Delhi Public School: लंच में नॉनवेज देने पर स्कूल ने पैरेंट्स को भेजा नोटिस, विवाद बढ़ा तो देनी पड़ी सफाई
Santosh Kumar | August 9, 2024 | 04:11 PM IST | 2 mins read
इस मुद्दे पर बहस शुरू होने के बाद स्कूल की प्रिंसिपल सुप्रीति चौहान ने कहा, "यह सिर्फ एक अनुरोध है।" उन्होंने कहा कि हमने कोई प्रतिबंध नहीं लगाया है।
नई दिल्ली: नोएडा के सेक्टर-132 स्थित दिल्ली पब्लिक स्कूल शुक्रवार (9 अगस्त) को एक नोटिस के कारण सोशल मीडिया पर चर्चा का केंद्र बन गया। दरअसल, स्कूल की प्रिंसिपल ने एक छात्र के अभिभावकों को नोटिस जारी कर छात्र के लंच में मांसाहारी भोजन लाने पर आपत्ति जताई थी। मीडिया में आने के बाद यह मामला तेजी से फैला, जिस पर अब स्कूल की ओर से स्पष्टीकरण जारी किया गया है।
इस मुद्दे पर बहस छिड़ने के बाद नोएडा के एक नामी स्कूल ने कहा कि यह सिर्फ एक अनुरोध था। नोएडा के सेक्टर 132 में स्थित दिल्ली पब्लिक स्कूल ने बुधवार (7 अगस्त) को अभिभावकों को व्हाट्सएप के जरिए संदेश भेजकर कहा कि वे अपने बच्चों को दोपहर के भोजन में मांसाहारी भोजन न भेजें।
पीटीआई के मुताबिक, दिल्ली पब्लिक स्कूल की ओर से व्हाट्सएप पर भेजे गए संदेश में कहा गया है, "जब सुबह दोपहर के भोजन के लिए मांसाहारी भोजन पकाया जाता है, तो उसके खराब होने की संभावना होती है। यह स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है।"
Also read दिल्ली में बेहतर शिक्षा के लिए 14 नए स्कूल बना रही AAP सरकार, शिक्षा मंत्री आतिशी का ऐलान
इसमें यह भी कहा गया है, "स्कूल छात्रों की विविधता और समावेशिता को महत्व देता है। इसलिए, हम शाकाहारी वातावरण प्रदान करने पर ध्यान केंद्रित करते हैं, जहां सभी छात्र अपनी भोजन संबंधी प्राथमिकताओं की परवाह किए बिना एक साथ बैठकर भोजन कर सकें, ताकि सभी को सहज महसूस हो।"
हालांकि, यह खबर सामने आने के बाद से ही सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बन गई है। लोग इसके पक्ष और विपक्ष में अपनी राय दे रहे हैं। इस मुद्दे पर बहस शुरू होने के बाद स्कूल की प्रिंसिपल सुप्रीति चौहान ने कहा, "यह सिर्फ एक अनुरोध है।" अधिकांश अभिभावकों ने भी प्रतिबंध का विरोध किया।
सुप्रीति चौहान ने कहा कि हमने कोई रोक नहीं लगाई है। पिछले साल भी इसी सत्र में यह नोटिस जारी किया गया था। कुछ लोग इसे मीडिया और इंटरनेट मीडिया में गलत तरीके से फैला रहे हैं। हम अभिभावकों के साथ मिलकर काम करते हैं। हम उन्हें किसी तरह का निर्देश नहीं दे सकते।
अगली खबर
]विशेष समाचार
]- दिल्ली का भलस्वा स्लम: आधार कार्ड और गंदगी से गुम हुई शिक्षा
- Nobel Prize in Economics 2025: जोएल मोकिर, फिलिप एगियन और पीटर हॉविट को मिलेगा अर्थशास्त्र का नोबेल पुरस्कार
- भारत में 33 लाख से अधिक छात्र एकल-शिक्षक स्कूलों पर निर्भर, उत्तर प्रदेश में सर्वाधिक नामांकन
- Nobel Peace Prize 2025: वेनेजुएला की मारिया कोरिना मचाडो को मिलेगा नोबेल शांति पुरस्कार, 10 दिसंबर को समारोह
- Nobel Prize in Chemistry 2025: सुसुमु कितागावा, रिचर्ड रॉबसन, उमर एम याघी को मिलेगा केमिस्ट्री का नोबेल प्राइज
- Nobel Prize in Physics 2025: जॉन क्लार्क, माइकल एच डेवोरेट और जॉन एम मार्टिनिस को मिला भौतिकी का नोबेल प्राइज
- CAT 2025: कैट परीक्षा 30 नवंबर को 3 पाली में; 2 महीने में कैसे करें तैयारी? जानें एग्जाम पैटर्न, चयन प्रक्रिया
- UP News: यूपी में वजीफा से वंचित 5 लाख से अधिक छात्रों को दिवाली से पहले मिलेगी छात्रवृत्ति, सीएम योगी ने कहा
- NIRF Ranking 2025: यूनिवर्सिटी श्रेणी में डीयू 5वें स्थान पर, टॉप 20 में दिल्ली विश्वविद्यालय के 10 कॉलेज
- NIRF MBA Ranking 2025: आईआईएम अहमदाबाद शीर्ष पर बरकरार, आईआईएम लखनऊ की टॉप 5 में वापसी, देखें लिस्ट