Abhay Pratap Singh | August 14, 2025 | 06:51 PM IST | 3 mins read
NEET UG 2025: किसी भी मेडिकल संस्थान में एमबीबीएस प्रोग्राम में प्रवेश के लिए नीट यूजी एक राष्ट्रीय स्तर की अनिवार्य मेडिकल प्रवेश परीक्षा है।
नई दिल्ली: मध्य प्रदेश में कुल 27 एमबीबीएस कॉलेज हैं, जिनमें 15 सरकारी और 12 निजी स्वामित्व वाले संस्थान शामिल हैं। बैचलर ऑफ मेडिसिन एंड बैचलर ऑफ सर्जरी (MBBS) चिकित्सा क्षेत्र में एक स्नातक डिग्री प्रोग्राम है। एमबीबीएस सहित अन्य यूजी मेडिकल पाठ्यक्रमों में दाखिला लेने वाले छात्रों के लिए नीट यूजी (नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट - अंडरग्रेजुएट) एक अनिवार्य मेडिकल प्रवेश परीक्षा है। नीट यूजी का आयोजन प्रत्येक वर्ष राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (NTA) द्वारा किया जाता है।
एमबीबीएस प्रोग्राम में दाखिला लेने वाले उम्मीदवारों को निम्नलिखित पात्रता मानदंड को पूरा करना होगा:
मध्य प्रदेश के टॉप 10 एमबीबीएस कॉलेजों की लिस्ट यहां जांच सकते हैं:
एम्स भोपाल को एनआईआरएफ रैंकिंग 2024 में मेडिकल के क्षेत्र में 31वां स्थान मिला है। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, भोपाल स्नातक, स्नातकोत्तर और डॉक्टरेट स्तर पर पूर्णकालिक पाठ्यक्रम प्रदान करता है। एम्स भोपाल में एमबीबीएस की कुल फीस 6,790 है। एम्स भोपाल में एमबीबीएस की 125 सीटें उपलब्ध हैं। एम्स भोपाल एनआईआरएफ रिपोर्ट 2025 के अनुसार, यूजी 5-वर्षीय पाठ्यक्रम के लिए प्रस्तावित औसत वेतन 14.5 लाख रुपए प्रति वर्ष था।
मध्य प्रदेश के टॉप मेडिकल कॉलेजों में अमलतास इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज, देवास का नाम शामिल है। हालांकि, एनआईआरएफ (नेशनल इंस्टीट्यूशनल रैंकिंग फ्रेमवर्क) द्वारा जारी 2024 की रैंकिंग में शीर्ष 100 मेडिकल कॉलेजों की सूची में अमलतास इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज का नाम नहीं है। एआईएमएस देवास चिकित्सा क्षेत्र में डिप्लोमा, एमबीबीएस, एमडी और एमएस सहित कई अन्य मेडिकल पाठ्यक्रम प्रदान करता है। अमलतास इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज, देवास में एमबीबीएस प्रोग्राम की कुल फीस 74.92 लाख रुपए है। एआईएमएस देवास में एमबीबीएस पाठ्यक्रम की कुल 250 सीटें उपलब्ध हैं।
Also readNEET UG 2025: उत्तर प्रदेश के टॉप सरकारी मेडिकल कॉलेज कौन से हैं? पात्रता, फीस और रैंक जानें
अटल बिहारी वाजपेयी राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय विदिशा चिकित्सा शिक्षा के लिए राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग (एनएमसी) से संबद्ध है। इसमें स्नातक (यूजी) और स्नातकोत्तर (पीजी) स्तर के कई चिकित्सा पाठ्यक्रम उपलब्ध हैं। यह राजकीय महाविद्यालय एमबीबीएस की कुल 180 सीटों पर योग्य छात्रों को दाखिला देता है। एमबीबीएस प्रोग्राम की फीस लगभग 1,32,600 रुपए प्रति वर्ष है। अधिक जानकारी के लिए छात्र आधिकारिक वेबसाइट gmcvidisha.org पर विजिट कर सकते हैं।
बिरसा मुंडा शासकीय मेडिकल कॉलेज, शहडोल के एमबीबीएस प्रोग्राम में नीट यूजी के माध्यम से एडमिशन दिया जाता है। यह कॉलेज स्नातक स्तर पर 66 महीने का एमबीबीएस कार्यक्रम प्रदान करता है, जिसमें 100 उम्मीदवारों के लिए प्रवेश की अनुमति है। एमबीबीएस स्नातक चिकित्सा प्रोग्राम की कुल ट्यूशन फीस 4.50 लाख रुपए है। बिरसा मुंडा जीएमसी शहडोल की ऑफिशियल वेबसाइट gmcshahdol.org पर विजिट कर सकते हैं।
बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज सागर एक सरकारी मेडिकल कॉलेज है, जिसमें स्नातक, स्नातकोत्तर और डॉक्टरेट स्तर के चिकित्सा पाठ्यक्रम उपलब्ध हैं। बीएमसी सागर में एमबीबीएस की कुल 125 सीटें उपलब्ध हैं। बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज सागर में नीट एग्जाम के माध्यम से छात्रों को प्रवेश दिया जाता है। बीएमसी सागर में एमबीबीएस की फीस पूरे 5 साल की अवधि के लिए 5.14 लाख रुपए है। वहीं, छात्रावास शुल्क 12,000 से 18,000 रुपए तक है। बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज की आधिकारिक वेबसाइट www.bmcsagar.edu.in है। छात्र अधिक जानकारी के लिए बीएमसी सागर की वेबसाइट पर विजिट कर सकते हैं।
भारत में Coursera के शिक्षार्थियों की संख्या तेजी से बढ़कर 3.1 करोड़ के पार पहुंच गई है, जिससे कोर्सेरा पर कुल शिक्षार्थियों की संख्या के मामले में भारत ने यूरोप को भी पीछे छोड़ दिया है।
Abhay Pratap Singh