प्रशासन ने मामले की जांच शुरू की है। लॉ छात्र अमित यादव का कहना है कि शिक्षा के मंदिर में इस प्रकार का व्यवहार उसकी धार्मिक आस्था और अधिकारों का हनन है।
शाहाबाद स्थित बी.एन. डिग्री कॉलेज में विधि पाठ्यक्रम के पहले सेमेस्टर के छात्र अमित यादव ने कॉलेज के प्राचार्य डॉक्टर उमर पर तिलक लगाने को लेकर आपत्तिजनक व्यवहार करने का गंभीर आरोप लगाते हुए तहसील समाधान दिवस में उच्च अधिकारियों को शिकायत देकर इंसाफ की गुहार लगाई है।
छात्र का आरोप है कि वह तिलक लगाकर कॉलेज गया था तो प्राचार्य डॉक्टर उमर ने उसे यह कहकर तिलक हटाकर आने की बात कही कि यह डिग्री कॉलेज है, कोई गुरुकुल नहीं। इससे वह मानसिक रूप से आहत हुआ। इसी कारण वह एलएलबी प्रथम सेमेस्टर का परीक्षा फॉर्म भी नहीं भर पाया है।
मामले की जानकारी मिलने पर विश्व हिंदू परिषद की नगर इकाई के अध्यक्ष शुभम वाजपेयी, मंत्री अरुण गुप्ता और कई अन्य कार्यकर्ता बी.एन. डिग्री कॉलेज पहुंचे और उन्होंने छात्र के तिलक लगाने पर कथित दुर्व्यवहार का विरोध जताते हुए प्रधानाचार्य से आपत्ति दर्ज कराई।
साथ ही आगाह किया कि कॉलेज शिक्षा का मंदिर है और किसी भी छात्र के साथ उसकी धार्मिक पहचान या आस्था के आधार पर दुर्व्यवहार नहीं किया जा सकता। अगर भविष्य में किसी भी छात्र के साथ इस तरह की घटना दोहराई गई तो संगठन आंदोलन करने के लिए मजबूर होगा।
कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉक्टर उमर ने खुद पर लगे सभी आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि उन्होंने तिलक लगाकर कॉलेज आने पर किसी भी छात्र को न तो रोका है और न ही इस विषय में कोई आपत्तिजनक टिप्पणी की है। इस बारे में पूछे जाने पर शाहाबाद के उप जिलाधिकारी अंकित तिवारी ने बताया कि शिकायती पत्र प्राप्त हुआ है। मामले की जांच की जा रही है।